Ayodhya Ram Mandir: श्री राम मंदिर का ग्राउंड फ्लोर तैयार, 70 एकड़ में बन रहा मंदिर, महासचिव चंपत राय ने दिखाया नक्शा

Ayodhya Ram Mandir

Ayodhya Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होना है। उससे पहले मंदिर में तैयारियां जोरों पर है। 27 दिसंबर यानी बुधवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने भी श्री राम जन्मभूमि मंदिर का नक्शा यानी मानचित्र का वर्णन किया है। 70 एकड़ में बन रहा श्री राम लला का मंदिर…

Ayodhya Ram Mandir: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने भी श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मानचित्र का वर्णन किया है। उन्होंने वीडियो के माध्यम से पूरे मंदिर का नक्शा पेश किया है। राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया को तीन चरणों में पूरा कराया जाना है। तीसरा और आखिरी चरण के निर्माण की प्रक्रिया को दिसंबर 2025 तक पूरा कराया जाएगा।

Ayodhya Ram Mandir: चंपत राय ने प्रभु रामलला के दर्शन के लिए 33 सीढ़ियों के पार करने की बात भी कही। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने बताया है कि मंदिर का निर्माण 70 एकड़ भूमि के उत्तरी भाग पर किया जा रहा है। यहां तीन मंजिला मंदिर बनाया जा रहा है। मंदिर के भूतल का काम पूरा हो चुका है। पहली मंजिल निर्माणाधीन है। इसका कार्य अगले साल पूरा हो जाएगा।

Ayodhya Ram Mandir: मंदिर की है ये खासियत…

Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर भव्यता के साथ भारतीय परंपरा एवं तकनीक का भी पर्याय है। यह जानकारी रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने दी। वह रामजन्मभूमि परिसर के ही निकट स्थित रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र भवन में संवाददाताओं से वार्ता करते हुए राम मंदिर की विशेषताएं गिना रहे थे।

Ayodhya Ram Mandir: उन्होंने बताया कि “मंदिर निर्माण में लोहे का प्रयोग नहीं किया गया है और नींव के ऊपर कंक्रीट का भी प्रयोग नहीं किया गया गया है। मंदिर की नींव चार सौ फीट लंबे एवं तीन सौ फीट चौड़े विशाल भूक्षेत्र पर मोटी रोलर कांपेक्टेड कंक्रीट की 14 मीटर मोटी कृत्रिम चट्टान ढाल कर की गई है। मंदिर की प्लिंथ 380 फीट लंबी एवं 250 फीट चौड़ी है तथा मंदिर के मुख्य शिखर की ऊंचाई 161 फीट है।”

पूर्व दिशा से होगा प्रवेश, दक्षिण से निकास

Ayodhya Ram Mandir: श्री राम मंदिर परिसर के भीतर अलग-अलग 44 द्वार बनाए गए हैं। इस परिसर में भगवान श्री राम के गुरुओं का मंदिर भी होगा। सबरी और अहिल्याबाई माता के मंदिर भी होंगे। मुख्य मंदिर निर्माण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इनके निर्माण की प्रक्रिया को आरंभ किया जाएगा। श्री राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया है कि राम मंदिर में पूर्वी दिशा से श्रद्धालुओं को प्रवेश कराया जाएगा। वहीं, प्रभु रामलला का दर्शन करने के बाद भक्त दक्षिण दिशा से बाहर निकल सकेंगे।

 

सरयू नदी में नहीं जाएगा राम जन्मभूमि का पानी

Ayodhya Ram Mandir: राम जन्मभूमि परिसर को लेकर चंपत राय ने बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर का अपना अलग सीवरेज सिस्टम होगा। यहां का पानी नगर निगम की नालियों से नहीं बहेगा। नगर निगम की नालियों में वेस्टेज नहीं जाएगा। मंदिर के लिए अलग सीवरेज सिस्टम होगा। यहां पर पेयजल से लेकर बिजली सप्लाई की लाइन भी अलग होगी। इस मंदिर को लेकर तमाम व्यवस्था को पूरा कराया जा रहा है।

Written By- Vineet Attri.

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By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।