Hijab Vivad Case: AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कर्नाटक के सीएम से हिजाब पर पाबंदी खत्म करने की मांग

Hijab Vivad Case

Hijab Vivad Case: हिजाब मामले में पहले भी राजनीति हो रही थी और अब भी राजनीति हो रही है। हिजाब विवाद ठंड़ा होता नजर आ रहा था लेकिन, असदुदीन ओवैसी ने बयान देकर फिर से हिजाब विवाद को जिंदा करने की कोशिश की है। कर्नाटक हिजाब विवाद पर AIMIM अध्यक्ष ओवैसी ने कहा, “7 महीने हो गए लेकिन ये ऑर्डर नहीं निकाल पा रहे हैं…कोई ड्रेस कोड नहीं होगा यही ऑर्डर निकालना है लेकिन ये भी इनसे नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री एक जनसभा में कहते हैं कि जिसको जो पहनना है पहने और वही बात मीडिया के सामने कहते हैं अभी इस पर विचार चल रहा है।…हम मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि आप तुरंत ऑर्डर निकाले और हिजाब पर पाबंदी खत्म करें..”

 

Hijab Vivad Case: इससे पहले भी ओवैसी ने कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया पर हिजाब विवाद मामले को लेकर तंज कसते हुए कहा थी कि “आपको सत्ता में आए 6 महीने से ज्यादा हो गए हैं. मुस्लिम लड़कियों को शिक्षा का अधिकार होना चाहिए या नहीं, इसमें “चिंतन” करने की क्या बात है? करने के लिए धन्यवाद …सिद्धारमैया यह स्पष्ट करने के लिए कि हिजाब पर प्रतिबंध अभी भी “धर्मनिरपेक्ष” कांग्रेस सरकार द्वारा लागू किया जा रहा है। जिन मुसलमानों ने आपको वोट दिया, वे बहुत खुश होंगे…”

Hijab Vivad Case: कर्नाटक से शुरू हुआ था विवाद

Hijab Vivad Case: आपको बता दें कि कर्नाटक के उप्पिनंगडी गवर्नमेंट प्रीयूनिवर्सिटी कॉलेज में हिजाब पहनकर कॉलेज पहुँची 6 छात्राओं को निलंबित कर दिया था। कई बार प्रिंसिपल के चेताए जाने के बावजूद ये छात्राएँ कॉलेज में हिजाब पहनकर पहुँची थीं। इसलिए कॉलेज के प्रिसिंपल ने स्टाफ की मीटिंग के बाद इन छात्राओं को बर्खास्त करने का फैसला लिया था।

Hijab Vivad Case: कॉलेज प्रशासन के मुताबिकइन छात्राओं को 1 हफ्ते के लिए इसलिए निलंबित किया गयाक्योंकि उन्हें आशंका थी कि इससे अन्य छात्राओं को भी विरोध के लिए उकसाया जा सकता है।

Hijab Vivad Case: आगे ये भी बतातें है कि हिजाब पर रोक के बावजूद कर्नाटक के दूसरे कॉलेज में पिछले साल 2022 में 16 छात्राएँ हिजाब पहनकर पहुँची थीं। हम्पनाकट्टे के पास मंगलुरु यूनिवर्सिटी के कॉलेज में हिजाब पहनकर पहुँची इन छात्राओं ने क्लास करने की अनुमति माँगी थी। कॉलेज की प्रिंसिपल ने उन छात्राओं को कक्षाओं में जाने से मना कर दिया और उन्हें वापस भेज दिया।

Hijab Vivad Case:छात्राओं ने जिला आयुक्त के कार्यालय जाकर इसकी शिकायत की थी कि उन्हें हिजाब पहनकर कक्षाओं में नहीं बैठने दिया जा रहा है। इसके बाद डीसी ने उन्हें कॉलेज की रूलबुकसरकार और कोर्ट के आदेशों का पालन करने के लिए कहा था।

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By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।