UP News: यूपी एसटीएफ ने एक लाख का इनामी बदमाश कुख्यात गैंगस्टर विनोद उपाध्याय को एनकाउंटर में किया ढेर पढ़िए पूरी रिपोर्ट

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UP News: यूपी एसटीएफ ने एक लाख के इनामी बदमाश विनोद उपाध्याय को मुठभेड़ में मार गिराया। ये मुठभेड़ शुक्रवार सुबह सुल्तानपुर के देहात कोतवाली क्षेत्र में हुई में हुई है। विनोद उपाध्याय प्रदेश के बड़े माफियाओं में शामिल था। पिछले काफी समय से यूपी पुलिस और एसटीएफ को विनोद उपाध्याय की तलाश थी।

UP News: विनोद उपाध्याय पर था 1 लाख का इनाम

UP News:बता दें कि एसटीएफ और विनोद उपाध्याय की मुठभेड़ सुल्तानपुर में हुई है। सुल्तानपुर के देहात कोतवाली में एसटीएफ के अधिकारी दीपक कुमार की टीम के साथ विनोद उपाध्याय की जमकर मुठभेड़ हुई। दोनों तरफ से गोलियां चली। इस दौरान विनोद ने भागने की कोशिश की। तभी गोली विनोद उपाध्याय को जाकर लग गई और उसकी मौत हो गई।इसके ऊपर 1 लाख का इनाम भी घोषित था।

UP News:मीडिया रिपोर्ट की माने तो गोली लगने के बाद विनोद को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। विनोद उपाध्याय के एनकाउंटर के साथ ही उत्तर प्रदेश में अपराध की दुनिया के एक और बड़े नाम का अंत हो गया है।

एक थप्पड़ की बजह से बना था गैंगस्टर?

UP News: विनोद उपाध्याय उस वक्त चर्चा में आया था जब उसने एक थप्पड़ मारे जाने की वजह से हत्या कर दी थी। विनोद उपाध्याय की लिए जुर्म की दुनिया में एंट्री इसी वारदात के जरिए हुई थी। दरअसल साल 2004 में गोरखपुर जेल में बंद अपराधी जीतनारायण मिश्र ने किसी बात पर विवाद होने के बाद उसे थप्पड़ जड़ दिया था।

जुर्म की दुनिया का बड़ा नाम था विनोद

UP News: आपको बता दें कि गोरखपुर क्षेत्र में विनोद उपाध्याय अपराध की दुनिया का बड़ा नाम था। इसके खिलाफ कई जिलों में हत्या, अपहरण और फिरौती जैसे गंभीर मामलों में केस दर्ज हैं। ये संगठित गिरोह बनाकर जनपद गोरखपुर, बस्ती, संतकबीर नगर और लखनऊ में हत्याओं को अंजाम देता था।

अयोध्या का रहने वाला था विनोद

UP News: उपाध्याय को 7 महीने से एसटीएफ और गोरखपुर क्राइम ब्रांच की टीम ढूंढ रही थी। विनोद उपाध्याय यूपी के माफियाओं की टॉप 10 लिस्ट में शामिल था। विनोद उपाध्याय अयोध्या जिले के पुरवा का रहने वाला था।

राजनीति में घुसने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहा

UP News: यूपी के पूर्वांचल के कई जिलों में दहशत का पर्याय रहे विनोद उपाध्याय ने 2007 में बीएसपी से विधानसभा चुनाव भी लड़ा था लेकिन वो हार गया था। उसने भी अन्य बाहुबलियों की तरह राजनीति में एंट्री लेनी की कोशिश की लेकिन असफल रहा। इसके बाद उसने जरायम की दुनिया पर फोकस किया और एक के बाद एक कई अपराधिक वारदातों को अंजाम दिया।

Written By- Vineet Attri.

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By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।