Universe: अंतरिक्ष में अमेरिकी सैन्य अभियानों के प्रमुख के मुताबिक, अमेरिका ने चीनी गतिविधियों की बारीकी से निगरानी रखा हुआ है, जो अंतरिक्ष में अमेरिकी संपत्तियों को खतरे में डाल सकती हैं क्योंकि कबाड़ पृथ्वी की निचली कक्षा में तेजी से बढ़ रहा है।
यूएस स्पेस कमांड के कमांडर, अमेरिका के आर्मी जनरल जेम्स डिकिंसन ने भी संयुक्त राष्ट्र के एक प्रस्ताव को सर्वसम्मति से मंजूरी देने की सराहना की, जिसमें कहा गया है कि देश डायरेक्ट-एसेंट एंटीसैटेलाइट प्रयोग करने से बचते हैं, जो अंतरिक्ष मलबे और खतरनाक उपग्रहों और अंतरिक्ष स्टेशनों के बड़े क्षेत्र उत्पन्न करते हैं।
Universe: संयुक्त राज्य अमेरिका ऐसे ASAT परीक्षण के पक्ष में मतदान करने वाला एकमात्र देश था, जबकि चीन और रूस ने इसके खिलाफ मतदान किया और भारत ने मतदान में भाग नहीं लिया।डिकिंसन ने फोन पर टिप्पणी की, “हम अंतरिक्ष में पाए जाने वाले कबाड़ में योगदान नहीं दे सकते।”
आपको बता दें, साल 2007 से लगातार सबसे ज्यादा अंतरिक्ष में चीन ही कबाड़ बढ़ रहा और अमेरिका लगातर अतंरिक्ष में होने वाली चीन की हर हरकत पर पैनी नजर रखे हुए है। अब हालात ये हो गई है कि पृथ्वी की निचली कक्षा में यह कबाड़ तेजी से इकट्ठा होता रहा है।
ऐसे में अमेरिका ने चीन की समस्त गतिविधियों पर निगरानी को तेज कर दिया है। क्योंकि इस मलबे के बढ़ने से अंतरिक्ष में अमेरिकी संपत्तियों के नष्ट होने का खतरा है। इसलिए अमेरिका चीन के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव भी लेकर आया। प्रस्ताव अमेरिका के पक्ष में रहा।
Universe: अंतरिक्ष में अमेरिका के सैन्य अभियान के प्रमुख कमांडर जनरल जेम्स डिकिंसन ने संयुक्त राष्ट्र में उस प्रस्ताव के भारी मतों से पारित होने का स्वागत किया, जिसमें यह प्रावधान किया गया है।
देश सीधी उड़ान भरने वाली उपग्रह रोधी प्रणाली का परीक्षण नहीं करेंगे, जो बड़े पैमाने पर अंतरिक्ष कबाड़ पैदा कर उपग्रहों और अंतरिक्ष स्टेशन के अस्तित्व को खतरे में डालती हैं। जिन चार देशों ने इस तरह की उपग्रह रोधी प्रणाली का परीक्षण किया है, उनमें से सिर्फ अमेरिका ने इस प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। चीन और रूस ने जहां प्रस्ताव का विरोध किया, वहीं भारत मतदान से दूर रहा।
Universe: संघर्ष का केंद्र बना अंतरिक्ष
अमेरिकी जनरल डिकिंसन ने कहा कि “हम अंतरिक्ष में मौजूद मलबे को बढ़ाना जारी नहीं रख सकते। ज्यादातर कबाड़ पृथ्वी की अहम निचली कक्षा में मौजूद है, जो बहुत भरा हुआ और प्रतिस्पर्धा एवं संघर्ष का केंद्र बन गया है।” उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में वस्तुओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है और धातु के छोटे टुकड़े भी खतरा पैदा कर सकते हैं।”
Universe: डिकिंसन ने ये भी कहा कि “अमेरिकी स्पेस कमांड पृथ्वी की कक्षा के पास अभी 48 हजार से अधिक वस्तुओं की निगरानी कर रहा है, जिनमें उपग्रह, दूरबीन, अंतरिक्ष स्टेशन और हर आकार का कबाड़ शामिल है।”
उन्होंने ये भी बताया कि तीन साल पहले ऐसी वस्तुओं की संख्या 25 हजार के आसपास थी। चीन 2003 में अमेरिका और पूर्व सोवियत संघ के बाद अंतरिक्ष में मानव भेजने वाला दुनिया का तीसरा देश बना था। तब से उसका मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम काफी तेजी से बढ़ा है।
Chinese rocket body disintegrates into big cloud of space junk https://t.co/fEq745BsWy pic.twitter.com/vAlc7qibEF
— SPACE.com (@SPACEdotcom) December 9, 2022
Written By- Aniket Sardhana…
ये भी पढ़ें…