NCERT: संविधान से लेकर अब NCERT किताबों में बदलेगा देश का नाम, INDIA नहीं अब होगा भारत

NCERT: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) पैनल के सभी एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों में “इंडिया” को “भारत” से बदलने के प्रस्ताव को इसके सदस्यों से सर्वसम्मति से मंजूरी मिल गई है। ऐसे में जल्द ही एनसीईआरटी कि किताबों में इंडिया की जगह भारत लिखा नजर आ सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इंडिया के अलावा एंशिएंट हिस्ट्री की जगह किताबों में क्लासिकल हिस्ट्री को भी शामिल किए जाने की संभावनाएं हैं। साथ ही समिति ने हिंदू योद्धाओं की बीरगाथाओं को भी किताब का हिस्सा बनाने का सुझाव दिया है।

NCERT: आपको बता दें कि नई शिक्षा नीति 2020 के आने के बाद एनसीईआरटी अपने सिलेबस में बदलाव कर रहा है। जिसके तहत सिलेबस में कई तरह के संशोधन भी किए जा रहे हैं। इसी क्रम में सिलेबस में बदलावों को लेकर बीते दिनों 19 सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया था। कमेटी का कहना है कि इंडिया की जगह किताबों में भारत लिखा जाए।

NCERT बुक में अब इंडिया की जगह होगा भारत

NCERT: एनसीईआरटी केंद्रीय संस्थान है, जो स्कूली शिक्षा से जुड़े मामलों पर केंद्र और राज्य सरकारों को सलाह देती है। ये स्कूली शिक्षा संबंधी सभी नीति निर्माण का काम करती है। कक्षा पांच से लेकर 12 तक ज्यादातर स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबें ही पढ़ाई जाती हैं। सिविल सेवा और अन्य तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं में छात्रों को भी एनसीईआरटी की किताबें पढ़ने की सलाह दी जाती है।

एनसीईआरटी कमेटी के चेयरमैन सीआई इसाक ने कहा कि पैनल ने सभी विषयों में इंडियन नॉलेज सिस्टम को लाने का प्रस्ताव रखा है।  स्कूली किताबों में भी इंडिया की जगह भारत नाम लिखने की सिफारिश की गई है। प्राचीन इतिहास की जगह क्लासिकल हिस्ट्री को किताबों के जरिये स्कूली छात्रों को पढ़ाया जाएगा।

इंडिया नाम किसकी देन और कब शुरू हुआ?

NCERT: एनसीईआरटी की सोशल साइंस की हाईलेवल कमेटी ने ये सिफारिश की है। हालांकि एनसीईआरटी ने इस पर कोई आधिकारिक निर्णय नहीं लिया है। समिति ने मध्यकालीन इतिहास में हुईं तमाम हिन्दू राजाओं की विजय को भी प्रमुखता देने की बात कही है। इसाक ने कहा, मौजूदा समय में हमारी असफलताओं को ही किताबों में दिखाया गया है। लेकिन मुगल और सुल्तानों के खिलाफ हमारी जीत को प्रमुखता नहीं मिली। इसाक भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद (ICHR)के भी सदस्य हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कमेटी का कहना है कि इंडिया शब्द ईस्ट इंडिया कंपनी और प्लासी युद्ध के दौरान शुरू हुआ था, जो आज भी चल रहा है। वहीं, भारत शब्द विष्णु पुराण जैसे प्राचीन लेखों में मिलता है। ऐसे में सुझाव है कि इंडिया की जगह अब भारत लिखा जाएगा। साथ ही सदस्यों की तरफ से यह भी कहा गया है कि अभी तक किताबों में सिर्फ हमारी असफलताओं के बारे में पढ़ाया जा रहा है। हमारे सफलता के बारे में ज्यादा जिक्र नहीं किया गया है। ऐसे में किताबों में हिंदू युद्धाओं के बारे में भी पढ़ाया जाए।

Written By: Poline Barnard

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।