Madhya pradesh News: आपने देखा होगा बाबा का बुलडोजर चलते हुए लेकिन अब मामा का बुलडोजर भी दंगाईयो पर चलने लगा है। बाबा का बाद अब मामा का भी खौफ शांतिदूतों पर साफ दिखाई दे रहा है।यूपी में तो दंगाईयों पर बाबा का बुलडोजर चलता ही रहता है। लेकिन अब मामा ने भी दंगाईयों पर बुलडोजर चलवाना शुरू करवा दिया है। पहले खरगोन में शांतिदूतों के घरों पर बुलडोजर चलावाया था। शायद शांतिदूतों ये भूल गए होंगे नहीं तो ऐसे हिमाकत वो नही करते। दलित दूल्हें के साथ बारातियों के ऊपर शांतिदूतों ने पत्थर फेंके और अब मामा के बुलडोजर ने राजगढ़ में आरोपियों के घरों को जमीदोज कर दिया।
Madhya pradesh News: दलितों की बारात पर अक्सर पत्थरबाजी की खबरें तो आपने सुनी होगी और देखी भी होगी कि कहीं पर दलित दूल्हें को घोड़ी पर बैठने पर, बारातियों के नाचने और बैंड बाजा बजाने पर उनको मारा जाता था और कभी –कभी तो उनके सिरों को भी फोड़ दिया जाता था। थाने में शिकायत होने पर पुलिस लीपा–पोती में लग जाती थी। लेकिन अब जो खबर हम बताने जा रहे है कि, उसमे कुछ ऐसा हुआ कि आप हिल जाएंगे। यकीन नहीं हो रहा न, लेकिन क्या आपने सुना हे कि दलितो कि किसी बारत पर पत्थरबाजी करने पर आरोपियों के घर पर बुलडोजर चला दिया गया हो। ये सब हुआ है मध्य प्रदेश के राजगढ़ में,बीते मंगलवार 17 मई को, जब दलितों की बारात मस्जिद के पास पहुंची तो शांतिदूतों ने दूल्हे सहित बारातियों पर पत्थर फैंकने शुरू कर दिए। उनका कसूर सिर्फ इतना था कि दलित दूल्हा घोड़े पर सवार होकर जा रहा था। बाराती नाचने में मशगुल थे, बैंड बाजा भी बज रहा था। बस ये ही नाच–गाना और दूल्हें का घोड़े पर निकलना शांतिदूतों को इतना नागवार गुजरा कि शांतिदूतों ने चारों तरफ से घेरकर पत्थर फेंकने लगे और हद तो तब हो गयी। जब दुल्हें और बारातियों के साथ मार–पीट की और कुछ बारातियों के सिर भी फोड़ दिए।
जैसे ही सीएम शिवराज को घटना का पता चला तो पहले की कड़ी निंदी, लेकिन निंदा से तो कहा काम चलने वाला था लेने लगे ताबड़ तोड़ एक्शन और साथ ही दे दिया प्रशासन को आदेश। फिर क्या था प्रशासन ने बीते गुरूवार को शांतिदूतों के घरों पर बुलडोजर ही चलवा दिया।
मध्यप्रदेश : राजगढ़ में विशेष समुदाय के लोगों ने दलितों की बारात पर की थी पत्थरबाजी
◆आज आरोपियों के मकानों पर चला बुलडोजर pic.twitter.com/cuo54XzMhv
— News24 (@news24tvchannel) May 19, 2022
आप को बता दें कि पहले तो सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे पत्थरबाजों की पहचान की गई और उनमें से 8 उपद्रवियों के घर पर राजगढ़ प्रशासन ने बुलडोजर चलवा दिया। जब बुलडोजर चल रहा था तो शांतिदूतों की शक्ल देखने लायक थी सबके चेहरे पर मामा का खौफ झलक रहा था। अगर उन्हें पता होता कि मामा का बुलडोजर भी बाबा के बुलडोजर की तरह उपद्रवियों पर और तथाकथित शांतिदूतों पर चलेगा तो शायद सपने में भी पत्थर फेकने की नहीं सोचते।
राजगढ़ में शांतिदूतों पर बुलडोजर क्या चला? कांग्रेसियों के सीने पर सांप ही लोट गए। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की आंखों में शांतिदूतों के लिए इतना प्यार दिखा कि उन्होंने मामा की सरकार पर बदले की भावना से की गई कार्यवाई ही बता दिया।
उनकी आंखों में घड़ियाली आंसू देखकर सच में तरस ही आ रहा था। वो इस कार्यवाही से इतना दुखी दिखे थे कि लग रहा था कि शांतिदूतों के सबसे बड़े पैरोंकार ये ही है।
दिग्विजय सिंह यहीं नही रूके उन्होंने आरोपितों को निर्दोष बताते हुए कहा कि निर्दोषों के घरों तोड़ना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि आरोपित गिरफ्तार तो हो गए हैं, ऐसे में निर्दोषों के घरों पर ये कार्रवाई सही नहीं है।