Crime Story: एसपी पर पिस्टल तानने वाले व हत्या की बात कबूलने वाले बृजभूषण सिंह की कहानी

बृजभूषण शरण सिंह

Crime Story: बृजभूषण शरण सिंह के विरोध में इन दिनों दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारी विरोध चल रहा है। पहलवान बृजभूषण की गिरफ्तारी पर अडे हैं। लेकिन इसी बीच पहलवानों के इस आंदोलन से जातिवाद की बू आने लगी है। तो वहीं आंदोलन में आजादी के नारे भी लगने लगे हैं। हम बात कर रहे हैं बृजभूषण शरण सिंह की, जिनके खिलाफ एक बार फिर देश के कई नामी पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। 8 पहलवान सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। इन्होंने कोर्ट से बृजभूषण के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।

एसपी पर तान दी थी पिस्टल

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक कांग्रेसी नेता हुए चंद्रभान शरण सिंह। उन्हीं के परिवार में 1957 में बृजभूषण शरण सिंह पैदा हुए। कॉलेज के दिनों से ही बृजभूषण छात्र राजनीति में सक्रिय थे। 70 के दशक में के.एस. साकेत महाविद्यालय, अयोध्या में महामंत्री बने। स्थानीय पत्रकार बताते हैं कि छात्र राजनीति के दौरान ही कॉलेज के किसी मामले में उन्होंने हैंडग्रेनेड चला दिया था, जिसके बाद उनका नाम उछला और फिर राजनीति में वो सक्रिय होते गए।

Crime Story: 1987 की बात है। जिले के गन्ना डायरेक्टरी के चुनाव में बृजभूषण ने भी पर्चा भर दिया। बृजभूषण को SP ने बुलाया और उन्हें गाली देते हुए नामांकन वापस लेने की धमकी दी। बृजभूषण एक इंटरव्यू में बताते हैं, ‘मैंने SP पर पिस्टल तान दी और उसे 200 गालियां दीं। स्थानीय पत्रकार हनुमान सिंह सुधाकर वहीं थे। इसके बाद मैंने अपनी बाइक उठाई और वहां से निकल गया।’

बेबाक, बेधड़क, बेखौफ

बृजभूषण शरण सिंह की गुंडई ऐसी कि एसपी ऑफिस में एसपी पर ही पिस्टल तान दी थी। राजनीति ऐसी कि लगातार 6 बार से सांसदी का चुनाव जीत रहे हैं। कारोबार ऐसा कि 50 से ज्यादा स्कूल-कॉलेज के मालिक हैं। रसूख ऐसा कि पार्टी लाइन से अलग भी बयानबाजी करते हैं। बेधड़क इतने कि इंटरव्यू में हत्या की बात कबूल करते हैं। दबदबा ऐसा कि 11 साल से भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष हैं।

बाबरी मस्जिद गिराने में निभाई भूमिका

Crime Story: बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में लालकृष्ण आडवाणी, कल्याण सिंह, मुरली मनोहर जोशी समेत जो 40 लोग आरोपी बनाए गए, उनमें बृजभूषण शरण सिंह भी थे। एक इंटरव्यू में बृजभूषण बताते हैं, जब कारसेवकों ने बाबरी मस्जिद पर हमला किया तो किसी के पास कोई हथियार नहीं था। वहां पास में कृष्णा गोयल का काम चल रहा था। हमने स्टोर रूम तोड़ा और कारसेवकों तक गैती फरुआ पहुंचाया। हमने गिराया नहीं है, लेकिन रात 10 बजे तक हम वहीं थे। सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने साल 2020 में बृजभूषण शरण सिंह समेत सभी आरोपियों को बरी कर दिया।

1991 में पहली बार बने सांसद

छात्र राजनीति और जन्मभूमि आंदोलन की वजह से बृजभूषण क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हो चुके थे। 1991 में जब BJP ने बृजभूषण सिंह को लोकसभा टिकट दिया तब इनके खिलाफ 34 आपराधिक मामले दर्ज थे। BJP ने सिंह को गोंडा का रॉबिनहुड कहकर बचाव किया। वो बड़े अंतर से चुनाव जीते।

Crime Story: 1996 में जब बृजभूषण सिंह टाडा के तहत तिहाड़ जेल में सजा काट रहे थे, तब इनकी पत्नी केतकी सिंह ने गोंडा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा। बृजभूषण के जेल में होने के बावजूद केतकी सिंह ने कांग्रेस के आनंद सिंह को 80,000 वोटों से हराया।

वाजपेयी ने बृजभूषण को लिखी थी चिट्ठी

बृजभूषण शरण सिंह को लेकर सबसे बड़ा विवाद तब हुआ था, जब इन पर अंडरवर्ल्ड के साथ जुड़े होने के आरोप लगे। इनके खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने की वजह से टाडा का मामला दर्ज किया गया। दाऊद से फोन पर बात करने और उसकी मदद करने के आरोप भी लगे थे। बाद में सीबीआई ने इन सभी आरोपों से सिंह को बरी कर दिया।

Crime Story: 30 मई 1996 को तिहाड़ जेल में सजा काट रहे बृजभूषण सिंह को प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की चिट्टी मिली। इसमें उन्होंने लिखा था कि आप बहादुर हैं। सावरकर जी को याद करिए। उन्हें उम्रकैद की सजा मिली थी।

मायावती और संघ के बड़े नेता से ले लिया पंगा

बृजभूषण एक इंटरव्यू में बताते हैं, मायावती का गोंडा में एक कार्यक्रम था। उन्होंने गोंडा का नाम बदलकर लोकनायक जयप्रकाश नगर करने की घोषणा की। मैं मायावती से भिड़ गया। मैंने आंदोलन खड़ा किया। इसकी तस्वीरें लेकर मैं अटल जी के पास गया और अटल जी ने एक फोन पर जिले का नाम रोक दिया, लेकिन ये नामकरण संघ के बड़े नेता नाना जी ने कराया था और फिर मेरा संघ में विरोध शुरू हो गया।

गोंडा से बृजभूषण का टिकट काटकर घनश्याम शुक्ल को दे दिया गया। जिस दिन वोट पड़ रहा था उसी दिन घनश्याम शुक्ल का एक्सीडेंट में निधन हो गया। कुछ दिनों बाद एक्सीडेंट कराने का आरोप बृजभूषण पर लगा।

Crime Story: इस घटना की CBI जांच का आदेश दिया गया। बाद में बृजभूषण BJP छोड़कर सपा में शामिल हो गए। 2009 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की कैसरगंज सीट से सपा के टिकट पर चुनाव जीते। 2014 के चुनाव से पहले BJP में घर वापसी हो गई और तब से BJP सांसद हैं।

पहलवान के भी जड़ चुके हैं थप्पड़

रांची में अंडर-15 नेशनल कुश्ती चैंपियनशिप में कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण ने एक पहलवान को मंच पर ही थप्पड़ जड़ दिया था। दरअसल, उस पहलवान की उम्र ज्यादा थी। वो बृजभूषण के कॉलेज के नाम पर प्रतियोगिता में शामिल होना चाहता था। वहां बृजभूषण बैठे थे और उन्होंने पहलवान पर हाथ छोड़ दिया।

एक हत्या करने की कबूल चुके हैं बात

यूपी में 2022 विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा सांसद बृजभूषण शरण का एक इंटरव्यू खूब वायरल हुआ। इसमें उन्होंने खुद एक हत्या की बात कबूली। कहा- मेरे जीवन में एक हत्या मुझसे हुई है। लोग चाहे कुछ भी कहें। रविंद्र को जिस आदमी ने मारा था। उसकी पीठ पर राइफल से मैंने गोली मारी थी।

Crime Story: दरअसल, यह मामला 1983 का है। रविंद्र सिंह, अवधेश सिंह और बृजभूषण तीनों दोस्त थे। ये खनन के ठेके लेते थे। तीनों दोस्त एक जगह गए तो वहां पर विवाद हो गया। वहां उनके दोस्त को किसी ने गोली मार दी। इसके बाद बृजभूषण ने हमला करने वाले को गोली मार दी। बताया जाता है कि इस मामले में कोर्ट ने उनको बरी कर दिया।

हेलिकॉप्टर व घुड़सवारी के लिए मशहूर, 50 शिक्षा संस्थानों के मालिक

Crime Story: चुनावी हलफनामे के मुताबिक बृजभूषण सिंह के पास करीब 10 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति है। वहीं उनकी पत्नी के पास करीब 6 करोड़ रुपए की संपत्ति है। उनके पास स्कॉर्पियो, फोर्ड और फॉर्च्यूनर जैसी कई गाड़ियां हैं। स्थानीय पत्रकार बताते हैं, कि इस सरकारी डेटा से इतर बृजभूषण सिंह इलाके के करीब 50 से ज्यादा स्कूल कॉलेजों के मालिक हैं। अलग-अलग सेक्टर में वो ठेकेदारी का काम भी करते हैं। वो हेलिकॉप्टर और घुड़सवारी के लिए भी मशहूर हैं।

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।