Assembly Elections 2023: पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान, जानें यहां के सियासी समीकरण और पिछले चुनाव का हाल

Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव होंगे. चुनाव आयोग ने 9 अक्टूबर को नई दिल्ली में इसकी घोषणा की. प्रदेश में एक ही चरण में विधानसभा चुनाव होंगे. इसके नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. बता दें, मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं। साल 2018 के चुनाव में बीजेपी को 109, कांग्रेस को 114, बसपा को 2, सपा को 1 और निर्दलीय उम्मीदवारों को 4 सीटें मिली थीं। तो वहीं राजस्थान में 23, मिजोरम में 7, तेलंगाना में 30, छत्तीसगढ़ में 7 और 17 नवंबर को वोटिंग, नतीजे 3 दिसंबर को होंगे।

Assembly Elections 2023: इस साल मध्य प्रदेश में 75 हज़ार 304 सर्विस वोटर, थर्ड जेंडर 1373 वोटर, 5124 100+ मतदाता, 22 लाख 32 हजार 564 फर्स्ट टाइम वोटर्स, 80 से ज्यादा उम्र के 6 लाख 53 हजार 640 मतदाता, 2 करोड़ 72 लाख 33 हजार 945 महिला मतदाता, 2 करोड़ 88 लाख 25 हजार 607 पुरुष मतदाता वोट देंगे। प्रदेश में कुल 5 करोड़ 60 लाख 60 हजार 925 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे।

Assembly Elections 2023: बता दें, विधानसभा चुनाव का गैजेट नोटिफिकेशन 21 अक्टूबर को जारी होगा। नामांकन भरने की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर होगी। 31 अक्टूबर को नामांकन की स्क्रूटनी होगी। उम्मीदवार 2 नवंबर तक अपना नाम वापस ले सकेंगे। मतदान 17 नवंबर को होगा। मतगणना तीन दिसंबर को होगी. उसी दिन इसके नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे।

2018 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद काफी कुछ बदला

Assembly Elections 2023:  बात अगर राजस्थान विधानसभा की करें तो यहां 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद काफी कुछ बदल गया है। इस दौरान राजस्थान की जनता ने कांग्रेस की अंदरूनी कलह, सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच जारी शीतयुद्ध और भी काफी कुछ है। इन सब के बीच आइए जानते हैं बीते पांच साल में राज्य की सियासत में क्या-क्या बदला? 2018 के चुनाव नतीजे क्या रहे? कब-कब गहलोत सरकार पर संकट आया? राज्य में कांग्रेस की जीत का नेतृत्व करने वाले सचिन पायलट ने कब-कब गहलोत सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कीं?

2018 में नतीजे क्या रहे थे?

Assembly Elections 2023:  राजस्थान विधानसभा के लिए चुनाव सात दिसंबर को हुए थे जबकि परिणाम 11 दिसंबर को घोषित हुए। अलवर की रामगढ़ सीट छोड़कर बाकी 199 सीटों पर मतदान हुआ। रामगढ़ सीट पर बसपा के प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह के निधन के कारण चुनाव स्थगित हो गया था। इस चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को पटखनी देते हुए 99 सीटें जीतीं।

इसके साथ ही प्रदेश में हर पांच साल में सत्ता परिवर्तन का रिवाज कायम रहा। भाजपा को 73, मायावती की पार्टी बसपा को छह तो अन्य को 20 सीटें मिलीं। कांग्रेस को बहुमत के लिए 101 विधायकों की जरूरत थी। कांग्रेस ने निर्दलियों और अन्य की मदद से जरूरी आंकड़ा जुटा लिया। इसके साथ ही राज्य की सत्ता में वापसी की।

अभी क्या है विधानसभा की स्थिति?

Assembly Elections 2023: 2018 के चुनाव के बाद 200 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस की 99, भाजपा की 77 सीटें थीं। छह सीटें बसपा और 20 अन्य के खाते में गई थीं। इस वक्त 230 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 108, भाजपा के 70 और 21 अन्य हैं। वहीं उदयपुर सीट वरिष्ठ भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया के इस्तीफे के कारण इसी साल फरवरी महीने में खाली हो गई थी जब उन्हें असम का राज्यपाल नियुक्त कर दिया गया।

Written By: Poline Barnard

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।