Ghaziabad Name Change: गाजियाबाद का नाम बदलने की तैयारी में निगम, इन नामों का हो सकता है चयन

Ghaziabad Name Change: गाजियाबाद नगर निगम बोर्ड की बैठक में मंगलवार 9 जनवरी 2024 को गाजियाबाद का नाम बदलने का प्रस्ताव पास हुआ है।इस प्रस्ताव के पास होते ही पूरे सदन में जय श्रीराम,वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे गूंजने लगे।

गाजीउद्दीन के नाम पर पड़ा गाजियाबाद

Ghaziabad Name Change: गाजियाबाद के नाम को परिवर्तित किए जाने की मांग काफी समय से की जा रही थी। हिंदू संगठन और यहां के जनप्रतिनिधियों की तरफ से गाजियाबाद का नाम परिवर्तित करने की मांग उठती रही है। गाजियाबाद शहर की स्थापना 1740 में मुगल बादशाह मोहम्मद शाह के वजीर गाजीउद्दीन ने की थी। गाजीउद्दीन ने ग्रांड ट्रंक (GT) रोड के किनारे एक शहर बसाया था। इसके चार दरवाजे थे। शहर का नाम गाजीउद्दीन के नाम पर ही गाजीउद्दीन नगर पड़ गया। यह बाद में गाजियाबाद कहा जाने लगा। जिसे मुस्लिम आक्रांताओं की याद दिलाने वाला नाम बताते हुए लगातार हिन्दू संगठनों की तरफ से आवाज उठाती रही है।

गाजियाबाद की मेयर ने बताए तीनों नाम

Ghaziabad Name Change:गाजियाबाद नगर निगम की मेयर सुनीता दयाल ने मंगलवार को बताया कि शहर के नामों के विकल्प के रूप में हरनंदी नगर, गज प्रस्थ और दूधेश्वरनाथ नगर रखा गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ये प्रस्ताव भेजा जाएगा, वही इस पर फैसला लेंगे। हालांकि नाम बदलने के लिए केंद्र सरकार की मंजूरी जरूरी होगी।

CM योगी को भेजे जाएंगे नाम

Ghaziabad Name Change: मेयर ने आगे कहा, ‘बोर्ड के साथ चर्चा के बाद एक प्रस्ताव सीएम को भेजा जाएगा। नाम बदलने पर अंतिम निर्णय सीएम आदित्यनाथ योगी लेंगे। इस बीच, जिले के दूधेश्वर नाथ मंदिर के मुख्य पुजारी महंत नारायण गिरि ने कहा कि उनकी पिछले महीने सीएम योगी से मुलाकात हुई थी, जिसके दौरान योगी ने उन्हें आश्वासन दिया था कि वह नाम बदलने के अनुरोध पर विचार करेंगे।

1976 में बना था जिला

Ghaziabad Name Change: 14 नवंबर 1976 से पहले गाजियाबाद जिला मेरठ की तहसील थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने 14 नवंबर 1976 को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की जयंती पर गाजियाबाद को जिला घोषित किया। इसका क्षेत्र दिल्ली की सीमा से ब्रजघाट तक था। 28 सितंबर 2011 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने हापुड़ को अलग जिला बना दिया। इसे नाम दिया पंचशील नगर। बाद में जुलाई 2012 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने फिर से हापुड़ कर दिया।

यूपी में कई जगहों के नाम बदले गए

Ghaziabad Name Change: साल 2018 में यूपी सरकार ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज रख दिया। इसके बाद से कई और जगहों के नाम बदले दिए गए है। 2020 में सीएम योगी ने घाघरा नदी का नाम बदलकर सरयू रखने की बात कही थी। साल 2021 में फैजाबाद जंक्शन का नाम भी बदला गया। इसे अब अयोध्या कैंटोनमेंट के नाम से जाना जाता है। इसी साल झांसी रेलवे स्टेशन का नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन कर दिया गया।

दिसंबर 2023 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यूपी में दो जगहों के नाम बदलने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी। गोरखपुर जिले के मुंडेरा बाजार का नाम बदलकर चौरी-चौरा और देवरिया जिले के तेलिया अफगान गांव का नाम बदलकर तेलिया शुक्ल कर दिया गया है।

Written By- Vineet Attri

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By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।