Nuh Violence: तिघर गांव में हुई ‘हिंदू समाज’ की महापंचायत, मुसलमानों को किराए पर कमरा और नौकरी की ना देने अपील

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Nuh Violence: देश इस समय हिंसा की आग में झुलस रहा है। जहां हरियाणा के नूंह समेत कई इलाकों में हिंसा से काफी नुकसान हुआ है। और इसे देखते हुए गुरुग्राम के तिघरा गांव में रविवार को हिंदू समाज की महापंचायत हुई। इस महापंचायतम में बड़ी संख्या में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और हिंदू समाज के लोग शामिल हुए। महापंचायत में शामिल तमाम लोगों ने एकसुर में मुस्लिम समाज के लोगों का आर्थिक और सामाजिक बहिष्कार का आह्वान किया।

रोजगार या नौकरी नहीं देने की अपील

Nuh Violence: महापंचायत में शामिल लोगों ने सभी स्थानीय निवासियों से उन्हें किराए पर कमरा और नौकरी या रोजगार नहीं देने की अपील की गई। इसके अलावा, महापंचायत ने सेक्टर 57 में अंजुमन मस्जिद को ध्वस्त करने की भी मांग की। उनका कहना है कि यह क्षेत्र मुख्य रूप से हिंदू है। महापंचायत ने मामले की जांच के लिए 101 सदस्यीय समिति का भी गठन किया। पंचायत ने कहा कि अगर गिरफ्तार युवकों को रिहा नहीं किया गया तो एक “महत्वपूर्ण निर्णय” लिया जाएगा।

महापंचायत ने हिंसा को पुलिस-प्रशासन की विफलता बताया। उन्होंने कहा कि पुलिस-प्रशासन की विफलता का ठीकरा हिंदूओं पर फोड़ा जा रहा है। एक विशेष समुदाय ने प्लानिंग के तहत हिंसा की और पुलिस ने गुरुग्राम में 4 हिंदू बच्चों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि नूंह के विधायक मम्मन खान को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है। इन लोगों का आरोप है कि स्थानीय विधायक मम्मन खान ने हिंसा भड़काई। साथ ही उन लोगों ने सवाल किया कि आखिर विधायक के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है, जबकि पुलिस निर्दोष लोगों को फंसा रही है?

Nuh Violence: महापंचायत के बड़े फैसले..

•नूंह में अंतरसांप्रदायिक हिंसा के बाद, गुरुग्राम में हिंदू संगठनों ने मुसलमानों के आर्थिक और सामाजिक बहिष्कार का आह्वान किया।
•महापंचायत में सभी निवासियों से अपील की गई कि वे मुसलमानों को अपार्टमेंट या नौकरियाँ किराए पर न दें।

•पंचायत ने सेक्टर 57 में अंजुमन मस्जिद को इस आधार पर ध्वस्त करने का भी आह्वान किया कि यह क्षेत्र मुख्य रूप से हिंदू है।
•मामले की निष्पक्ष जांच के लिए महापंचायत ने 101 सदस्यीय कमेटी का गठन किया।
•उनकी रिहाई की मांग को लेकर पुलिस को सात दिन का अल्टीमेटम दिया गया था।
•महापंचायत में विधायकों और मंत्रियों को भी ज्ञापन सौंपने का अनुरोध किया गया।
•समिति एक सप्ताह तक सभी विधायकों और मंत्रियों को उनकी रिहाई के लिए ज्ञापन देगी।
•महापंचायत में धार्मिक स्थल को हटाने का भी प्रस्ताव रखा गया है।

हिंसा मामले में पुलिस ने अभी तक 200 से भी ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा पुलिस ने एहतियातन 80 लोगों को हिरासत में भी ले रखा है। अब तक 104 एफआईआर दर्ज की गई हैं। यह हिंसा उस समय भड़की थी, जब 31 जुलाई के दिन नूंह में एक धार्मिक जुलूस पर भीड़ ने पथराव कर दिया था।

इस बीच, राज्य के तीन जिलों के 14 गांवों के निवासियों ने पुलिस को लिखा कि उन गांवों की पंचायतों और निवासियों ने मुस्लिम समुदाय का बहिष्कार करने का फैसला किया है। ये तीन जिले हैं महेंद्रगढ़, जाजर और रेवाड़ी. इन जिलों में मुस्लिम समुदाय के लोगों को किराए पर घर और दुकान नहीं देने की अपील की गई है। इसके अलावा, स्ट्रीट वेंडरों को भी जन्म प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने पर गांव में प्रवेश करने की अनुमति है।

Written By: Poline Barnard

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।