PM Modi: पीएम मोदी लोकमान्य तिलक पुरस्कार से सम्मानित, नमामि गंगे परियोजना को पुरस्कार राशि की समर्पित

PM Modi

PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुणे में NCP प्रमुख शरद पवार से मंच पर बातचीत करते नजर आए। पुणे में पीएम मोदी को लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान मंच पर शरद पवार, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार मौजूद रहे। पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि “मैंने पुरस्कार राशि नमामि गंगे परियोजना को दान करने का फैसला किया है। मैं यह पुरस्कार देश के 140 करोड़ लोगों को समर्पित करता हूं।”

पीएम मोदी: व्यवस्था निर्माण से संस्था निर्माण, ‘व्यवस्था निर्माण से …

PM Modi: उन्होंने आगे कहा कि “व्यवस्था निर्माण से संस्था निर्माण, ‘व्यवस्था निर्माण से व्यक्ति निर्माण’, ‘व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण’ की दृष्टि राष्ट्र निर्माण के लिए एक रोडमैप की तरह काम करती है। भारत आज इस रोडमैप का पूरी निष्ठा से पालन कर रहा है।”

PM Modi: पीएम मोदी ने कहा ” आज का ये दिन मेरे लिए बहुत अहम है, मैं यहां आकर जितना उत्साहित हूं, उतना ही भावुक हूं। अभी कुछ देर पहले मैंने मंदिर में गणपति जी का आशीर्वाद भी लिया। लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार मिलना सम्मान की बात है और ये छत्रपति शिवाजी की धरती है।”

पीएम मोदी: लोकमान्य तिलक एक टीम मैन थे, सबको साथ लेकर चलने वाले इंसान

PM Modi: पीएम मोदी ने आगे कहा कि “भारत की आज़ादी में लोकमान्य तिलक की भूमिका को, उनके योगदान को कुछ घटनाओं और शब्दों में नहीं समेटा जा सकता है। अंग्रेजों ने धारणा बनाई थी कि भारत की आस्था, संस्कृति, मान्यताएं, ये सब पिछड़ेपन का प्रतीक हैं, लेकिन तिलक जी ने इसे भी गलत साबित किया। लोकमान्य तिलक ने टीम स्पिरिट के, सहभाग और सहयोग के अनुकरणीय उदाहरण भी पेश किए।

पीएम मोदी: बाल गंगाधर में थी अदभुत क्षमता

PM Modi: उन्होंने आगे कहा कि “जब अंग्रेज कहते थे कि भारत के लोग देश चलाने के योग्य नहीं है तब बाल गंगाधर तिलक ने नारा दिया था कि स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। लोकमान्य तिलक ने देश की आजादी आंदोलन की दिशा बदली। वीर सावरकर की क्षमता को बाल गंगाधर तिलक ने पहचाना। बाल गंगाधर तिलक का गुजरात से भी बहुत भावपूर्ण नाता रहा है।

PM Modi: गौरतलब है कि यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है, जिन्होंने राष्ट्र की प्रगति और विकास के लिए काम किया है और जिनके योगदान को उल्लेखनीय एवं असाधारण कार्य के तौर पर देखा जा सकता है। यह पुरस्कार हर साल एक अगस्त को लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि पर दिया जाता है।
ये भी पढ़ें…
By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।