UP News: योगी आदित्यनाथ को एक कड़क सीएम और कर्मठ नेता के रूप में उनकी पहचान है। जबसे वो सीएम बने है तब से ही माफियाओं और अपराधियों के लिए काल बने हुए हैं। लेकिन योगी आदित्यनाथ एक ऐसे शख्स है जो कि सनातन धर्म में अटूट आस्था रखते हैं। योगी की पहचान राजनीतिज्ञ से ज्यादा एक सनातनी के रूप में है। योगी आदित्यनाथ सीएम रहते हुए भी गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर हैं।
UP News: आपने नवरात्रि में गोरखनाथ मंदिर आकर देवी पूजा करते हुए देखा होगा। खुद वो देवी रूपी कन्याओं के चरण पखारते हुए दिखाई देते है। कुल मिलाकर कहा जाए तो वो राम रूपी माला को जपते हुए नजर आते है। श्रीराम में इनकी इतनी अटूट आस्था है कि अब योगी आदित्यनाथ सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए आदेश दिया है कि “श्रीराम की जयंती पर अखंड रामायण और नवरात्रों में दुर्गासप्तशती का पाठ प्रदेश में जगह-जगह कराए जाएंगे।
UP News: बता दें कि अखंड रामायण और दुर्गासप्तशती पाठ के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा। प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम की ओर से प्रदेश के सभी मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों को इस संबंध में निर्देश भेज दिए गए हैं।
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प्रदेश में जगह-जगह कराए जाएंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
सरकारी कार्यक्रमों का आयोजन करने के लिए प्रमुख सचिव संस्कृति ने सभी #जिलाधिकारियों को भेजे दिशा निर्देश#समाजवादी पार्टी ने किया… https://t.co/EXqh8nsCld pic.twitter.com/W8UW11BWtV— Khabar India ख़बर इंडिया (@_KhabarIndia) March 14, 2023
UP News:योगी आदित्यनाथ के फैसले का सपा कर रही है पुरजोर विरोध
इन कार्यक्रमों में विशेष अभियान चलाकर महिलाओं व बालिकाओं की सहभागिता की योजना है। इसके लिए जिला, तहसील व विकास खंड स्तर पर समितियों का गठन किया जाएगा। सरकार इन आयोजनों के लिए हर जिले को एक–एक लाख रुपये उपलब्ध करा रही है। इन कार्यक्रमों के व्यापक प्रचार–प्रसार के लिए होर्डिंग्स लगाए जाएंगे। इसे सोशल मीडिया पर भी प्रचारित किया जाएगा।इस फैसले पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी ने योगी आदित्यनाथ के अखंड रामायण पाठ कराने वाले फैसले का विरोध किया है।
हिंदू और मुस्लिम धर्म गुरू आए आमने-सामने
योगी आदित्यनाथ के श्रीराम की जयंती पर अखंड रामायण और नवरात्रों में दुर्गासप्तशती का पाठ के फैसले पर मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा है कि ”रामनवमी और दुर्ग पूजा के सम्बन्ध में जो घोषणाएं की हैं वो उनका निजी मामला है। संविधान ने हर एक व्यक्ति को अपने धर्म के प्रचार व प्रसारण के लिए इजाजत दी है। मगर वो एक जिम्मेदार पद की कुर्सी पर बैठे हैं और वो सभी के मुख्यमंत्री हैं।”
उन्होंने सीएम योगी को नसीहत देते हुए कहा कि “शपथ लेते वक्त सभी के साथ इंसाफ करने का वादा किया है। इसलिए उनको अपने शपथ का ख्याल रखते हुए किसी विशेष समुदाय के लिए काम करने के साथ ही साथ दूसरे समुदाय के लिए भी काम करना चाहिए। तभी सभी लोगों का भरोसा कायम हो सकता है।”
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने मुख्यममंत्री योगी के इस ऐतिहासिक फैसला लेने पर साधुवाद दिया। उन्होंने कहा कि “आपके इस फैसले से समाज में ऊर्जा का संचार होगा और उन्होंने इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करने की सलाह भी दी है।” वहीं पूर्व मु्ख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि सरकार को सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए और इसी त्यौहार से फ्री सिलेंडर देने की घोषणा करन चाहिए।
रामनवमी मनाने के लिए उप्र के ज़िलाधिकारियों को 1 लाख रुपये दिये जाने के प्रस्ताव का स्वागत है पर इतनी कम रक़म से होगा क्या, कम से कम 10 करोड़ देने चाहिए जिससे सभी धर्मों के त्योहारों को मनाया जा सके। भाजपा सरकार त्योहारों पर फ़्री सिलेंडर दे और इसकी शुरूआत इसी रामनवमी से हो।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 14, 2023
UP News: गौरतलब है कि हिंदुओं की आस्था से जुड़ा चैत्र नवरात्रि पर्व 22 से 30 मार्च तक पड़ रहा है। नवरात्रि के दौारान मां दुर्गा की विधि–विधान से पूजा होती है। इस दौरान प्रदेश के देवी मंदिरों व शक्तिपीठों में दुर्गा सप्तशती का पाठ, देवी गायन, देवी जागरण, झांकियों व अखंड रामायण पाठ का आयोजन किया जाएगा।
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