New Parliament Inauguration: नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर चल रहा सियासी घमासान बढ़ता ही जा रहा है। नई संसद को लेकर विपक्ष जमकर विरोध कर रहा है। वही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी नई सांसद को लेकर विरोध जताते हुए कहा कि “राष्ट्रपति से संसद का उद्घाटन न करवाना और न ही उन्हें समारोह में बुलाना – यह देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का अपमान है। संसद अहंकार की ईंटों से नहीं, संवैधानिक मूल्यों से बनती है।”
New Parliament Inauguration: संसद भवन: वहीं शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि “सभी विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया है और 28 मई को होने वाले इस कार्यक्रम का हम भी बहिष्कार करेंगे।”
संजय राउत ने आगे ये भी कहा कि “सबसे पहले हमने ही सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर सवाल खड़े किए थे। हमने कहा था कि जब देश की आर्थिक स्थिति खराब है तो देश को ऐसे प्रोजेक्ट की जरूरत नहीं थी।”
संजय राउत: पीएम मोदी की इच्छा पूरी करने के लिए ही नई संसद की इमारत…
राउत ने कहा कि “इस प्रोजेक्ट को सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा के लिए बनाया गया। उन्होंने कहा कि आज का संसद भवन अभी भी 100 साल तक चल सकता है। संजय राउत ने आगे कहा कि “यह (पुराना) संसद भवन ऐतिहासिक है और इस संसद भवन से आरएसएस और बीजेपी का कोई रिश्ता नहीं है।”
राउत ने कहा कि यह खर्चा सिर्फ शिला पर ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद भवन का उद्घाटन किया गया‘ लिखाए जाने के लिए हो रहा है। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि संविधान के अभिरक्षक राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया जा रहा है.
New Parliament Inauguration: तेजस्वी यादव- उद्घाटन राष्ट्रपति से न कराकर किया गया अपमान
नए संसद के उद्घाटन पर बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि “हमारी सभी लोगों से बात हुई है हम लोग इसका बहिष्कार करेंगे। हम लोगों का मानना है कि नए संसद का उद्घाटन राष्ट्रपति के द्वारा होना चाहिए क्योंकि संसद का हेड राष्ट्रपति होता है और ये उद्घाटन उनसे न कराकर उनका अपमान किया जा रहा है।”
#WATCH हमारी सभी लोगों से बात हुई है हम लोग इसका बहिष्कार करेंगे। हम लोगों का मानना है कि नए संसद का उद्घाटन राष्ट्रपति के द्वारा होना चाहिए क्योंकि संसद का हेड राष्ट्रपति होता है और ये उद्घाटन उनसे न कराकर उनका अपमान किया जा रहा है: नए संसद के उद्घाटन पर बिहार के उप मुख्यमंत्री… pic.twitter.com/O4cY5sn9D3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 24, 2023
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी: यह ऐतिहासिक क्षण है और इसमें राजनीति नहीं करने की दी सलाह
New Parliament Inauguration: वहीं सत्ता पक्ष की तरफ से विपक्ष को नई संसद के उद्घाटन पर कोई भी राजनीति न करने की सलाह देते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि “यह ऐतिहासिक क्षण है। इसमें राजनीति नहीं करनी चाहिए। बहिष्कार कर एक बिना-बात का मुद्दा बनाना दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं उनसे अपने इस निर्णय पर फिर से विचार करने की अपील करूंगा और कृपया कर इसमें शामिल हों। स्पीकर संसद का संरक्षक होता है और स्पीकर ने प्रधानमंत्री को अमंत्रित किया है।”
सीएम हिमंता बिस्वा सरमा: विपक्ष पर लगाया नौटंकी का आरोप
वहीं असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने विपक्ष पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि “बहिष्कार तो होना ही था। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि भवन का निर्माण इतनी जल्दी पूरा हो जाएगा। सिर्फ अपना चेहरा बचाने के लिए बहिष्कार का नाटक कर रहे हैं।”
ये भी पढ़ें…