Sanatani: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन सनातन धर्म से जुड़े अपने एक बयान के कारण विवादों में घिर गए हैं. सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना झेलने के बाद उन्हें अपने बयान को लेकर सफाई दी है. सनातन धर्म पर उनकी स्पीच के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। उदयनिधि की टिप्पणी को लेकर सोशल मीडिया पर आक्रोश देखने को मिला और उनके इस बयान पर देशभर में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली जिसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर इसे लेकर सफाई दी।
क्या कहा था उदयनिधि ने हिंदू धर्म के बारे में?
Sanatani: तमिलनाडु प्रगतिशील लेखक एवं कलाकार संघ की शनिवार को यहां आयोजित बैठक को तमिल में संबोधित करते हुए उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि “सनातन धर्म समानता और सामाजिक न्याय के खिलाफ है और उन्होंने आगे कहा कि ‘‘सनातन क्या है? यह संस्कृत भाषा से आया शब्द है। सनातन समानता और सामजिक न्याय के खिलाफ होने के अलावा कुछ नहीं हैं।”
उदयनिधि ने कहा कि “सनातन का क्या अभिप्राय है? यह शास्वत है, जिसे बदला नहीं जा सकता, कोई सवाल नहीं कर सकता है और यही इसका मतलब है।” उन्होंने आरोप लगाया कि सनातन ने लोगों को जातियों के आधार पर बांटा। उदयनिधि ने कहा, ‘‘सनातन धर्म को उखाड़ना मानवता और मानव समानता को बहाल करना है।”
Udhayanidhi Stalin, son of Tamilnadu CM MK Stalin, and a minister in the DMK Govt, has linked Sanatana Dharma to malaria and dengue… He is of the opinion that it must be eradicated and not merely opposed. In short, he is calling for genocide of 80% population of Bharat, who… pic.twitter.com/4G8TmdheFo
— Amit Malviya (@amitmalviya) September 2, 2023
द्रमुक नेता ने कहा कि “वह सनातन धर्म के कारण पीड़ित और हाशिये पर रह रहे लोगों की ओर से कहे गए अपने हर शब्द पर दृढ़ता से कायम हैं।” उन्होंने आगे कहा कि ‘‘मैं सनातन धर्म और समाज पर इसके नकारात्मक प्रभाव पर गहन शोध करने वाले पेरियार और (भीमराव) आंबेडकर के व्यापक लेखन को किसी भी मंच पर प्रस्तुत करने के लिए तैयार हूं।”
उन्होंने कहा कि ‘‘मैं अपने भाषण के अहम पहलू को दोहराता हूं। मेरा मानना है कि, मच्छरों द्वारा फैलने वाली डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों और covid-19 की तरह, सनातन धर्म कई सामाजिक बुराइयों के लिए जिम्मेदार है। मैं अपने रास्ते में आने वाली किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हूं, चाहे वह अदालत में हो या जनता की अदालत में। फर्जी खबरें फैलाना बंद करें।”
न्यूज एजेंसी से बातचीत में हिंदुओं के नरसंहार की अपील के आरोपों पर डीएमके नेता उदयनिधि ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि “वह सनातन धर्म की आलोचना वाले अपने बयान पर कायम हैं, लेकिन कुछ लोग बचकानी बात कर रहे हैं कि मैंने नरसंहार के लिए कहा है। भाजपा पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि क्या जब पीएम मोदी कांग्रेस मुक्त भारत कहते हैं तो क्या इसका मतलब है कि कांग्रेसियों को मार दिया जाना चाहिए?”
हालांकि, इस दौरान डीएमके नेता ने एक बार फिर कहा कि “उन्होंने केवल सनातन धर्म की आलोचना की है और सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए। ये बात वह लगातार कहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि सनातन का अर्थ है कुछ भी बदला नहीं जाना चाहिए और सारा कुछ स्थायी हैं। लेकिन द्रविड़ मॉडल बदलाव की बात करता है और कहता है कि सभी को समान होना चाहिए।”
डीएमके के नेता उदयनिधि स्टालिन ने आरोप लगाया कि इंडिया गठबंधन से खौफ में है बीजेपी… उदयनिधि बोले कि बीजेपी ने उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया है। वो मेरे खिलाफ भी केस दायर करेंगे, मैं उनका सामना करने के लिए तैयार हूं। दरअसल, बीजेपी इंडिया अलायंस से बुरी तरह डरी हुई है और लोगों को भटकाने के लिए वे यह सब कर रहे हैं।
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