Aligarh: ‘मातृ शक्ति सम्मेलन’ के जरिए महिलाओं के बीच पहुंचेगा RSS, सम्मेलन सफल बनाने में जुटे संघ कार्यकर्ता

RSS Aligarh

Aligarh: बदलते दौर के साथ चलने में RSS कभी गुरेज नहीं करता। यही कारण है कि संघ कभी अपनी वेश भूषा तो कभी समय के मुताबिक अपनी रणनीति बदलता रहता है। संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने तय किया है कि नारी शक्ति के बिना ये देश विश्व गुरू नहीं बन सकता। इसी बात को ध्यान में रखते हुए संघ इन दिनों ‘मातृशक्ति सम्मेलन’ करने में जुटा हुआ है, जिसके तहत अलीगढ़ विभाग में अलीगढ़ महानगर, अतरौली, हाथरस और खैर क्षेत्र में ‘मातृशक्ति सम्मेलन’ आयोजित किए जा रहे हैं।

‘मातृशक्ति सम्मेलन’ को सफल बनाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता रात-दिन जुटे हुए हैं और गांव-गांव जाकर बैठक और जनसंपर्क के जरिए महिलाओं से संपर्क करने में लगे हैं। जानकारी के मुताबिक अलीगढ़ महानगर, अतरौली और हाथरस में 26 फरवरी को और खैर के मोन गोल्ड फार्म हाउस में 28 फरवरी को ‘मातृशक्ति सम्मेलन’ का आयोजिन किया जाएगा, जिसमें हजारों महिलाएं शामिल होंगी।

खैर में 28 फरवरी को होने वाले विशाल ‘मातृशक्ति सम्मेलन’ को सफल बनाने के लिए सोमवार(20 फरवरी2023) दोपहर को टप्पल ब्लॉक परिसर में आरएसएस के खैर से जिला प्रचारक कुश चाहर के नेतृत्व में महिलाओं की एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें राज्य महिला आयोग की सदस्य मीना कुमारी ने मौजूद सैकड़ों महिलाओं से सम्मेलन में हिस्सा लेने की अपील की।

महिला पहलवान बबिता फोगाट रहेंगी मुख्य अतिथि

Aligarh: जिला प्रचारक कुश चाहर ने खबर इंडिया से बात करते हुए बताया कि खैर में आोजित ‘मातृशक्ति सम्मेलन’ में मुख्य अतिथि के तौर पर महिला पहिला पहलवान बबिता फोगाट, मुख्य वक्ता कीर्ति किशोरी व सांतनु महाराज रहेंगे। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए राधा शर्मा खैर नगर मंडल अध्यक्ष कार्यक्रम संयोजिका, राज्य महिला आयोग की सदस्या मीना कुमारी, पूर्व ब्लॉक प्रमुख चौधरी शशी सिंह, एलडीबी की मंडल चैयरमैन सत्या सिंह, उमेश कुमारी व रामसखी कटेरिया जैसी प्रतिष्ठित महिलाओं को प्रमुख जिम्मेदारियां दी गई हैं।

टप्पल में आयोजित बैठक में मुख्य रूप से भाजपा जिला मंत्री हरिशंकर गौड़, भाजपा नेता कृष्णपाल सिंह उर्फ लाला प्रधान, ब्लॉक प्रमुखपति चौधरी ऋषिपाल सिंह आदि सैकड़ों आशा वर्कर मौजूद रहीं। आपको बता दें कि संघ ने मोहन भागवत के बयान के आधार पर महिलाओं के बीच काम करने को लेकर रणनीति तैयार की है, जिसके तहत ये महिला सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं।

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By Keshav Malan

यह कलम दिल, दिमाग से नहीं सिर्फ भाव से लिखती है, इस 'भाव' का न कोई 'तोल' है न कोई 'मोल'