US Drone Attack: ड्रोन हमले में मारा गया आईएस का प्रमुख मुहाजिर, अमेरिकी सेना ने दी जानकारी

US Drone Attack

US Drone Attack: अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने रविवार को बताया कि उसने सात जुलाई को ड्रोन हमला किया था। इस हमले में पूर्वी सीरिया में अमेरिकी सेना के ड्रोन हमले में आईएसआईएस का एक आतंकवादी मारा गया। बयान में कहा गया है कि हमले में एमक्यू-9 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। उसी दिन रूसी विमानों ने इस ड्रोन का पीछा किया था। बयान में कहा गया है कि अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने सीरिया में हमला किया, जिसमें पूर्वी सीरिया में आईएसआईएस का नेता उसामा अल-मुहाजिर मारा गया।

आईएस नेता उसामा अल-मुहाजिर की मौत

US Drone Attack: अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि अमेरिकी सेना ने इसकी पुष्टि कैसे की है कि मारा गया व्यक्ति अल-मुहाजिर है। अन्य कोई जानकारी नहीं दी गई है। अमेरिका की सेंट्रल कमांड ने रविवार को एक बयान में कहा कि हमले में किसी असैन्य नागरिक के मारे जाने का कोई संकेत नहीं है। सेना किसी असैन्य नागरिक के घायल होने का पता लगा रही है। अमेरिकी अधिकारियों ने शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन शिकायत की थी कि रूसी लड़ाकू विमान उसके ड्रोनों को परेशान कर रहे हैं।

एआई की मदद से करेगा काम

US Drone Attack: प्रफेसर सादरला के अनुसार, डीआरडीओ के डीवाईएसएल प्रॉजेक्ट के तहत पिछले एक साल से इस ड्रोन पर काम चल रहा था। पूरी तरह से स्वदेशी डिजाइन वाले इस कामीकाजी ड्रोन को तीनों सेनाओं की जरूरतों के हिसाब से बनाया गया है। करीब 2 मीटर लंबे फोल्डेबल फिक्स्ड विंग ड्रोन में कई खूबियां होंगी। ये कैमरे और इन्फ्रारेड सेंसर से युक्त होगा। इसे कैटपल्ट या कैनिस्टर लॉन्चर से लॉन्च किया जा सकेगा। सबसे अहम बात ये होगी कि ये ड्रोन दुश्मन के इलाके में जीपीएस ब्लॉक होने के बावजूद आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (विजुअल गाइडेंस) की मदद से टारगेट को ध्वस्त कर देगा। बैटरी से चलने वाला आत्मघाती ड्रोन लॉन्च करने के 40 मिनट में 100 किमी की रेंज में दुश्मन पर कहर बरपाएगा

विदेशों में हमले की योजना बनाई

US Drone Attack: वाशिंगटन ने पिछले साल सीरिया में संदिग्ध आईएसआईएस आतंकियों के खिलाफ छापेमारी और अभियान तेज कर दिया है, इसके कई नेताओं को डाला और गिरफ्तार किया है, कुछ आतंकियों ने 2019 में सीरिया में समूह के आखिरी क्षेत्र को छोड़ने के बाद तुर्की समर्थित विद्रोही नियंत्रण वाले क्षेत्रों में शरण ली थी।अमेरिका के नेतृत्व वाले अभियान ने आईएसआईएस के पूर्व प्रमुख अबू बक्र अल बगदादी को मार डाला था, जिसने खुद को सभी मुसलमानों का खलीफा घोषित किया था, तब से इसके जीवित नेताओं को निशाना बनाया गया है, जिनमें से कई के बारे में माना जाता है कि उन्होंने विदेशों में हमले की योजना बनाई थी।

US Drone Attack: अमेरिकी सैन्य कमांडरों का कहना है कि आईएसआईएस क्षेत्र के भीतर एक महत्वपूर्ण खतरा बना हुआ है, हालांकि इसकी क्षमताएं कम हो गई हैं और अपने नेटवर्क को फिर से स्थापित करने की इसकी क्षमता कमजोर हो गई है। इस्लामिक स्टेट ने 2014 में अपने चरम पर इराक और सीरिया के एक-तिहाई हिस्से पर नियंत्रण कर लिया था। हालांकि दोनों देशों में उसे हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उसके आतंकवादी विद्रोही हमले जारी रखे हुए हैं

आसमान से शिविर को निशाना बनाया

US Drone Attack: विदेशी न्यूज एजेंसी के मुताबिक फिलिस्तीनी एम्बुलेंस चालक खालिद अलहमद ने बताया, “शरणार्थी शिविर में जो चल रहा है वह वास्तविक युद्ध है. आसमान से शिविर को निशाना बनाकर हमले किए जा रहे थे हर बार जब हम अंदर जाते तो लगभग पांच से सात एम्बुलेंस आतीं और वह घायलों से भर जातीं”

US Drone Attack: बता दें कि सुबह के समय कम से कम छह ड्रोन शहर और आसपास के शिविर के ऊपर चक्कर लगाते देखे गए थे. यहां आधे वर्ग किलोमीटर से भी कम क्षेत्र में लगभग 14,000 शरणार्थी रहते हैं. यह शिविर पूरे वेस्ट बैंक में बढ़ती हिंसा के केंद्र में रहा है, जिसने वाशिंगटन से लेकर अरब दुनिया तक चिंता बढ़ा दी है. इसी के चलते अब तक लगभग एक दशक से रुकी हुई राजनीतिक वार्ता को फिर से शुरू करने का रास्ता नहीं साफ हो सका है

Written By: Poline Barnard

ये भी पढ़े…

Weather Update: उत्तर भारत में देखने को मिला रहा है भारी बारिश का कहर, दिल्ली से लेकर हिमाचल तक लोग हो रहे है परेशान
World Cup 2023: पाकिस्तान को वर्ल्ड कप बायकॉट करना पड़ सकता है भारी, ICC रोक देगी फंड

By Keshav Malan

यह कलम दिल, दिमाग से नहीं सिर्फ भाव से लिखती है, इस 'भाव' का न कोई 'तोल' है न कोई 'मोल'