Iran Hijab Vivad: हिजाब एक बार फिर से सुर्खियों में है लेकिन इस बार कर्नाटक में हिजाब पहनने वाली कथित ‘शेरनी’ मुस्कान की वजह से इसकी चर्चा नहीं हो रही है। बल्कि, अब ईरान में हिजाब को लेकर पुरजोर विरोध हो रहा है और अब ईरान में पहली बार हिजाब का विरोध करने वाले शख्स को रिवोल्यूशनरी कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई है। इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के उल्लंघन के आरोप में 5 लोगों को 5 से 10 साल की सजा भी सुनाई गई है।
आप बात करें न्यायपालिका की मिजान ऑनलाइन वेबसाइट की तो उसने बताया कि महसा अमिनी की मौत के बाद राष्ट्रव्यापी प्रदर्शनों के बीच ईरान ने रविवार को पहली मौत की सजा सुनाई है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि आरोपी को एक सरकारी इमारत में आग लगाने, सार्वजनिक व्यवस्था को भंग करने, राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ अपराध करने की साजिश और ईरान के सबसे गंभीर कानून के तहत उसे मौत की सजा सुनाई गई है।
Iran Hijab Vivad: नही थम रहा हिजाब का विरोध
बता दें कि ईरान की न्यायपालिका ने बासिज सुरक्षा बल के जवान की हत्या में 11 लोगों पर आरोप निर्धारित किए हैं। इन लोगों पर महसा अमीनी की सरकारी सुरक्षा बलों के हाथों मौत के बाद देश भर में बीते नौ सप्ताह से जारी आंदोलन में भाग लेने और अशांति फैलाने का आरोप है। यह जानकारी सरकार नियंत्रित समाचार एजेंसी इरना ने दी।
Iran Hijab Vivad: इरना ने कहा कि दोषी ठहराए गए 11 लोगों में 10 पुरुष और एक महिला है। इनके खिलाफ यदि आरोप सिद्ध होते हैं तो उन्हें मृत्युदंड तक दिया जा सकता है। उल्लेखनीय है महसा अमीनी को हिजाब न पहनने के आरोप में धार्मिक नियमों का पालन कराने वाली पुलिस ने हिरासत में लिया था। हिरासत में पिटाई से उसकी मौत हो गई थी। उसके बाद ईरान में उग्र आंदोलन छिड़ गया है।
Iran Hijab Vivad: आपको बता दें कि ईरान में हिजाब विवाद की शुरूआत 16 सितंबर को हो गई थी। जब 22 साल की लड़की महसा अमिनी की हिजाब ठीक ढंग से न पहनने पर ‘मॉरेलिटी पुलिस’ ने बड़ी बेरहमी से मार दिया था …. उसके बाद एक और महसा जैसी मासूम लड़की जिसका नाम हदीस नजफी भी इन कट्टरपंथियों की भेट चढ़ गई। ईरान में अब तक हिजाब विवाद में 300 से ज्यादा की मौत के साथ ही 14 हजार से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है… और बात करें घायलों कि तो हिजाब विरोध के दौरान हजोरों की संख्या में लोग घयाल हो चुके है।
Women of Iran-Saghez removed their headscarves in protest against the murder of Mahsa Amini 22 Yr old woman by hijab police and chanting:
death to dictator!
Removing hijab is a punishable crime in Iran. We call on women and men around the world to show solidarity. #مهسا_امینی pic.twitter.com/ActEYqOr1Q
— Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) September 17, 2022
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