स्वामी प्रसाद मौर्य: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर दिया शर्मनाक बयान कहा- “कारसेवकों पर गोली चलवाना सहीं फैसला”

स्वामी प्रसाद मोर्य

स्वामी प्रसाद मौर्य: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कल मंगलवार 9 जनवरी को सपा नेताओं के लिए एक दिशा निर्देश देते हुए कहा था कि कोई भी नेता राम मंदिर के लिए कोई टीका- टिप्पणी नहीं करेगा। राम मंदिर को लेकर विवादित बयान देने से बचाना चाहिए लगता तो ये ही है कि अखिलेश यादव के कंट्रोल में नहीं मौर्य… स्वामी प्रसाद है कि मानते ही नहीं है।आदत से मजबूर सपा महासचिव ने एक बार फिर शर्मनाक बायन दिया है। समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, “जिस समय अयोध्या में राम मंदिर पर घटना घटी थी, बिना न्यायपालिका के किसी निर्देश के, बिना किसी आदेश के अराजक तत्वों ने जो तोड़-फोड़ की थी, उसपर तत्कालिन सरकार ने संविधान की, कानून की रक्षा के लिए उस समय जो गोली चलवाई थी वह सरकार का अपना कर्तव्य था, उन्होंने अपना कर्तव्य निभाया था…”

किस मुंह से सपा विधायक राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा निमंत्रण मिलने की…

स्वामी प्रसाद मौर्य: एक तरफ तो अयोध्या में बहुप्रतीक्षित श्रीरामलला के नवीन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों पर चल रहीं हैं। 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में देश-विदेश से 8000 मेहमानों को बुलाया गया है। लेकिन दिलचस्प बात तब सामने आ गई जब प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए प्रदेश के विधायकों को निमंत्रण नहीं मिला। इस बीच समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और अमेठी के गौरीगंज से विधायक राकेश प्रताप सिंह ने यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को पत्र लिख कर सभी विधायकों को 22 जनवरी को श्रीराम लला के दर्शन कराने की मांग कर रहे है।

भाजपा विधायक सुब्रत पाठक: ये ही वो लोग है जिन्होने राम भक्तों पर चलवायी गोली

स्वामी प्रसाद मौर्य: आपको बता दें कि सपा विधायकों को राम प्राण प्रतिष्ठा समरोह में न बुलाने को लेकर भाजपा विधायक सुब्रत पाठक ने राम मंदिर ट्रस्ट को पत्र लिखते हुए कहा था कि इनको 22 जनवरी को अयोध्या जाने से रोक देना चाहिए। इसके लिए उन्होंने ठोस रीजन देते हुए कहा ये भी कहा था जिन्होने राम भक्तों पर गोली चलवायी थी। ये ही वो लोग है जिन्होंने हमेशा राम मंदिर का विरोध किया है इसलिए इनको निमंत्रण नहीं देना चाहिए।

Swami Prasad Maurya: पहले भी दे चुके शर्मनाक बयान

 

स्वामी प्रसाद मौर्य: इससे पहले भी सपा महसचिव हिंदू धर्म और हिंदुओं को लेकर शर्मनाक और विवादित बयान देते रहते है। अभी हाल ही में उन्होंने हिंदू धर्म को धोखा बताया था। इसके अलावा स्वामी प्रसाद मौर्य  ने तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस के कुछ हिस्सों पर यह कहते हुए पाबंदी लगाने की मांग की थी कि “उनसे समाज के एक बड़े तबके का जातिवर्ण और वर्ग के आधार पर अपमान होता है और साथ ही कहा था कि यह ‘अधर्म‘ हैजो न केवल बीजेपी बल्कि संतों को भी हमले के लिए आमंत्रित कर रहा है।

स्वामी प्रसाद मौर्य: रामचरित मानस की जलाई थी प्रति

स्वामी प्रसाद मौर्य: मौर्य और उनके समर्थकों ने रामचरित मानस की प्रति को आग के हवाले कर दिया था। ये अलग बात है कि उनके समर्थकों और उन पर कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ था।

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By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।