प्रमोद कृष्णम: कांग्रेस नेता की पार्टी छोड़ने की अटकलें तेज, पीएम मोदी से की थी मुलाकात

प्रमोद कृष्णम

प्रमोद कृष्णम: पीएम मोदी से मुलाकात के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम की पार्टी छोड़ने की अटकलें तेज हो गई है। बीते दिनों कांग्रेस नेता प्रधानमंत्री को श्री कल्कि धाम शिलान्यास समारोह का आमंत्रण देने पहुंचे थे। मुलाकात के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रधानमंत्री के साथ की एक तस्वीर भी शेयर की थी। इसके बाद से ही उनकी कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई। हालांकि, आधिकारिक रूप से दोनों पक्ष में से किसी ने भी इन अटकलों पर कोई बयान नहीं दिया है।

प्रमोद कृष्णम: आचार्य कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के करीबी माने जाते हैं। कांग्रेस पार्टी ने 22 जनवरी को अयोध्या में हुए प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम से आधिकारिक रूप से किनारा कर लिया था। वहीं आचार्य प्रमोद कृष्णम न सिर्फ प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ भी की।

श्री कल्कि धाम का शिलान्यास

प्रमोद कृष्णम: जानकारी के लिए बता दें कि 19 फरवरी को श्री कल्कि धाम का शिलान्यास होना है। इसमें देशभर के साधु संत शामिल होंगे। इसमें शामिल होने के लिए सिर्फ साधू संतों को ही नहीं सभी राजनीतिक दलों के प्रमुख को भेजे जा रहे हैं।

प्रमोद कृष्णम: उद्घाटन के लिए पीएम को दिया निमंत्रण

प्रमोद कृष्णम: आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बताया कि “उन्होंने प्रधानमंत्री को निमंत्रण पत्र के साथ कल्कि दूत पुस्तक भी भेंट की है। प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बताया कि ऐंचोड़ा कंबोह में विश्व का पहला मंदिर होगा जहां भगवान विष्णु के दस अवतार के गर्भगृह होंगे। पुराणों के अनुसार कल्कि का अंतिम अवतार संभल में होगा औऱ साथ ही कहा कि “मेरी पहचान सनातन के सेवक के रूप में है। मैं भारत के साथ हूं, सनातन के साथ हूं। सनातन वह धर्म है जो सत्य है और शाश्वत है।”

प्रमोद कृष्णम: भगवान श्री कल्कि के अवतार लेने से पहले उनका भव्य और दिव्य मंदिर का निर्माण हो जाएगा। शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया गया है। बताया कि प्रधानमंत्री ने निमंत्रण पत्र को स्वीकार किया है।

प्रमोद कृष्णम: आचार्य ने बताया कि “देशभर के सभी साधू संत और राजनीतिक दलों के प्रमुखों को निमंत्रण दिए जा रहे हैं और दिए भी जा चुके हैं। भव्य तरीके से शिलान्यास किया जाना है। उसकी तैयारी में लगे हुए हैं। आचार्य प्रमोद कृष्णम के द्वार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिए शिलान्यास के निमंत्रण पत्र को लेकर प्रधानमंत्री ने एक्स पर आभार जताया है। एक्स पर लिखा है कि आस्था और भक्ति से जुड़े इस पावन अवसर का हिस्सा बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। निमंत्रण के लिए आपास हृदय से आभार।”

भारत के प्रधानमंत्री से मिलना कोई गुनाह नहीं

प्रमोद कृष्णम: प्रधानमंत्री से मिलने पर शुरू हुए विवाद को लेकर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि “भारत के प्रधानमंत्री से मिलना कोई गुनाह नहीं है, उन्हें श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह के लिए आमंत्रित करना भी कोई गुनाह नहीं है और अगर यह गुनाह है तो मैं इसकी सजा भुगतने के लिए तैयार हूं।”

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद कृष्णम अक्सर पार्टी लाइन से हट कर बयान…

प्रमोद कृष्णम: आपको बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद कृष्णम अक्सर पार्टी लाइन से हट कर बयान देन के लिए जाने जाते है। रामचरित मानस की प्रतियां जलाई गई थी तो कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं ने चुप्पी साध ली थी। लेकिन, प्रमोद कृष्णम ने सनातनी होने का दंभ भरते हुए राम चरित मानस की प्रतियां जलाने वाले सपा के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मोर्य की आलोचना की थी।

प्रमोद कृष्णम: ऐसी ही अभी हाल ही में इंडी गठबंधन दलों के नेताओं खासकर कांग्रेस के नेताओं ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को भाजपा और संघ का निजी प्रोग्राम बताया था और वहां जाने से मना कर दिया था। तब भी प्रमोद कृष्णम ने कहा था कि भाजपा और संघ से आप नफरत करो लेकिन प्रभू राम से नहीं… भाजपा, संघ से लड़ो लेकिन राम से नहीं…  और उन्होंने पार्टी लइान को धता बताते हुए 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल भी हुए थे।

Written By- Swati Singh.

ये भी पढ़ें…

Gyanvapi Masjid: जुमे को लेकर वाराणसी को पुलिस ने बनाया छावनी, ज्ञानवापी परिसर में हुई नमाज
IND VS ENG: दूसरे टेस्ट मैच में पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद भारतीय टीम 336/6 रन, जायसवाल 179 रन बनाकर नाबाद
By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।