इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति की पत्नी, मशहूर लेखिका और समाज सेविका सुधा मूर्ति को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। इसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर की। इसके साथ ही उन्होंने इसे नारी शक्ति का प्रमाण बताया।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी जानकारी
पीएम नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में यह जानकारी साझा करते हुए लिखा है कि, “मुझे खुशी है कि भारत की राष्ट्रपति ने सुधा मूर्ति जी को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। सामाजिक कार्य, सहायता और शिक्षा सहित अन्य कई क्षेत्रों में सुधा जी का योगदान अतुलनीय और प्रेरणादायक रहा है।
राज्यसभा में उनकी उपस्थिति हमारी ‘नारी शक्ति’ का एक शक्तिशाली उदाहरण है, जो हमारे देश के भविष्य को आकार देने में महिलाशक्ति और क्षमता का उदाहरण है। मैं उनके सफल संसदीय कार्यकाल की कामना करता हूँ।” भारत के राष्ट्रपति द्वारा कला, साहित्य, विज्ञान और सामाजिक सेवाओं में उनके योगदान के लिए 12 सदस्यों को संसद के उच्च सदन में नामांकित करते हैं।
कौन है सुधा मूर्ति?
सुधा मूर्ति का जन्म 1950 में उत्तरी कर्नाटक के हावेरी जिले के शिगगांव में हुआ था और उन्होंने बीवीबी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से अपनी इंजीनियरिंग पूरी की, जहां उन्होंने सभी ब्रांच में फर्स्ट रैंक हासिल की थी। इसके साथ ही उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स से स्वर्ण पदक प्राप्त किया था। सुधा मूर्ति देश की जानी-मानी शिक्षिका होने के साथ-साथ लेखिका भी हैं। इसके अलावा सुधा मूर्ति इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष हैं।
सुधा मूर्ति साल 2023 में अपने सामाजिक कार्यों के लिए राष्ट्रपति से पद्म भूषण भी प्राप्त कर चुकी है। भारत का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार मिला था। इसके पहले उनको साल 2006 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है।
सुधा मूर्ति को कन्नड़ और अंग्रेजी में उनके साहित्यिक योगदान के लिए जाना जाता है। उन्होंने विभिन्न शैलियों में 30 से अधिक किताबें लिखी हैं। सुधा मूर्ति के दो बच्चे हैं, बेटी अक्षता मूर्ति ब्रिटेन में रहने वाली भारतीय फैशन डिजाइनर हैं और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी हैं। वहीं, बेटा रोहन मूर्ति, क्लासिकल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया के संस्थापक हैं।
Written By: Vineet Attri
ये भी पढ़ें..