Rampur By-Election: 2 दिसंबर शुक्रवार को सीएम योगी रामपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर अजीतपुर में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ” भाजपा को जिताइए और बार-बार के चुनाव से मुक्ति पाइए, रामपुर को विकास के पथ पर ले जाइए”…
उन्होंने ये भी कहा कि “पिछले पांच वर्षों में रामपुर से सबसे अधिक चुनाव और उपचुनाव झेला है। पहले जनता से समर्थन लेना, फिर से इस्तीफा दे देना। बार-बार चुनाव होना यह रामपुर के विकास को बाधित कर रहा है।”
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभा को संबोधन करते हुए कहा कि हालांकि, उन्होंने नाम लेते हुए आजम खां पर निशाना साधा और कहा कि “बदजुबानी दुर्गति कराती है, वक्त सबको सुधार देता है।”
Rampur By-Election: उन्होंने आगे ये भी कहा कि “प्राकृतिक सौंदर्य, आजादी की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने, यहां के हस्तशिल्पियों द्वारा रामपुरी चाकू, वायलिन व जरी जरदोजी के माध्यम से रामपुर की वैश्विक पहचान रही। किन लोगों ने रामपुर की इस पहचान को समाप्त किया। रामपुर चंद अवसरवादी चेहरों में घिरकर तड़पता दिख ऱहा था, लेकिन साढ़े आठ वर्ष में पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र व साढ़े पांच वर्ष में भाजपा सरकार को आपने कार्य करते देखा। कोई नहीं कह सकता कि चेहरा देखकर शासन की योजनाओं का लाभ दिया गया हो। जब हमने कोई भेदभाव नहीं किया तो आप भी वोट देते वक्त कोई भेदभाव मत कीजिए।”
सीएम ने लोगों पर विश्वास जताते हुए कहा कि यह तो तय है कि केंद्र में मोदी और यूपी में बीजेपी की सरकार रहनी है। आपने सांसद भाजपा का जिताया, विधायक भी भाजपा का भेजेंगे तो रामपुर उन लोगों के हाथों में नहीं होगा, जो 200 पुराने मदरसे को बंद कर अपनी जागीर बनाते थे। पांडुलिपियों को चोरी कराते थे। रामपुर की धरोहर को नष्ट किया गया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जिस सिटी मांटेसरी में ठहरते थे, उस पर कब्जे का प्रयास हुआ। सपा ने यहां के राष्ट्रीय इंटर कॉलेज पर कब्जा किया। स्कूल पढ़ने और मदरसे तालीम देने के माध्यम होते हैं।”
Rampur By-Election: उन्होंने आगे कहा कि “पांडुलिपियां धरोहर होती हैं, लेकिन कुछ लोग इसे अपनी बपौती समझने लगे। हमारी सरकार ने कहा कि पांडुलिपियों को संरक्षित करना चाहिए। हम सिटी मांटेसरी, राजकीय इंटर कॉलेज में किसी को कब्जा नहीं करने देंगे। यदि सरकारी पैसे से गेस्ट हाउस बना है उसका उपयोग सरकारी कार्य के लिए ही होगा। लोकतंत्र में सिर्फ जनता ही जनार्दन होती है।”
गत शुक्रवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उपचुनाव में प्रचार करेने के लिए रामपुर में ही और उन्होंने आजम के साथ खड़े होकर ऐलान किया कि आजम अकेले नहीं है पूरी पार्टी उनके साथ खड़ी है…
Rampur By-Election: अखिलेश यादव ने कहा कि साल 2012 से 2017 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव ने बिना नाम लिए कहा कि “जब मैं सीएम था तो उस वक्त सीएम की एक फाइल मेरे पास आई थी, जिसमें उनके खिलाफ मुकदमे की सिफारिश की गई थी जो मैंने वह फाइल लौटा दी थी…और यह भी कहां कि समाजवादी लोग नफरत की राजनीति नहीं करते…लेकिन उन्होंने यह बात आजम खान खिलाफ दर्ज हुए मुकदमों को लेकर कही”…
दूसरी ओर उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि ”हमें इतना बेदिल बनने को मजबूर मत करो कि जब भविष्य में हम सरकार बनाएं तो आपके खिलाफ भी वही कार्रवाई करें, जो आज आप कर रहे हैं”…
Rampur By-Election: उन्होंने जनता से अपील की कि आने वाले 5 दिसंबर को होने वाले उपचुनाव में आजम के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ वोट दें…यहां तक की यह भी कहां कि सिर्फ रामपुर का चुनाव नहीं है, यह भविष्य में सपा की सरकार लाने का चुनाव है, यह आदरणीय आजम खां के खिलाफ हुए अन्याय पर आवाज उठाने वाला चुनाव है”…
वहीं जनसभा को सम्बोधित करते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां ने कहा, ”मैंने रामपुर को बुलंदियों पर पहुंचाया, विश्वविद्यालय बनाया, गरीबों के बच्चों के लिए शिक्षा का इंतजाम किया, लेकिन आज सरकार ने रामपुर को छावनी में तब्दील कर दिया गलियों में पुलिस घूम रही है और लोगों को भी डराया जा रहा है”…
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