पंजाब के सुखबीर संधू और केरल के ज्ञानेश कुमार होंगे नए चुनाव आयुक्त,अधीर रंजन का दावा

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चुनाव आयोग में खाली चुनाव आयुक्तों के 2 पदों पर नियुक्ति हो चुकी है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में चुनाव आयोग में खाली आयुक्तों के दो पदों के लिए आज यहां पीएम आवास पर प्रधानमंत्री ने एक महत्वपूर्ण बैठक में दो नामों पर सहमति कायम कर दी है। और जल्द ही उनकी नियुक्ति के औपचारिक आदेश जारी हो जाने की संभावना है।

बैठक में कौन कौन रहा शामिल

पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं लोकसभा में विपक्ष के नता अधीर रंजन चौधरी इस बैठक में उपस्थित थे। चुनाव आयुक्त के चयन के लिए चयन समिति की बैठक के बाद कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने समिति में सरकार के पास बहुमत है और पंजाब से सुखबीर सिंह संधू और केरल से ज्ञानेश कुमार गुप्ता को चुनाव आयुक्त के रूप में चुना गया है। इनके नियुक्ति के आदेश शीघ्र ही जारी किए जाने की संभावना है।

अधीर रंजन चौधरी: चयन के तरीके से मैं…

चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर नाराजगी जताते हुए कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि “सरकार जो चाहेगी वही होगा। वहीं, आगे कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि सरकार के पास चुनाव आयुक्त की नियुक्ति करने वाली समिति में बहुमत है। इससे पहले उन्होंने मुझे 212 नाम दिए थे। लेकिन नियुक्ति से 10 मिनट पहले उन्होंने मुझे फिर से सिर्फ छह नाम दिए। मुझे पता है कि सीजेआई वहां नहीं हैं, सरकार ने ऐसा कानून बनाया है कि सीजेआई हस्तक्षेप नहीं करते हैं और केंद्र सरकार एक अनुकूल नाम चुन सकती है। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यह मनमाना है लेकिन जो प्रक्रिया अपनाई जा रही है उसमें कुछ खामियां जरूर हैं।”

6 नामों पर हुई चर्चा

नए चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए चुनाव समिति ने 6 नामों पर चर्चा की थी। जिन 6 नामों पर चर्चा की गई। उनमें उत्पल कुमार सिंह, प्रदीप कुमार त्रिपाठी, ज्ञानेश कुमार, इंदिवीर पांडेय, सुखबीर सिंह, गंगाधर राहत के नाम शामिल है।

फिलहाल चुनाव पैनल में केवल राजीव कुमार

8 मार्च को अरुण गोयल के इस्तीफे और 14 फरवरी को अनूप चंद्र पांडे की सेवानिवृत्ति के कारण बनी रिक्तियों के कारण ये नियुक्तियां आवश्यक हो गईं। एक मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्तों वाला चुनाव पैनल वर्तमान में केवल सीईसी राजीव कुमार के साथ काम कर रहा है।

सुखबीर सिंह संधू कौन हैं?

सुखबीर सिंह संधू 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, जो एनएचएआई के अध्यक्ष के रूप में केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर भी थे। सुखबीर सिंह सिंधू ने केंद्र और उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पंजाब में भी काम किया है।

आपको बता दें कि सुखबीर सिंह संधू उत्तराखंड में मुख्य सचिव भी थे। उनका वर्तमान कार्यकाल 31 जनवरी, 2024 को समाप्त हो गया था। सुखबीर सिंह संधू अकाली दल-बीजेपी सरकारों के दौरान पंजाब में भी काम किया था और वह तत्कालीन सीएम प्रकाश सिंह बादल के सचिव भी रह चुके हैं।

ज्ञानेश कुमार कौन हैं?

ज्ञानेश कुमार केरल कैडर के 1988 बैच के IAS अधिकारी हैं। वो कुछ दिन पहले ही सहकारिता मंत्रालय के सचिव पद से रिटायर हुए हैं। इस मंत्रालय के गठन के समय से ही ज्ञानेश कुमार ने यहां काम किया था।

2019 में जब धारा 370 को केंद्र सरकार ने हटाया था तो उस वक्त ज्ञानेश कुमार ने गृह मंत्रालय में जम्मू-कश्मीर डेस्क का नेतृत्व किया था। आपको बता दें कि यह विभाग गृह मंत्री अमित शाह के पास है।

Written by- Vineet Attri.

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मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।