China: चीन में कन्या पक्ष लेता है मुंह मांगा दहेज, लड़के वाले देकर कर लेते हैं शादी

प्रतीकात्मक चित्र

China: चीन में लंबे समय तक चली ‘वन चाइल्ड’ पॉलिसी ने अब चिंताजनक माहौल पैदा कर दिया है। उन दिनं पॉलिसी के दौर में ज्यादातर लोग बेटियों के बजाय बेटे चाहने लगे थे। नतीजा ये रहा, कि आज चीन में लैंगिक अनुपात बिल्कुल बिगड़ चुका है। जिसका खामियाजा अब लड़के वाले दहेज देकर उठा रहे हैं। लड़कियों की आबादी कम होने से शादी के लिए लड़कों के सामने खासा कम्पीटिशन खड़ा हो गया है। ये हालात ग्रामीण इलाकों में और भी खराब हैं, जहां महिलाओं के मुकाबले पुरुषों की आबादी करीब 2 करोड़ ज्यादा है।

आपको बता दें, कि पुर्तगाल की यूनिवर्सिटी ऑफ कॉइम्ब्रा में चीन के गांवों पर शोध कर रहे एंथ्रोपोलॉजी के प्रोफेसर गोंकालो सांतोस कहते हैं, कि महिलाओं को दोषी दिखाकर सरकार इस बात से ध्यान हटाना चाहती है कि इस समस्या की जड़ में सरकारी नीति ही है।

ग्रामीण लड़कियों की भी शहर जाने की चाह

ग्रामीण लड़कियां भी शहरी लड़कों से शादी करना ज्यादा पसंद करती हैं ताकि अर्बन हाउसहोल्ड रजिस्ट्रेशन परमिट मिल पाए। इससे स्कूलिंग, हाउसिंग से लेकर हेल्थ केयर बेहतर मिलता है। इन ग्रामीण इलाकों में कुंवारे लड़के ऊंचा वधू मूल्य देकर ही शादी कर पाते हैं। लड़की के मां-बाप इसे इस बात की गारंटी मानते हैं कि लड़का उनकी लड़की को बेहतर जीवन दे पाएगा।

China: हालांकि, वास्तविकता इसके ठीक उलट होती है। चाइनीज यूनिवर्सिटी ऑफ हॉन्गकॉन्ग में सोशियोलॉजी के प्रोफेसर यूयिंग टॉन्ग कहते हैं, कि लड़कों के मां-बाप ऊंचा वधू मूल्य चुकाने के लिए बड़ा कर्ज लेते हैं और गरीबी के कुचक्र में फंस जाते हैं।

परंपरा खत्म करना बेहद मुश्किल

चीन के सरकारी अधिकारी भी मानते हैं, कि इस परंपरा को खत्म करना बेहद मुश्किल है। समाज में ऊंचे वधू मूल्य को सोशल स्टेटस से जोड़ा जाता है। ग्रामीण इलाकों में अगर किसी लड़की को कम वधू मूल्य मिले तो यह चर्चा शुरू हो जाती है, कि लड़की में जरूर कोई कमी होगी।

China: दरअसल, इस परंपरा का चीन के ट्रेडिशनल फैमिली स्ट्रक्चर में महिलाओं की भूमिका से भी गहरा नाता है। महिलाओं को परिवार का ख्याल रखना होता है। ऐसे में वधू मूल्य को एक तरह से उनके मेहनत की कीमत माना जाता है, जो लड़का लड़की के परिवार को चुकाता है। शादी के बाद लड़की अपना घर छोड़कर लड़के के घर शिफ्ट हो जाती है, बच्चे पैदा करती है, घर के काम करती है और लड़के के मां-बाप की देखभाल करती है।

चीनी युवाओं ने शादी सपने देखने कर दिए बंद

चीन में बढ़ती कॉस्ट ऑफ लिविंग ने इस परंपरा को खतरनाक बना दिया है। लड़की के मां-बाप मानते हैं कि ये वधू मूल्य उनका हक है, ताकि वो किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपनी बचत को बढ़ा सकें। वहीं, उनका ये भी मानना है कि औसत उम्र ज्यादा होने से लड़के के मां-बाप ज्यादा समय तक जीते हैं और लड़की को उनकी ज्यादा देखभाल करनी होती है। ऐसै में इसकी कीमत भी ज्यादा होनी चाहिए।

बढ़ती महंगाई और वधू मूल्य के झमेले की वजह से कई चीनी युवा अब शादी से ही पल्ला झाड़ने लगे हैं। जियांगशी प्रॉविंस की राजधानी नानचांग में मैचमेकर का काम करने वाली लियु गुयोयिंग कहती हैं कि इस वजह से वधू मूल्य को लेकर भी सोच बदल रही है। नानचांग में औसत वधू मूल्य 40 लाख तक चला जाता है।

China: हालांकि नई पीढ़ी के पढ़े-लिखे चीनी युवा इस तरह की परंपराओं की खुलकर खिलाफत करते हैं। 2020 में 2000 लोगों पर किए गए एक सर्वे में ये सामने आया था कि युवा सिर्फ प्यार के लिए शादी करना चाहते हैं, वधू मूल्य के लिए नहीं।

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।