Uniform Civil Code: समान नागरिक संहिता यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर देश में जारी बहस के बीच आज कानून मंत्रालय की संसदीय समिति की अहम बैठक शुरु हो गई है और दोपहर 3 बजे से विचार- विमर्श कर रही है। इस बैठक में यूसीसी को लेकर बड़ा फैसला लिया जा सकता है। बैठक में विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसद भी शामिल होंगे। स्थायी समिति के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद सुशील मोदी के मुताबिक बैठक में सभी हितधारकों के विचार जाने जाएंगे।
माना जा रहा है कि मानसून सत्र में यह बिल संसद में प्रस्तुत किया जा सकता है। UCC में देश के सभी नागरिकों के लिए एक जैसा व्यक्तिगत कानून बनाने और लागू करने का प्रस्ताव है। चाहे वे किसी भी धर्म या जेंडर के हों। वर्तमान में विभिन्न धर्मों के अनुसार अलग-अलग व्यक्तिगत कानून लागू हैं।
14 जून को लॉ कमिशन ऑफ इंडिया ने यूसीसी पर जनता और धार्मिक संगठनों से राय मांगी थी। इस संबंध में लोग और संगठन 14 जुलाई तक अपनी राय भेंज सकते हैं। केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल ने विश्वास जताया है कि कई राजनीतिक दल यूसीसी के मुद्दे पर बीजेपी का समर्थन करेंगे। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश में जनसभा के दौरान देश में यूसीसी लागू करने की जरूरत पर बल दिया था। इसके बाद से इस मुद्दे पर राजनीतिक बहस तेज हो गई है।
सुशील मोदी बोले-गैर-राजनीतिक होगी बैठक
Uniform Civil Code: सुशील मोदी ने इस बैठक को लेकर कहा समिति की बैठक गैर-राजनीतिक होगी क्योंकि इसमें सभी राजनीतिक पार्टियों के सदस्य शामिल हैं। हम 03 जुलाई को दोपहर तीन बजे यूसीसी पर विधि आयोग की रिपोर्ट पर चर्चा करेंगे। अगर जरूरी हुआ तो हम इस विषय पर आगे की चर्चा करने के लिए एक और बैठक बुलाएंगे। समिति पूरी तरह से इस मामले को लेकर तटस्थ है।”
आज दिल्ली में कानून और न्याय संविधान समिति की होगी बड़ी बैठक..
इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे बीजेपी सांसद सुशील मोदी, बैठक में 31 पार्टियों के सांसद भी होंगे शामिल #UniformCivilCode #UCC #SushilModi #Meeting #Delhi pic.twitter.com/VpApGJQp04
— India TV (@indiatvnews) July 3, 2023
पीएम मोदी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड पर क्या कहा ?
Uniform Civil Code: इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश को “दो कानूनों” के साथ नहीं चलाया जा सकता है, जबकि संविधान सभी के लिए समानता की बात करता है।पीएम मोदी ने कहा, “क्या एक परिवार चलेगा अगर सदस्यों के लिए दो अलग-अलग नियम हों? तो एक देश कैसे चलेगा? हमारा संविधान भी धर्म, जाति और पंथ के बावजूद सभी को समान अधिकारों की गारंटी देता है।”
विपक्षी पार्टियों ने क्या कहा?
Uniform Civil Code: देशभर में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने के बाद PM के बयान का आम आदमी पार्टी और उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना ने समर्थन किया है। हालांकि, उद्धव ने सरकार के स्पष्टीकरण की शर्त रखी है।शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ने ना तो UCC का समर्थन किया है और ना ही सपोर्ट किया है। यानी वो न्यूट्रल है। वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस लीडर फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि सरकार को UCC लागू करने के नतीजों पर बार-बार विचार कर लेना चाहिए।
Written By: Poline Barnard
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