Gyanvapi Maszid Case: ज्ञानवापी परिसर पर ASI सर्वे की रिपोर्ट को लेकर हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कई दावे पेश किए हैं। उन्होंने गुरुवार 25 जनवरी को एएसआई की सर्वे रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी है। उन्होंने बताया है रिपोर्ट में सामने आया है कि ज्ञानवापी में पहले हिंदू मंदिर था। उन्होंने एएसआई रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि मौजूदा ढांचे के निर्माण से पहले वहां एक बड़ा हिंदू मंदिर मौजूद था। बताते चलें कि ASI सर्वे रिपोर्ट कुल 839 पन्नों की बताई जा रही है। यह ASI का निर्णायक निष्कर्ष है। हालांकि, ओवैसी इससे सहमत होते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। इसके बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी हैं। AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने एएसआई को हिंदुत्व की कठपुतली ही बता दिया।
Gyanvapi Maszid Case: उधर, इस मामले में असदुद्दीन ओवैसी ने ASI की रिपोर्ट पर कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया है। ओवैसी ने लिखा है कि ‘यह पेशेवर पुरातत्वविदों या इतिहासकारों के किसी भी समूह के सामने अकादमिक जांच में टिक नहीं पाएगा। रिपोर्ट अनुमान पर आधारित है और वैज्ञानिक अध्ययन का मजाक उड़ाती है। जैसा कि एक महान विद्वान ने एक बार कहा था। एएसआई हिंदुत्व के हाथ की कठपुतली है।
This wouldn’t stand academic scrutiny before any set of professional archaeologists or historians. The report is based on conjecture and makes a mockery of scientific study. As a great scholar once said “ASI is the handmaiden of Hindutva“ https://t.co/vE76X1uccM
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) January 25, 2024
Gyanvapi Maszid Case: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बोले मुस्लिम पक्ष सौंप दे मस्जिद
Gyanvapi Maszid Case: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर लिखा है कि ज्ञानवापी पर ASI सर्वे के बाद मुस्लिम पक्ष को खुद ही यह मंदिर हिंदू पक्ष को सौंप देना चाहिए। इससे इतिहास में हुई गलतियों को सुधारने का अवसर मिलेगा और सामाजिक समरसता को भी बढ़ावा मिलेगा।वहीं यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने भी इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद ट्वीट किए थे। केशव प्रसाद मौर्य ने लिखा ‘हर हर महादेव!’ और वहीं, ब्रजेश पाठक ने लिखा है ‘बम बम भोले… बाबा की कृपा।’
बम बम भोले ।बाबा की कृपा
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) January 25, 2024
Written By- Vineet Attri.
ये भी पढ़ें….