Azam Khan releasing soon: अखिलेश सरकार में सबसे ताकतवर नेता था, जिसकी तूती तत्कालीन सरकार में बोलती थी। वो ही आजम खान, जिसकी भैसों को कभी अखिलेश की पुलिस दिन रात ढूंढा करती थी। उनके लिए एक कहावत सबसे सटीक बैठती है कि जब अपना वक्त होता है तो अहंकार नही करना चाहिए। जब सत्ता के नशे में चूर थे आजम खान। उन्होंने कभी इंसान को इंसान नहीं समझा और जब उनका वक्त ने साथ छोड़ दिया, तब उनको जेल की हवा भी खानी पड़ी। और वो भी एक या दो महीने नहीं पूरे 27 महीने तक जेल की सलाखों के पीछे थे। आप को बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में आजम खान की जमानत की सुनवाई चल रही थी और अब कहीं जाकर सुप्रीम कोर्ट ने जमानत की दे दी है। जेल से बाहर आने के लिए आजम के वकीलों को 2 सप्ताह के अंदर दोबारा रेगुलर बेल के लिए अर्जी लगानी होगी।
सुप्रीम कोर्ट ने आजम खान को दो सप्ताह की अवधि के भीतर संबंधित अदालत के समक्ष नियमित जमानत के लिए आवेदन करने की स्वतंत्रता दी। SC का कहना है कि सक्षम अदालत द्वारा नियमित जमानत का फैसला होने तक अंतरिम जमानत जारी रहेगी।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 19, 2022
Azam Khan releasing soon: सुप्रीम कोर्ट में आजम खान की पैरवी वकील कपिल सिब्बल कर रहे है। उन्होंने अपनी दलील में कहा कि आजम के खिलाफ FIR जानबूझकर उन्हें जेल में रखने के लिए लिखवाई गई है। इस पर यूपी सरकार के वकील एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कहा कि शत्रु संपत्ति पर कब्जे के मामले में आजम मुख्य आरोपी हैं। उनके खिलाफ अवैध रूप से जमीन कब्जाने का भी चार्ज है। जिसमें मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट के तहत चलने वाले 3 स्कूल आते हैं। उनकी गिरफ्तारी जमीनों की जांच होने के बाद ही की गई है।
गौरतलब है कि आजन खान की जमनात की अर्जी का सुप्रीम कोर्ट में यूपी सरकार ने पुरजोर विरोध किया था। योगी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में उन्हें जमीन कब्जाने वाला और आदतन अपराधी करार दिया था। वहीं कपिल सिब्बल ने आरोप लगाया था कि यूपी सरकार उनके मुवक्किल को राजनीतिक द्वेष का शिकार बना रही है। आजम खान दो साल से जेल में हैं, उन्हें अब जमानत दे दी जानी चाहिए।