G-20 Summit: जी20 शिखर सम्मेलन में सभी मेहमान पहुंच चुके है। सभी मेहमान शुक्रवार देर शाम दिल्ली पहुंच चुके है. मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया और दिल्ली की हर सड़क पर G20 की तस्वीरें देखी जा सकती हैं। इस मंच के जरिए सरकार दुनिया को यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि भारत अब बदल गया है और देश प्रगति की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारत की प्रगति में डिजिटल वातावरण का बड़ा योगदान है। डिजिटल लेनदेन से बैंकिंग क्षेत्र को एक नया स्वरूप मिला है।
ऐसे में जी20 मेहमानों को डिजिटल इंडिया के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। भारत अब तकनीकी रूप से किसी भी अन्य उन्नत देश के बराबर है। इसी कड़ी में जी-20 शिखर सम्मेलन में UPI की धूम देखने को मिलेगी। माना जा रहा है कि इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए कम से कम 1000 विदेशी मेहमान आएंगे। दरअसल, सरकार ने लगभग 1,000 विदेशी प्रतिनिधियों को यूपीआई टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी देने का प्लान बनाया है. उन्हें UPI के इस्तेमाल के बारे में बताया जाएगा।
सभी मेहमानों को यूपीआई से लेन-देन करने के लिए उनके यूपीआई वॉलेट में 1,000 रुपये तक डाले जाएंगे। इसके लिए 10 लाख रुपये का प्रबंध किया गया है। सरकार सभी संभावित डेलिगेट्स का वॉलेट बनवा रही है।
इसके अलावा, आरबीआई ने इस साल की शुरुआत में G20 देशों से आने वाले यात्रियों के लिए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस-आधारित भुगतान को बढ़ा दिया था, ताकि वे भारत में रहने के दौरान स्थानीय भुगतान कर सकें। ये सुविधा अप्रैल में उपलब्ध करायी गयी थी। भारत 9-10 सितंबर को नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए विश्व नेता नई दिल्ली कल यानी 8 सितंबर को पहुंच गए थे।
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— India TV (@indiatvnews) September 9, 2023
जी-20 समिट वेन्यू पर लगे हैं कई स्टॉल्स
G-20 Summit: डेलिगेशन के वॉलेट में जो 1000 रुपये तक डाले जाएंगे। उससे वो समिट वेन्यू पर लगे स्टॉल से सामान खरीद पाएंगे। जी-20 समिट वेन्यू में तमाम तरह के स्टॉल्स लगाए गए हैं। यहां भारतीय परंपराओं और संस्कृति से जुड़ी चीजें रखी गई हैं। खादी के कई उत्पाद उपलब्ध हैं। मेहमान अपने वॉलेट में मौजूद पैसे का उपयोग करके इन वस्तुओं को खरीद सकते हैं। एक बार जब मेहमान स्वयं UPI का उपयोग करेंगे, तो उन्हें एहसास होगा कि भारत में डिजिटल लेनदेन कितना आसान हो गया है।
सरकार यूपीआई की सफलता को भुनाना चाहती है और दुनिया को दिखाना चाहती है कि भारत में डिजिटल भुगतान कितना आसान हो गया है। इससे लोगों का जीवन कैसे बेहतर होता है? यूपीआई के अलावा, जी-20 प्रतिनिधियों को भारत के आधार और डिजीलॉकर के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। भारत सरकार की योजना UPI के उपयोग को न केवल भारत तक बल्कि अन्य देशों तक भी सीमित करने की है। अब तक श्रीलंका, फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात और सिंगापुर ने उभरते फिनटेक और भुगतान समाधानों पर भारत के साथ भागीदारी की है।
Written By: Poline Barnard
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