NMFT Meet Delhi: आतंक के गॉड फादर कहे जाने वाले पाकिस्तान को धुल चटाने के लिए पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने अब कमर कस ली है और इशारे इशारे में ये भी चेतावनी दे दी… तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक की आतंक को नेस्तनाबूत न कर दें।
दिल्ली के ताज होटल में आतंकी फंडिंग के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘नो मनी फॉर टेरर’ अंतरराष्ट्रीय मंत्रीस्तरीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, यह बड़ी बात है कि यह सम्मेलन भारत में हो रहा है। उन्होंने कहा, दशकों तक हमारे देश को आतंकवाद ने चोट पहुंचाने की कोशिश की लेकिन, हमने बहादुरी से इसके खिलाफ लड़ाई लड़ी।
NMFT Meet Delhi: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक आतंकवाद का खात्मा नहीं हो जाता। उन्होंने कहा, लंबे समय से आतंकवाद असर गरीबों और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। चाहे वह पर्यटन हो या व्यापार का क्षेत्र। कोई भी उस इलाके को पसंद नहीं करता जहां लगातार आतंकवार का खतरा बना रहता है। इससे लोगों की रोजी-रोटी छिन रही है। यह सबसे अधिक महत्वपूर्ण है कि हम आतंकवाद के वित्तपोषण की जड़ पर प्रहार करें।”
वहीं अमित शाह ने भी ट्वीट करते हुए लिखा कि कुछ देश आतंकवादियों का बचाव करते हैं और उन्हें पनाह भी देते हैं। आतंकवादी को संरक्षण देना, आतंकवाद को बढ़ावा देने के बराबर है। ये हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि ऐसे तत्व और ऐसे देश अपने इरादों में कभी सफल न हो सकें।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि आतंकवाद का वित्तपोषण (टेरर फंडिंग) आतंकवाद से कहीं अधिक खतरनाक है और आतंकवाद वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा है और आतंकवादी को संरक्षण देना आतंकवाद को बढ़ावा देने के बराबर है।
उन्होंने कहा कि आतंकवादी लगातार हिंसा को अंजाम देने, युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और वित्तीय संसाधन जुटाने के नए तरीके खोज रहे हैं और आतंकवादी अपनी पहचान छुपाने और कट्टरपंथी सामग्री को फैलाने के लिए डार्क नेट का इस्तेमाल कर रहे हैं।
NMFT Meet Delhi: पाकिस्तान पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि दुर्भाग्य से कुछ देश ऐसे भी हैं, जो आतंकवाद से लड़ने के लिए सामूहिक प्रयासों को कमजोर और नष्ट करना चाहते हैं।
गौरतलब है कि इस सम्मेलन का उद्घाटन खुद पीएम मोदी ने किया और समापन गृह मंत्री अमित शाह करेंगे और इस सम्मेलन में 73 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए और अध्यक्षता भारत कर रहा है।
आपको बता दें कि सम्मेलन में पाकिस्तान और अफगानिस्तान की उपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर एनआईए महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने कहा, “पाकिस्तान और अफगानिस्तान इस सम्मेलन में भाग नहीं ले रहे हैं।”
पीएंम मोदी ने जबसे सत्ता संभाली है तभी से मोदी का मिशन ये ही रहा है कि कैसे आतंकवाद को पूरी तरह से ध्वस्त करना है? और उस पर अभी भी पीएम मोदी जोर दे रहें हैं कि कैसे आतंकवाद को नेस्तनाबूद किया जाए।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में भाजपा सरकार का आतंकवाद के प्रति बेहद सख्त रवैया सामने आया है। आइए साल 2019 की एक घटना पर नजर डालते हैं।
पाकिस्तानी जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने फरवरी 2019 में पुलवामा में सीआरपीएफ पर हमला किया तो इसमें भारत को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा। देश के 40 जवान इस हमले में शहीद हो गए थे। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को सबक सिखाने की ठान ली। आतंकी हमले के केवल 12 दिनों के अंदर ही पाकिस्तान के बालाकोट में अंदर घुसकर भारत के जांबाजों ने आतंकियों के अड्डे तबाह कर दिए थे।
साल 1971 के बाद यह पहला मौका था, जब भारत ने पाकिस्तान में घुसकर हवाई हमला किया जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हुई
खैर आपको क्या लगता है कि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पाकिस्तान के फन को कुचलने में कितने कामयाब होंगे?
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