Arvind Kejriwal: मल्लिकार्जुन को दी जन्मदिन की शुभकामनाएं, आप-कांग्रेस की नए सिरे से हुई दोस्ती पढ़िए पूरी रिपोर्ट

Malikarjun Kharge

Arvind Kejriwal: राजनीति में कब कौन अपना बन जाए और कब कौन दुश्मन किसी को नहीं पता। सत्ता के लालच में गधे को भी बाप बना लेते हैं। जो सत्ता सँभालने के लिए लायक नहीं होता, वो भी इस रेस में भागता रहता है। राजनीति के चक्कर में पार्टिया आपस में लड़ती-रहती है, देश में कुछ गलत हो जाने पर जो पार्टी सत्ता में रहती है, उसे जिम्मेदार ठहराया जाता है. कहते है न की राजनीति के मैदान में कभी कोई न तो किसी का स्थायी दुश्मन होता है और न तो स्थायी मित्र। सियासी समीकरण और माहौल, दोस्त या दुश्मन तय करते है। पिछले कुछ दिनों में ऐसा ही दृश्य भारतीय राजनीति में दिखाई दे रहा है।

नए सिरे से हुआ पार्टियों का गठबंधन

Arvind Kejriwal: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए, एक तरफ 26 विपक्ष पार्टियों ने मिलकर साथ में इंडिया नाम से नया गठबंधन बनाया तो वहीं दूसरी तरफ सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने 38 पार्टियों को एकजुट कर एनडीए को नए सिरे से पुनर्गठित किया। वहीं अन्य प्रमुख सियासी पार्टियों न तो किसी को दोस्त माना है और न तो किसी को दुश्मन बताया है।

किसने दी मल्लिकार्जुन को जन्मदिन की शुभकामना?

Arvind Kejriwal: इसी बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर साफ कर दिया है कि “दुश्मन नंबर वन की श्रेणी में चर्चित सियासी दल यानी कांग्रेस अब उनका नंबर वन दोस्त वन गया है। आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का जन्मदिन है। वह आज 81 साल के हो गए है और इस अवसर पर अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर मल्लिकार्जुन को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी, जिसमें उन्होंने खरगे के लिए लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना की है। इसी के साथ ‘आप’ और ‘ कांग्रेस’ के बीच हुई नई-नई दोस्ती को आगे और मजबूत रखने के संकेत दिए है।”

2024 चुनाव का क्या है प्लान?

Arvind Kejriwal: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस ट्वीट से यह तय हो गया है कि एक दशक पहले अस्तित्व में आई आम आदमी पार्टी को भारतीय राजनीति में कांग्रेस के रूप में बड़ा सहयोगी मिल गया है। आपको बता दें कि अभी तक भारतीय राजनीति में ‘आप’ को विपक्षी दलों के सबसे बड़े सियासी मंच के जरिए आप पार्टी को राजनीति में आगे बढ़ाने का मौका मिल गया है। अरविंद केजरीवाल ने मल्लिकार्जुन खरगे को जन्मदिन की शुभकामनाएं देकर यह साफ कर दिया कि हमारी दोस्ती आगे लंबी चलेगी और मजबूत होगी। दोनों पार्टी मिलकर केंद्र की सत्ता से बीजेपी को बेदखल करने का काम करेंगे।

आपको बता दें कि ‘आप’ और ‘कांग्रेस’ की नई दोस्ती तब हुई जब दिल्ली में 11 मई को अधिकारियों की ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को केंद्र सरकार ने अध्यादेश 19 मई को लाकर पलट दिया। अरविंद केजरीवाल का कहना है कि अध्यादेश गैर संवैधानिक और लोकतांत्रिक के विपरीत है।वहीं दूसरी तरफ उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मिलने का समय मांगा था। लेकिन उनकी मुलाकात अभी अलग से नहीं हो पाई है। लेकिन अध्यादेश को लेकर कांग्रेस सरकार ने आप सरकार का साथ देने का वादा किया है। कांग्रेस का इस बदलते रूख के बाद आप प्रमुख विपक्ष की मीटिंग को लेकर बेंगलुरू में आयोजित दूसरी बैठक में शामिल हुए।

इस बैठक के दौरान मुख्यमंत्री केजरीवाल को कांग्रेस के नेताओं ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद सबसे ज्यादा तवज्जो दी। फिर उन्होंने कहा कि 2024 में लोकसभा में मिलकर लड़ेंगे।

Written By: Nyasha Jain

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By खबर इंडिया स्टाफ