Iran Hijab Vivad: ईरान में कुछ समय से हिजाब को लेकर पुरजोर विरोध हो रहा है और अब ईरान में हिजाब का विरोध करना 23 साल के युवक को भारी पड़ गया। उसको क्या पता था कि हिजाब के विरोध करने की सजा उसको फांसी के रूप में मिलेगी। ईरान की कट्टरवादी सरकार को हिजाब का विरोध करने इतना नागवार गुजरा कि उस 23 साल के युवा जिसका नाम मोहसीन शेखरी है। उसको तत्काल प्रभाव से फांसी की सजा सुना दी।
Iran Hijab Vivad: सरकारी एजेंसी मिजान की ओर से जानकारी देते हुए कहा गया है कि युवक मोहसीन के खिलाफ गंभीर आरोप है कि उसने तेहरान में एक सड़क को रोका और उसके साथ ही सुरक्षा बल के एक जवान पर हमला किया। जांच के बाद मोहसीन पर लगे आरोपों को सही पाया गया जिसके बाद सरकारी कामकाज में दखलअंदाजी करने के आरोप में युवक को फांसी पर लटका दिया गया।
Iran Hijab Vivad: आपको बता दें कि ये पहली बार नहीं हुआ है कि हिजाब विवाद में किसी को फांसी हुई हो या फिर किसी को सजा मिली हो। इससे पहले भी हिजाब का विरोध करने वाले शख्स को रिवोल्यूशनरी कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई थी। इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के उल्लंघन के आरोप में 5 लोगों को 5 से 10 साल की सजा भी सुनाई गई थी।
ईरान सरकार ने प्रदर्शनकारियों को हंगामा नहीं करने की अपील करते हुए कहा कि सरकार को ऐसी सख्त सजा देने के लिए आप खुद मजबूर करते है। जानकार बताते है कि फांसी की सजा सरकार इसलिए भी दे रही है कि हिजाब विरोध करने वालों के अंदर डर पैदा हो सके।
Iran Hijab Vivad: मोहसिन शेखरी कौन हैं जिसको मिली फांसी की सजा?
मोहसीन शेखरी पर आरोप है कि उसने हिजाब विरोध को लकर हो रहे प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे थे और पुलिस ने हिजाब विरोध के आरोप में ही 25 सितंबर को हिरासत में लिया था। कुछ दिन जेल में रखने के बाद तेहरान की क्रांतिकारी अदालत ने मोहसिन शेखरी को दोषी ठहराया और इसके बाद गुरुवार 8 नवंबर को फांसी मोहसीन को फांसी पर लटका दिया।
Iran Hijab Vivad: आपको बता दें कि ईरान में हिजाब विवाद की शुरूआत 16 सितंबर को हो गई थी। जब 22 साल की लड़की महसा अमिनी की हिजाब ठीक ढंग से न पहनने पर ‘मॉरेलिटी पुलिस’ ने बड़ी बेरहमी से मार दिया था …. उसके बाद एक और महसा जैसी मासूम लड़की जिसका नाम हदीस नजफी भी इन कट्टरपंथियों की भेट चढ़ गई।
Women of Iran-Saghez removed their headscarves in protest against the murder of Mahsa Amini 22 Yr old woman by hijab police and chanting:
death to dictator!
Removing hijab is a punishable crime in Iran. We call on women and men around the world to show solidarity. #مهسا_امینی pic.twitter.com/ActEYqOr1Q
— Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) September 17, 2022
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