UP Budget 2023: बुधवार 22 फरवरी को उत्तर प्रदेश विधानसभा में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने योगी सरकार का बजट पेश किया। इस दौरान सदन में सीएम योगी आदित्यनाथ भी सदन में मौजूद रहे। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने शायराना अंदाज में बजट पढ़ना शुरू किया। उन्होंने कहा कि “योगी जी का बजट बना है, यूपी की खुशहाली का… ये अदभूत रंगीन करेगा, आने वाली होली को…”
वित्त मंत्री ने कहा कि ” दुग्ध उत्पादन, गन्ना, चीनी उत्पादन और एथेनॉल की आपूर्ति में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। कृषि निवेशों पर किसानों को देय अनुदान डीबीटी के माध्यम से भुगतान करने वाला देश में उत्तर प्रदेश पहला राज्य बना है।
UP Budget 2023: वित्त मंत्री सुरेश खन्ना- देश की GDP में प्रदेश का योगदान 8% से अधिक
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि “देश की GDP में प्रदेश का योगदान 8% से अधिक का हैं। मुझे यह बताते हुए हर्ष है कि वर्ष 2021 2022 में प्रदेश के सकल राज्य घरेलू उत्पाद में 16.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है जो देश की विकास दर से अधिक रही है।
उन्होंने आगे कहा कि “वित्तीय वर्ष 2023 2024 के लिए GSDP में वृद्धि की दर 19 प्रतिशत अनुमानित की गई है। वैश्विक मंदी के दौर में प्रदेश की अर्थव्यवस्था की विकास दर उत्साहजनक है। वर्ष 2017 के पूर्व प्रदेश की बेरोजगारी दर 14.4 प्रतिशत थी, आज यह घटकर लगभग 4.2 प्रतिशत हो गई है।”
UP Budget 2023: वित्त मंत्री ने कहा कि “उत्तर प्रदेश कई क्षेत्रों में देश के अग्रणी राज्य के रूप में उभरा है। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण व शहरी के अन्तर्गत आवास निर्माण, ग्रामीण स्वच्छ शौचालय निर्माण, सूक्ष्म लघु मध्यम उद्योगों की स्थापना, स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत इंडिया स्मार्ट सिटी अवॉर्ड कॉटेस्ट में और पीएफएमएस पोर्टल द्वारा डीबीटी के माध्यम से लाभार्थियों को धनराशि हस्तांतरण करने में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है।“
UP वित्त मंत्री सदन में बजट के दौरान कहा कि “स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के पात्र छात्र-छात्राओं को टैबलेट/स्मार्टफोन देने हेतु वित्तीय वर्ष 2023-2024 के बजट में 3600 करोड़ रु. की व्यवस्था प्रस्तावित है। उत्तर प्रदेश सूचना प्रौद्योगिकी एवं स्टार्टअप्स नीति हेतु 60 करोड़ रु.की व्यवस्था प्रस्तावित है।”
UP Budget 2023: उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि “प्रदेश में कानून एवं शान्ति व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी सुनश्चित करने हेतु 03 महिला पीएसी बटालियन का गठन किया जा रहा है।”
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि “हमारी सरकार द्वारा प्रदेश के लगभग 46 लाख 22 हजार गन्ना किसानों को वर्ष 2017 से अब तक 1,96,000 करोड़ रुपये से अधिक का रिकार्ड गन्ना मूल्य भुगतान कराया गया जो वर्ष 2012 से 2017 तक की अवधि में किए गए कुल गन्ना मूल्य भुगतान 95,125 करोड़ रु. से 86,728 करोड़ रु.अधिक है।”
हमारी सरकार द्वारा प्रदेश के लगभग 46 लाख 22 हजार गन्ना किसानों को वर्ष 2017 से अब तक 1,96,000 करोड़ रुपये से अधिक का रिकार्ड गन्ना मूल्य भुगतान कराया गया जो वर्ष 2012 से 2017 तक की अवधि में किए गए कुल गन्ना मूल्य भुगतान 95,125 करोड़ रु. से 86,728 करोड़ रु.अधिक है:UP वित्त मंत्री pic.twitter.com/vnNVsgcFHB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 22, 2023
सीएम योगी: बजट में सब तबके के लोगों को ध्यान में रखा गया
वहीं बजट पेश होने से पहले मुख्यमंत्री ने लगातार दो ट्वीट में किए और उनमें लिखा कि “आजादी के अमृत काल के प्रथम वर्ष में आज प्रस्तुत होने जा रहा ‘नए उत्तर प्रदेश’ का बजट राज्य के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास के इतिहास में नए स्वर्णिम अध्याय जोड़ेगा।”
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि “निःसंदेह, यह बजट आदरणीय प्रधानमंत्री जी के विजन (नजरिये) के अनुरूप प्रदेश के गांव, गरीब, किसान, नौजवान व महिलाओं समेत समाज के हर तबके के हितों की पूर्ति करने वाला होगा।”
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना विधानसभा पहुंचे। #UPBudget pic.twitter.com/WLKhWP3URC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 22, 2023
सपा प्रमुख अखिलेश यादव: अगर बड़े फैसले लिए होते तो आज यूपी की अर्थव्यवस्था…
इस दौरान सदन में सपा प्रमुख अखिलेश यादव काली शेरवानी पहनकर पहुंचे हैं और उन्होंने बजट को लेकर कहा कि “1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का जो सपना इन्होंने दिखाया है तो मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री जी विपक्ष और जनता को बताएंगे कि उन्होंने 1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लिए क्या-क्या कदम उठाए हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि “हर बजट ऐतिहासिक बोला जाता है लेकिन सच्चाई ये हैं कि अभी तक जो 6 बजट आए हैं उसमें नहीं लगता कि किसान, युवा या बेरोजगारी के लिए कोई बड़े फैसले लिए हो। अगर बड़े फैसले लिए होते तो आज यूपी की अर्थव्यवस्था न जाने कहां पहुंच गई होती।”
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