कांग्रेस सांसद राहुल गांधी: मेरे हिसाब से यह बिल अधुरा…
#WATCH भारत की महिलाओं को सत्ता हस्तांतरित करने की दिशा में सबसे बड़ा कदम था पंचायती राज, जहां उन्हें आरक्षण दिया गया और बड़े पैमाने पर राजनीतिक व्यवस्था में प्रवेश करने की अनुमति दी गई… हर कोई इस बात का समर्थन करेगा कि यह हमारे देश की महिलाओं के लिए बहुत बड़ा कदम है। महिलाओं… pic.twitter.com/aGuB29ZT9d
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 20, 2023
सांसद सोनिया गांधी: राजीव गांधी का सपना अभी भी आधा अधूरा
इससे पहले कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान सांसद सोनिया गांधी ने भी सदन को संबोधित करते हुए कहा कि “मैं विधेयक का समर्थन करती हूं।” उन्होंने कहा कि “महिला आरक्षण बिल सबसे पहले मेरे जीवन साथी ने पेश किया था। राजीव गांधी का सपना अभी भी आधा अधूरा है, जो इस विधेयक के पारित होने से पूरा हो जाएगा।”
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
महिला आरक्षण बिल पर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि “क्या वे (केंद्र) इसे बिना परिसीमन के लागू करेंगे? तो हम तैयार हैं… कल इसे लागू करें… अगर वे 2014 में यह बिल लाते तो इसे अब तक लागू कर दिया गया होता… वे इस बिल को 2029 में भी लागू नहीं करना चाहते… यह 2024 के लिए है।”
Women Reservation Bill: क्या है महिला आरक्षण बिल?
Women Reservation Bill: देश के संविधान का 108वां संशोधन विधेयक राज्य विधानसभाओं और संसद में महिलाओं के लिए सीटों की कुल संख्या का एक तिहाई (33%) आरक्षित करने का प्रावधान देता है। इस विधेयक में 33% कोटा के अंदर एससी, एसटी और एंग्लो–इंडियन के लिए उप–आरक्षण का भी प्रस्ताव है।