Rajasthan Election 2023: विधानसभा चुनाव से पहले गहलोत और पायलट के बीच तकरार खत्म करने की शुरू कवायद

Rajasthan Election 2023

Rajasthan Election 2023: कांग्रेस ने राजस्थान में चल रहे दो बड़े नेताओं के बीच विवादों को सुलझाने के लिए तैयारी कर ली है। इसी कारण केंद्रीय नेतृत्व एक बार फिर सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच में पुराने विवाद को सुलझाने की कोशिश करेगा। केंद्रीय नेतृत्व का प्रयास यह रहेगा कि जैसे छत्तीसगढ़ में विवादों को सुलझा लिया गया बिल्कुल वैसे ही इस बार राजस्थान में चुनाव से पहले इन दोनों के बीच चल रहे विवाद को सुलझा लिया जाएगा।

 सचिन पायलट को मिल सकती है अहम जिम्मेदारी

खबरों की मानें तो केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा राजस्थान में सचिन पायलट को अहम पद सौंपने की तैयारी में लगा हुआ है। लेकिन राजस्थान में छत्तीसगढ़ का फार्मूला लागू नहीं होगा। चुनावी साल में डिप्टी सीएम का पद सचिन गहलोत को नहीं सौंपा जाएगा। लेकिन माना यह जा रहा है कि कांग्रेस की कैम्पेन कमेटी का पद राजस्थान में सचिन गहलोत को सौंपा जा सकता है। या फिर उनको राष्ट्रीय कमेटी में महासचिव की भूमिका दी जा सकती है। हालांकि इस पद को सचिन पायलट स्वीकार करेंगे या नहीं यह भी एक संशय की बात है।

Rajasthan Election 2023: गहलोत- पायलत विवाद को चाहती है निपटाना

2018 में जब कांग्रेस ने चुनाव जीता था। तो सचिन पायलट को लगा था कि सीएम पद का उम्मीदवार उन्हें बनाया जाएगा।लेकिन अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बना दिया गया। इसी कारण इन दोनों के बीच में अभी तक विवाद चला आ रहा है। इसी कारण 2020 में सचिन पायलट ने बगावत करना शुरू कर दी और अभी तक यह बगावत दोनों के बीच में चलती आ रही है। सचिन पायलट यहीं नहीं रुके वह पिछले सरकार के कथित भ्रष्टाचार को लेकर अशोक गहलोत पर बयानबाजी शुरू कर दी।

उन्होंने जांच की मांग करते हुए अनशन से लेकर पदयात्रा तक निकाली। दोनों नेताओं को दिल्ली बुलाया गया। दोनों के बीच चल रहे विवाद को शांत करने की कोशिश किया गया।और यह दिखावा कराया गया कि दोनों के बीच में सब कुछ ठीक है। लेकिन हकीकत इससे अलग थी। एक बार फिर कांग्रेस हाईकमान इन दोनों के विवादों को सुलझाने के लिए नए सिरे से बैठक करा ने  जा रही है।

कांग्रेस: अशोक गहलोत की जनकल्याणकारी योजनाओं पर जताया भरोसा

Rajasthan Election 2023: कांग्रेस मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने गरीब जनकल्याणकारी योजनाओं के बल बुते पर चुनाव में उतरने की तैयारी में जुट गई है। अशोक गहलोत की योजनाओं पर कांग्रेस को पूरा उम्मीद है। कांग्रेस ने हिमाचल और कर्नाटक में ओल्ड पेंशन स्कीम और स्वास्थ्य से जुड़ी जनकल्याणकारी योजनाओं को आधार बनाकर बहुमत हासिल की। प्रदेश में अब सस्ता सिलेंडर और बिजली बिलों की दर में छुट  की सराहना पूरे प्रदेश भर में की जा रही है। इन योजनाओं को कई राज्य अपना रहे हैं।

Written By: Juhi Pandit

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By खबर इंडिया स्टाफ