Sambhal: सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का निधन, 94 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस

यूपी के संभल लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क का इलाज के दौरान निधन हो गया है। वे लंबे समय से बिमार थे। उन्होंने मुरादाबाद के निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। एक महीने पहले डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क का अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद मुरादाबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कुछ दिनों से उनकी हालत में सुधार था।

मंगलवार को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उनका देहांत हो गया। वहीं सिद्ध अस्पताल के एमडी डॉ. अनुराग मेहरोत्रा ने बताया कि डॉ. बर्क का आज सुबह 9.00 बजे दिल का दौरा पड़ा। करीब 9.45 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। छह दिन पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उनसे मिलने के लिए मुरादाबाद पहुंचे थे।

डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क चार बार विधायक रहने के बाद 2019 में पांचवीं बार संभल से सांसद चुने गए. उम्र और अनुभव में देश के सबसे वरिष्ठ राजनेता रहे। अपने सियासी तेवरों के कारण उनकी अलग पहचान रही है। वह बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक रह चुके थे।

मुस्लिमों के मुद्दों को उठाने और वंदेमातरम पर अपने बयानों को लेकर सियासत में चर्चित रहे डा. शफीकुर्रहमान बर्क सपा की सियासत में बड़ा चेहरा बनकर उभरे थे। उनका सियासी सफर 60 वर्ष से भी ज्यादा का था। उनका जन्म 11 जुलाई 1930 को हुआ था। उनका सियासी सफर 1974 में शुरू हुआ। समाजवादी पार्टी ने 30 जनवरी को लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की थी। 16 प्रत्याशियों में डॉ. बर्क को भी जगह मिली थी।

देश का बहुत बड़ा नेता रुख़सत हो गया

वहीं समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, शिवपाल सिंह यादव और कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्वीट कर श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं मुरादाबाद सांसद डॉ. एसटी हसन ने शफीकुर्रहमान बर्क पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि डॉ. बर्क का जाना, हमारी पार्टी के लिए सबसे बड़ा नुकसान है।

देश से एक बहुत बड़ा नेता इस दुनिया से रुख़सत हो गया। जिसने कभी किसी से डरकर काम नहीं किया। आज वो नेता हमें छोड़कर चले गए। अब पूरे मुल्क के अंदर इतने बहादुर, बोल्ड और ईमानदार नेता बहुत कम हैं। उनके खानदान वालों को सब्र-ए-जमील अता फरमाए।

कौन थे शफीकुर्रहमान बर्क?

उत्तर प्रदेश के संभल में शफीकुर्रहमान बर्क का जन्म 11 जुलाई 1930 को हुआ था। वो समाजवादी पार्टी से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। बर्क चार बार विधायक और पांच बार सांसद रहे हैं। उन्होंने पहली बार समाजवादी पार्टी की टिकट पर 1996 में लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी।

साल 2014 में उन्होंने बसपा से लोकसभा चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। अपने बयानों को लेकर अक्सर ही शफीकुर्रहमान चर्चाओं में बने रहते थे वो मुसलमानों के हितोंको लेकर हमेशा मुखर रहे हैं। उनका बेटा भी समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधायक हैं।

Written By: Swati Singh 

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।