Aligarh: हाल ही में जारी किेए गए यूपी बोर्ड के नए पाठ्यक्रम में राजा महेन्द्र प्रताप सिंह की जीवनी नहीं जोड़ने पर ‘राजा महेन्द्र प्रताप सम्मान मंच’ के पदाधिकारियों ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। मंच के पदाधिकारियों ने योगी सरकार से राजा साहब की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल करने और उन्हें भारत रत्न देने की मांग की है।
उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ में तस्वीर महल के निकट महेन्द्र प्रताप सिंह पार्क में आयोजित प्रेस वार्ता में ‘राजा महेन्द्र प्रताप सम्मान मंच’ के संयोजक अनूप शर्मा ने बताया कि देश की आजादी में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले राजा महेंद्र प्रताप को भारत रत्न दिलाने के लिए अब आंदोलन चलाया जाएगा। इतना ही नहीं लोगों को जागरुक करने के लिए अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप सम्मान मंच के बैनर तले साइकिल रैली का आयोजन किया जाएगा ताकि लोग राजा महेंद्र प्रताप के योगदान के बारे में जान सकें और उनके द्वारा दिए गए बलिदानों से लोग परिचित हो सकें।
Aligarh: भारत रत्न देने की उठी मांग
Aligarh: मीडिया को संबोधित करते हुए आगे डॉ. अनूप शर्मा ने बताया कि राजा महेंद्र प्रताप ने देश की आजादी के लिए काफी अहम योगदान दिया था। वह 38 सालों तक देश के बाहर रहे और देश की आजादी के लिए मुहिम चलाते रहे। उन्होंने लोगों को एकजुट किया, जिससे कि देश को अंग्रेजों से आजादी दिलाई जा सके, लेकिन उनके इस योगदान को इतिहास के पन्नों से हटाया गया और उनके योगदान को लोगों के सामने आने से रोका गया। अब रैली के माध्यम से राजा महेंद्र प्रताप को भारत रत्न देने की मांग की जाएगी।
आर्यन पेशवा राजा महेन्द्र प्रताप जी को भारत रत्न व पाठ्यक्रम में जीवन परिचय की मांग को लेकर राजा महेन्द्र प्रताप सम्मान मंच के पदाधिकारियों द्वारा प्रेस वार्ता।@narendramodi @myogiadityanath @TheKPMalik pic.twitter.com/oQdbjDRtp4
— Arvind Chaudhary IAC (@Arvindaas) June 27, 2023
प्रेस वार्ता के दौरान सम्मान मंच के संरक्षक और इतिहासकार बिशन बहादुर ने कहा कि राजा महेंद्र प्रताप ने देश की आजादी के लिए जितना योगदान दिया है, आज लोग उसके बारे में बिल्कुल भी नहीं जानते हैं। इसलिए उनके त्याग और बलिदान को लोगों के सामने लाना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार से मांग की जाएगी कि पाठ्यक्रम में भी राजा महेंद्र प्रताप की जीवनी शामिल की जाए, जिससे कि आने वाली पीढ़ी देश के इस स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के बारे में जान सके। उन्होंने अपनी जमीन और संपत्ति लोगों के कल्याण के लिए दान दी, लेकिन कभी उन्हें इसका फल नहीं मिला। जब उन्हें भारत रत्न मिलेगा, तभी उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकेगी।
नए पाठ्यक्रम में 50 महापुरुषों की जीवनी की गई शामिल
Aligarh: आपको बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश बोर्ड ने 9वीं से 12वीं कक्षा की किताबों में महान हस्तियों की 50 नई जीवनियां जोड़ी हैं। इन नई हस्तियों में विनायक दामोदर सावरकर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, पंडित मदन मोहन मालवीय, राजा राम मोहन रॉय, सरोजिनी नायडू, भगत सिंह, गौतम बुद्ध, महावीर जैन और स्वामी विवेकानंद समेत अन्य महापुरुषों के नाम शामिल हैं।
इस संबंध में जानकारी देते हुए राज्य की शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने कहा था कि यह इसलिए किया गया है, ताकि बच्चों के नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों को मजबूत किया जा सके। गौरतलब है कि अलीगढ़ में सीएम योगी आदित्यनाथ ने राजा महेन्द्र प्रताप सिंह को महान बताते हुए उनके नाम पर एक विश्व विद्यालय खोलने की घोषणा की थी, जो कि अभी तक निर्माणाधीन है।
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