UP News: योगी के यूपी में धर्मांतरण के मामले रूकने का नाम ही नहीं ले रहे है। योगी ने वक्त-वक्त पर प्रशासन और पुलिस को आदेश भी दिया कि वो किसी भी हालत में प्रदेश में धर्मांतरण को बर्दास्त नहीं किया जाएगा। लेकिन, यूपी में यदा-कदा धर्मांतरण के मामले देखने और सुनने को मिल जाते है। ऐसे ही धर्मांतरण का मामला सामने आया है। इस बार धर्मांतरण के लिए वीडियो गेम ‘बेटल रायल’ सहारा ले रहे है।
UP News: आरोपी अब्दुल रहमान ने तीन किशोर समेत चार लोगों का करवाया मतांतरण
UP News: आपको बता दें कि धर्मांतरण करवाने वाला आरोपित अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी को जेल भेज दिया गया है। अब्दुल पर आरोप है कि उसने तीन किशोर समेत चार लोगों का मतांतरण करवाया था।यूपी पुलिस ने सोमवार (5 जून) को कोर्ट में पेश कर उसके खिलाफ साक्ष्य रखे। सुनवाई के बाद अदालत ने आरोपित को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। पुलिस ने संजयनगर सेक्टर 23 के साइबर कैफे की छानबीन भी शुरू कर दी है, जो नन्नी के भाई का है, लेकिन इसका कामकाज नन्नी ही देखता था।
बद्दो से नन्नी का लिंक की खोज रही है पुलिस
UP News: साइबर कैफे की छानबीन के पीछे साइबर पुलिस का उद्देश्य नन्नी का बद्दो से लिंक खोजना है, क्योंकि मतांतरण की शुरुआत बद्दो ने की थी। उसने छात्र से 20 हजार रुपये भी लिए थे। उसके कहने पर ही छात्र संजयनगर सेक्टर 23 की जामा मस्जिद में नमाज पढ़ने जाने लगा था। यहां पर वह नन्नी से मिला था।
हालंकि, मोबाइल जांच में बद्दो से नन्नी का लिंक नहीं मिला। इसीलिए पुलिस साइबर कैफे के कंप्यूटरों का डाटा खंगाल रही है। पुलिस के मुताबिक छात्र ने बद्दो के बारे में नन्नी को बताया था। नन्नी खुद को इस्लाम का प्रचारक बताता है। नन्नी इतना शातिर था कि मोबाइल के बजाय वह बद्दो से साइबर कैफे के जरिये संपर्क करता हो।
बद्दो अभी तक है फरार
UP News: ऑनलाइन गेमिंग के जरिये छात्र का ब्रेन वाश कर मतांतरण कराने के मामले में राजनगर के उद्यमी ने थाना कविनगर में 30 मई को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। छानबीन में पुलिस ने बद्दो नाम की आइडी से बात करने वाले की पहचान मकसूद शाहनवाज खान के रूप में की थी। शातिर इतना है कि वो बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहा है।
बता दें कि 31 मई को गाजियाबाद पुलिस की चार सदस्यीय टीम मुंबई के लिए रवाना हुई थी। हालांकि पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपित नवी स्थित अपने मकान से भाग गया था।
UP News: पुलिस ने बद्दों के एक और साथी की पहचान आशीष डंगवाल के रूप में की है। वह भी नवी में रहता है और छात्र से गेमिंग के जरिए जुड़ने के बाद उसे जाकिर नाइक के वीडियो भेजता था। आशीष बद्दो के लिए काम करता है या वह भी छात्र की भांति मतांतरण का शिकार हुआ है, फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है। उसके पकड़े जाने पर ही इस बारे में पता चल पाएगा।
धर्मांतरण के खेल को कैसे दिया जाता था अंजाम
‘रायल बेटम’ के जरिए तीन स्टेप में धर्मांतरण का खेल खेला जाता था। बता दें कि क्या थी इसकी 3 step conversion tactic?
1 Step- गेम में हारने पर कुरान की आयतें पढ़वाकर दी जाती थी जब ही गेम उनको री-लाइफ मिलती थी।
2 Step- मुस्लिम लड़के हिन्दू बनकर करते थे चैट
3 Step- भेजे जाते थे जाकिर नाइक के वीडियो
UP News: गाजियाबाद के DCP निपुन अग्रवाल ने कहा कि “30 मई को थाना कविनगर में बहला फुसला कर धर्मांतरण का एक अभियोग पंजीकृत हुआ था। इसमें 2 लोग नामजद थे। हमें मामले में बद्दो नामक एक व्यक्ति के बारे में पता चला जिसका असली नाम शाहनवाज मकसूद खान है। उसकी गिरफ़्तारी के लिए टीम रवाना कर दी गई है। इसके साथ ही एक मौलवी(अब्दुल रहमान) का भी नाम सामने आया था। एक नाबालिग जैन और 2 हिंदू लड़कों को बहला फुसला कर धर्मांतरण कराने में इसकी अहम भूमिका रही है। इसके संबंध में हमें साक्ष्य मिले हैं।”
#WATCH 30 मई को थाना कविनगर में बहला फुसला कर धर्मांतरण का एक अभियोग पंजीकृत हुआ था। इसमें 2 लोग नामजद थे। हमें मामले में बद्दो नामक एक व्यक्ति के बारे में पता चला जिसका असली नाम शाहनवाज मकसूद खान है। उसकी गिरफ़्तारी के लिए टीम रवाना कर दी गई है। इसके साथ ही एक मौलवी(अब्दुल… pic.twitter.com/SgBpi1076X
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 5, 2023
डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने आगे बताया कि “पूरे नेटवर्क को 3 चरणों में चलाया जा रहा था। हर स्टेप पर अलग लोग थे। उनके बारे में पता किया जा रहा है। गेमिंग ऐप पर बद्दो के अलावा कुछ अन्य आईडी के बारे में भी पता चला है। दूसरा ऐप डिस्कॉर्ड है। उससे जुड़े लोग भी हमारी जांच में शामिल किए गए हैं। दोनों स्टेप के बाद तीसरे चरण में अब्दुल जैसे लोग थे। इनमें से अब्दुल की गिरफ्तारी हो चुकी है, बाकी लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है।”
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