G20 Summit 2023: G20 समिट में नई दिल्ली के घोषणापत्र मंजूर, 125 देशों ने जतायी सहमति, जयशंकर बोले-“2030 तक विकास का लक्ष्य करेंगे हासिल”

G20 Summit 2023
G20 Summit 2023: G20 समिट के दौरान नई दिल्ली के घोषणापत्र को मंजूर कर लिया गया है। इस पर पीएम मोदी ने खुशी जताते हुए कहा कि “एक खुशखबरी मिली है कि हमारी टीम के कठिन परिश्रम और आप सबके सहयोग से जी 20 लीडर समिट के डिक्लेरेशन पर सहमति बनी है। मेरा प्रस्ताव है कि लीडर्स डिक्लेरेशन को भी अपनाया जाए। मैं भी इस डिक्लेरेशन को अपनाने की घोषणा करता हूं।”

 

विदेश मंत्री एस जयशंकर: एक धरती, एक परिवार और एक भविष्य पर जोर

 

G20 Summit 2023: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि “G20 समिट के दौरान नई दिल्ली के घोषणापत्र को मंजूर कर लिया है। 125 देशों ने घोषणापत्र से सहमति जताई है। इसमें एक धरती, एक परिवार और एक भविष्य पर जोर दिया गया है। उन्होंने कहा कि “देश के 60 शहरों में जी20 की बैठकें हुई। 37 पन्नों के घोषणापत्र में यूक्रेन का चार बार जिक्र किया गया है।”

जयशंकर ने आगे कहा कि “2030 तक हम सतत विकास का लक्ष्य हासिल करेंगे। सतत और ग्रीन विकास पर जोर देने की कोशिश की गई है। डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस रखा गया है। उन्होंने आगे कहा कि जी-20 नेताओं ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की निंदा की और माना कि यह अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक है…”

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण: बायो फ्यूल अलायंस बनाया जाएगा

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि “बैठक में ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं पर भी बात की गई। एक धरती, एक परिवार और एक भविष्य पर जोर दिया गया। बायो फ्यूल अलायंस बनाया जाएगा। भारत को चुनौतीपूर्ण समय में अध्यक्षता मिली और साथ ही कहा कि जी-20 समिट के दौरान कई अहम फैसले लिए गए हैं।।”

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण: सोशल सेक्टर पर दिया जाएगा जोर

वित्तमत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए जानकारी देते हुए कहा कि “G20 समिट के दौरान क्रिप्टो पर पॉलिसी को लेकर चर्चा अहम रही, जी20 बैठक में विकासशील देशों की चर्चा पर भी जोर दिया गया। पीएम मोदी ने नई दिल्ली डिक्लेरेशन पास किया। सोशल सेक्टर पर ज्यादा जोर दिया गया। 21वीं सदी की वैश्विक चुनौतियों पर खासतौर पर चर्चा की गई। डीपीआई को लेकर भी चर्चा हुई। वित्तीय संस्थाओं के विकास पर सभी देशो के साथ चर्चा की गई। कोई भी देश पीछे ना छूटे इसका ध्यान रखा गया।”

जी-20 शेरपा अमिताभ कांत: महिलाओं की खाद्य सुरक्षा, पोषण और कल्याण पर पूरी तरह से रहा फोकस

जी-20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि “मुझे लगता है कि नई दिल्ली के नेताओं की घोषणा की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक यह है कि हमने महिला सशक्तीकरण और लिंग समानता पर व्यापक ध्यान देने के साथ महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास पर क्या हासिल किया है और साथ ही उन्होंने आगे कहा कि “महिलाओं की खाद्य सुरक्षा, पोषण और कल्याण पर पूरी तरह से खास फोकस है और हमने महिलाओं के सशक्तिकरण पर एक नया वर्क ग्रुप बनाया है, जिसे ब्राजील आगे बढ़ाएगा। नई दिल्ली के नेताओं की घोषणा में कुल 83 पैरा हैं और सभी 83 पैरा पर सभी देशों में शत-प्रतिशत सहमति है।”
शिखर सम्मेलन की घोषणापत्र का महत्वपूर्ण पहलू- परमाणु हथियारों का उपयोग या उपयोग की धमकी अस्वीकार्य
नई दिल्ली जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की घोषणापत्र के महत्वपूर्ण पहलू- “यूक्रेन में युद्ध के संबंध में बाली में हुई चर्चा को दोहराते हुए हमने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और संयुक्त राष्ट्र महासभा(A/RES/ES-11/1 और A/RES/ES-11/6) प्रस्तावों पर अपने राष्ट्रीय रुख को दोहराया और इस बात पर ज़ोर दिया कि सभी देशों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों के अनुरूप कार्य करना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुरूप, सभी राज्यों को किसी भी राज्य की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता या राजनीतिक स्वतंत्रता के खिलाफ क्षेत्रीय अधिग्रहण की धमकी या बल के उपयोग से बचना चाहिए। परमाणु हथियारों का उपयोग या उपयोग की धमकी अस्वीकार्य है।”
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By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।