Ukraine vs Russia: अमेरिका के नेता का बड़ा बयान, युद्ध खत्म करने में अहम रोल निभा सकता है भारत

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Ukraine vs Russia: यूक्रेन युद्ध को लेकर बंटे विश्व में अब भारत के महत्व और विचार को गंभीरता से लिया जा रहा है। यूक्रेन में अमेरिका की राजदूत ब्रिगेट ए ब्रिंक ने कहा है कि भारत दुनिया की उभरती महाशक्ति है और वर्तमान में जी 20 देशों का अध्यक्ष है, वह यूक्रेन युद्ध को समाप्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। कुछ भारतीय पत्रकारों के लिए एक विशेष ऑनलाइन ब्रीफिंग में ब्रिंक ने कहा कि विभिन्न वैश्विक चुनौतियों के समाधान में भारत का नेतृत्व अहम है। साथ ही ‘ग्लोबल साउथ’ पर युद्ध के विपरीत प्रभाव को लेकर नई दिल्ली की बढ़ती चिंता इस बात की जमीन तैयार करती है कि वह संकट को कम करने में भूमिका निभा सकती है।

उन्होंने कहा कि अमेरिका स्वतंत्रता और लोकतंत्रों का समर्थन करने के लिए भारत समेत दुनियाभर में अपने सभी साझेदारों और सहयोगियों के साथ काम करने की उम्मीद रखता है। ब्रिंक ने कहा, कीव (यूक्रेन की राजधानी) से हर दिन मैं दो चीज़ें देखती हूं। जंग के विनाशकारी प्रभाव तथा यूक्रेनी लोगों की क्षमता और जुझारूपन।राजदूत ने कहा कि वैश्विक नेतृत्व के लिए भारत की आकांक्षाएं और जी-20 की ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ थीम के जरिए सामूहिक कार्रवाई का उसका आह्वान उस भावना को दर्शाता है, जो ‘शांति’ को हासिल करने के लिए जरूरी है।

वैश्विक अर्थव्यवस्था हुई प्रभावित

Ukraine vs Russia: अमेरिकी राजदूत ने कहा कि यूक्रेन युद्ध ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को गंभीरता से प्रभावित किया है। इससे खाद्य सुरक्षा प्रभावित हुई है और संयुक्त राष्ट्र के नियमों के अनुसार संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर असर पड़ा है। ब्रिंक ने कहा, इस साल जी-20 की अध्यक्षता के साथ आपके देश का नेतृत्व वैश्विक घटनाक्रमों को आकार देने के लिए अहम है जिसमें यूक्रेन जैसे स्थान भी शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि भारत ने अभी तक यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा नहीं की, लेकिन वह युद्ध को बातचीत और कूटनीति के जरिये खत्म कराने के लिए दबाव बना सकता है। ऐसा इसलिए जरूरी है क्योंकि यूक्रेन की स्वतंत्रता और संप्रभुता की रक्षा के लिए वहां की जनता युद्ध की बड़ी कीमत चुका रही है। पिछले साल सितंबर में उज़्बेकिस्तान के शहर समरकंद में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ एक द्विपीक्षय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था,“आज का युग युद्ध का नहीं है” और रूसी नेता को संघर्ष समाप्त करने के लिए प्रेरित किया था।

ब्रिंक ने कहा, ‘मैं जानती हूं कि भारत के लोग संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की स्वतंत्रता के महत्व को समझते हैं और भारत के नेताओं ने इन आधारभूत सिद्धांतों के बारे में बात की है। ‘ ब्रिंक ने लोकतंत्र और कानून के शासन पर आधारित वैश्विक व्यवस्था को बनाए रखने के प्रयासों के लिए भी भारत की सराहना।

Written By: Poline Barnard

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।