India-China Clash: तवांग में भारत-चीन सैनिकों के बीच झड़प पर पूर्वी सेना कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने कहा कि PLA ने LAC को पार किया, विरोध में दोनों तरफ के सैनिकों को चोटें आईं। इसका स्थानीय स्तर पर समाधान हुआ। इसे लेकर बुमला में एक फ्लैग भी मीटिंग हुई, हम स्थिति पर नियंत्रण में हैं।
India-China Clash: वहीं मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा कि तवांग को अरुणाचल प्रदेश को जोड़ने का जो आइडिया था वह सरदार पटेल का था। उन्होंने उस वक्त के राज्यपाल दौलतराम जी को 1914 के शिमला एग्रीमेंट के तहत वहां तिरंगा झंडा लहराने के लिए कहा था…
India-China Clash: अब खबर ये भी आ रही है कि तवांग में भिड़त में मुंह की खाने के बाद चीन बाज आने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसा लगता है कि चीन के सैनिको को भारत के सैनिकों से लताड़ खाने की आदत सी हो गयी है। लेकिन, अब इंटेलीजेंस की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत चीन की अगली भिड़ंत इस इलाके में हो जाए तो कोई बड़ी बात नहीं।
सूत्रों का कहना है कि भारत चीनी निर्माण पर नजर रख रहा है और अगर यह लगता है कि भारत की संप्रभुता से समझौता किया जा रहा है, तो कार्रवाई जरूर होगी।
खुफिया रिपोर्टों में बताया गया है कि चीन ने सीमाओं के पार बुनियादी ढांचे को मजबूत किया है। वहां भारी हथियारों को जखीरा बनाने के लिए सुरंगों का निर्माण किया गया है। सीमाओं पर सैनिकों की संख्या भी दोगुनी कर दी गई है।
India-China Clash: भारत-तिब्बत-भूटान सीमा पर ताकत बढ़ाई जा रही है। चीन अभी भी भूटान के उस क्षेत्र पर कब्जा जमाने की कोशिश में जुटा हुआ हैं जो सुरक्षा की दृष्टि से भारत के लिहाज से बहुत ही संवेदनशील है।
इसको देखते हुए भारतीय सेना भी अपने बुनियादी ढांचे को बढ़ा रही है और अपनी तैनाती को आगे बढ़ा रही है। कुछ ही मीटर की दूरी पर और भारत ने चीन के नए निर्माणों के बारे में चिंता जताई है। इसमें एक पुल भी शामिल है। इससे गतिरोध बढ़ सकता है।
India-China Clash: आपको बता दें कि 9 दिसंबर को अरूणाचल के तवांग इलाके में चीन की PLA के सैनिक और भारत के सैनिक आमने-सामने आ गए थे। PLA के सैनिकों ने भारत के सैनिकों को आँखे दिखाते हुए उन पर हमला बोल दिया था। लेकिन, भारत के वीर सपूतो ने PLA के सैनिको के नाकाम हरकतो को भांपते हुए उन पर हमला बोल दिया और ये हमला इतना भयानक था कि चीन के सैनिकों के होश फाख्ता हो गए। परिणाम ये हुआ कि चीन के सैनिको को तवांग क्षेत्र से दुम दबा कर भागना पड़ा।
India-China Clash: अच्छी बात ये रही कि इस मुठभेड़ में भारत के सैनिकों को कोई गंभीर चोट नहीं आयी लेकिन, वहीं चीन के करीब 40 सैनिकों को गंभीर चोट आयी और चीन को गलवान में हुई 40 जवानों की मौत की याद यकायक आ गयी और उसके सैनिकों को लगने लगा कि यहां से भाग चलो नहीं तो यहां भी दूसरा गलवान बनाने में भारतीय जवान तनिक भी देर नहीं लगाएंगे।
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