Ashok Gehlot: राजस्थान सीएम अशोक गहलोत बोले सीएम पद छोड़ना चाहता हूं , लेकिन ये पद मुझे नहीं छोड़ता

Ashok Gehlot: एक मशहूर बॉलीवुड फिल्म का गीत है, जादूगर का जादू, हाथों का कमाल है, करते हो तुम कैसे सबका ये सवाल है। कई बार यही सवाल राजस्थान के राजनीतिक गलियारों में अशोक गहलोत के प्रशंसक और उनके विरोधी उनसे पूछते रहते हैं। वैसे भी जादूगर फैमिली से आने वाले अशोक गहलोत अपने राजनीतिक दांव पेंच के चलते जादूगर के ही नाम से मशहूर हैं। उनके बयान कई बार गहरे राजनीतिक निहितार्थ लिए होते हैं।

Ashok Gehlot: इसी बीच नई दिल्ली पहुंचे अशोक गहलोत ने प्रेस कांफ्रेंस में कुछ ऐसा ही बोल दिया कि राजस्थान में हलचल मच गई। उनसे राजस्थान के सीएम पद के उम्मीदवार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने तपाक से कह दिया कि सीएम पद छोड़ना चाहता हूं, लेकिन ये पद नहीं छोड़ रहा है, और शायद छोड़ेगा भी नहीं इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि सचिन पायलट के सभी टिकट क्लियर हो रहे हैं।

अलाकमान का फैसला स्वीकार होगा

Ashok Gehlot: अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि अलाकमान का फैसला जो भी होगा वह सबको स्वीकार होगा। यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस की जीत के बाद वह चौथी बार सीएम बनेंगे, तो अशोक गहलोत ने कहा, ” मैंने पहले भी कहा था, मैं सीएम पद छोड़ना चाहता हूं लेकिन यह पद मुझे छोड़ नहीं रहा है। पर कांग्रेस अलाकामन का जो भी फैसला होगा वह सबको स्वीकार होगा।

गहलोत ने पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट पर भी बयान दिया। उन्होंने साथी नेता के साथ मतभेदों की पृष्ठभूमि में कहा कि उन्होंने ‘भूलो और माफ करो’ की नीति पर अमल किया है। टिकटों के बंटवारे के संदर्भ में अशोक गहलोत ने कहा कि जीत की संभावना ही उम्मीदवारी का मुख्य आधार होगा।

सीएम के खिलाफ कोई आरोप नहीं

Ashok Gehlot: प्रदेश में एंटीइनमबेंसी के चलते टिकट काटे जाने के सवाल पर गहलोत ने कहा सीएम के खिलाफ कोई आरोप नहीं है। विधायकों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप और एंटीइनकमबेंसी भी है, लेकिन टिकट तब कटते हैं, जब वहां विकल्प हों। मैंने एक बात कही कि सरकारें बदलने का भाजपा ने नया मॉडल अपनाया है यह बहुत खतरनाक है। अरुणाचल प्रदेश के सीएम को तो इसके चलते आत्महत्या तक करनी पड़ी।

गहलोत ने पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। बोले, मोदी कहते हैं कि मैं गहलोत से बड़ा ईमानदार हूं तो मैं उनको कहना चाहता हूं कि मैं मोदी से बड़ा फकीर हूं। जिंदकी में एक ईंच जमीन नहीं खरीदी, सोना नहीं खरीदा, इसलिए मोदी को बड़ा दावा नहीं करना चाहिए।

सचिन पायलट और अशोक गहलोत में क्यों हुए थे मतभेद ?

Ashok Gehlot: कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने दावा किया था कि सीएम अशोक गहलोत पूर्व मुख्यमंत्री वंसुधरा राजे की सरकार के दौरान हुए कथित भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इसको लेकर उन्हें (अशोक गहलोत) को लेटर भी लिखा, लेकिन वो जवाब नहीं देते। इस कारण दोनों नेताओं के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई बार मीटिंग कर एकजुटता की बात दोहराई थी।

साल 2020 में सचिन पायलट के नेतृत्व में कई विधायकों ने बगावत कर दी थी, लेकिन बाद में आलाकमान के दखल के बाद मामला सुलझ गया। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, गहलोत ने इसको लेकर हाल ही में दावा किया था कि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने सरकार गिराने की कोशिश की, लेकिन गिरा नहीं पाए।

Written By: Vineet Attri

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।