Ram Mandir: अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है। इसको लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आजकल पूरा देश राममय है। प्रभु राम का जीवन विस्तार, उनकी प्रेरणा, आस्था भक्ति के दायरे से कहीं ज्यादा है। प्रभु राम समाज जीवन में सुशासन के ऐसे प्रतीक हैं जो आपके संस्थान के लिए भी बहुत बड़ी प्रेरणा बन सकते हैं।”
Ram Mandir: दरअसल आपको बता दें कि, पीएम मोदी ने आज आंध्र प्रदेश में सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर और नारकोटिक्स अकादमी का उद्घाटन किया है। इसके बाद उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से 11 दिन पूर्व मेरा व्रत चल रहा है।
Ram Mandir: इस दौरान एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आजकल पूरा देश राममय है। महात्मा गांधी भी रामराज्य की बात करते थे। पीएम मोदी का यह वक्तव्य राम मंदिर उद्घाटन को लेकर जारी तैयारियों के बीच आया है।
भगवान राम को बताया गर्वनेंस का प्रतीक
Ram Mandir: प्रभु राम गर्वनेंस के सामाजिक जीवन में सुशासन के ऐसे प्रतीक हैं, जो आपके संस्थान के लिए भी बहुत बड़ी प्रेरणा बन सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मुझे विश्वास है कि NACIN (राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर और नारकोटिक्स अकादमी) का यह नया परिसर सुशासन के लिए नए आयाम बनाएगा और भारत में व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा देगा।
इसे भारत को वैश्विक व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार बनाने और कर, सीमा शुल्क और नशीले पदार्थों के जरिए व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा देने के लिए एक अनुकूल वातावरण बनाना चाहिए।’
क्या बोले थे पीएम मोदी ?
Ram Mandir: पीएम मोदी ने कहा, ”हमने GST के रूप में देश को एक नई आधुनिकता दी है। 7 लाख तक हमने टैक्स पर छूट दी हुई है। इससे करीब ढाई लाख करोड़ की टैक्स की बचत की गई है।
आज जब देश का टैक्स पेयद ये देख रहा है कि उसके टैक्स का सही इस्तेमाल हुआ है तो वो भी आगे बढ़ कर टैक्स दे रहा है। हमने जो कुछ भी जनता से लिया वही जनता को समर्पित कर दिया है। यही तो सुशासन है। ”
रामराज्य जिन 4 स्तंभों पर खड़ा था, वे 21वीं सदी में भी सुशासन के मार्गदर्शक हैं। pic.twitter.com/0fn7Rf2r5f
— Narendra Modi (@narendramodi) January 16, 2024
पीएम बोले 4 स्तंभों पर खड़ा था राम राज्य
Ram Mandir: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “राम राज्य सुशासन के इन्हीं 4 स्तंभों पर खड़ा था। जहां सम्मान से, बिना भय के हर कोई सिर ऊंचा कर चल सके, जहां हर नागरिक के साथ समान व्यवहार हो, जहां कमजोर की सुरक्षा हो और जहां धर्म यानि कर्तव्य सर्वोपरि हो। आज 21वीं सदी के आधुनिक संस्थान के 4 सबसे बड़े धेय यही तो हैं।
Written By: Vineet Attri
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