Uttar Pradesh: सीएम योगी आदित्यनाथ ने धर्मांतरण करने वालों को दी नसीहत,कहा-“प्रदेश में क्रिसमस के मौके पर धर्मांतरण की घटनाएं नहीं होनी चाहिए”

Uttar Pradesh

Uttar Pradesh:  क्रिसमस का त्यौहार बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है जिसमे एक सांता आकर लोगो को तोहफे देता है। लेकिन, इस त्यौहार की आढ़ में आज बड़ी संख्या में लोगो का जबरन धर्मान्तरण भी करवाया जा रहा है। बता दें कि क्रिसमस के नाम पर धर्मांतरण का भयानक एजेंडा भारत में चल रहा है जिसका शिकार हिंदू खुद ही हो रहा है और क्रिसमस मना कर अपने धर्म के साथ गद्दारी भी कर रहा है। ऐसे में अपनी आबादी बढ़ाने के लिए ईसाइयों द्वारा गरीब सिखों और हिंदुओं को ईसाई धर्म में शामिल किया जा रहा है।

हिंदुओं की अज्ञानता के कारण उनके बच्चे स्कूलों में ही इस ईसाई मिशनरियों के क्रिसमस रूपी खतरनाक एजेंडे के शिकार हो जाते हैं और मानसिक रूप से उनके गुलाम होते चले जाते हैं। भारत में भी क्रिसमस को लेकर काफी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।

Uttar Pradesh: लेकिन, अब इसी धर्मांतरण के खेल को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चेतावनी दे दी है की क्रिसमस की आढ़ में कोई धर्मांतरण की घटना हुई तो उसे बक्शा नहीं जाएगा, साथ ही इस बात पर विशेष नजर रखी जाए कि धर्मांतरण की घटनाएं न हों।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। योगी ने पुलिस अधिकारियों को कड़े निर्देश दे दिए हैं की प्रदेश में क्रिसमस के मौके पर धर्मांतरण की घटनाएं नहीं होनी चाहिए। उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के मामलों को लेकर मुख्य़मंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद सख्त हैं।

Uttar Pradesh: बता दें कि उन्होंने गृह विभाग और पुलिस के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि 25 दिसंबर को क्रिसमस के त्यौहार को सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाने की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धर्मांतरण मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए मामले की तह में जाकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

भारतीय संविधान के (अनुच्छेद 25-28) अनुसार कोई व्यक्ति अपनी पसंद से कोई भी धर्म चुन सकता है, और उसका प्रचार-प्रसार कर सकता है। लेकिन किसी व्यक्ति का धर्म जबरन या लालच देकर नहीं कराया जा सकता।

Uttar Pradesh: भारतीय दंड संहिता की धारा 295-ए और 298 के अनुसार यह एक दंडनीय अपराध है। इसे लेकर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, गुजरात, झारखंड, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में कानून बने हैं।

पिछले कई सालों से हिंदुस्तान के वंचित और गरीब तबके के इलाकों में विदेशी फंड के ऊपर जिंदा रहने वाली कुछ संस्थाएं जो लगातार गरीब और वंचित परिवारों को दाल-चावल और कपड़े का लालच देकर हिंदू धर्म से धर्मांतरण कराने का कार्य धड़ल्ले से कर रही है।

ईसाई धर्म में धर्म परिवर्तन कराकर जनसंख्या बढ़ाने की प्रवृत्ति कोई आज नई नहीं है पिछले कई सदियों से इन्होंने इसी प्रकार से धर्मांतरण करवा कर अपनी संख्या बल बढ़ाई है।

Uttar Pradesh: कहा तो ये भी जाता है कि धर्म कोई बुरा नहीं होता लेकिन, किसी धर्म को बुरा बताकर अपने धर्म में परिवर्तन कराने की विधि को ही धर्मांतरण कहते है। जो ईसाई समुदाय कि सैकड़ों हजारों संस्थाएं आजादी से लेकर अब तक लगातार धर्मांतरण करने की प्रक्रिया में लगी हुए हैं।

पिछले, कई वर्षों से हिंदुस्तान के राज्य केरल में जहां आबादी का 85% हिंदू वर्ग रहता था आज उसी राज्य में 94% ईसाई रहते हैं और यह आंकड़ा केवल उन संस्थाओं की सफलता को ही प्रदर्शित नहीं कर रहा है बल्कि, आजादी से लेकर अब तक जितनी भी सरकारी आई उन सरकारों की नाकामी से भी परिचय करवा रहा है पिछले 70 वर्षों की ये नाकामी अब सबके मुंह चढ़कर बोल रही है।

Uttar Pradesh: आपको यह जानकर शायद हैरानी हो कि देश के सिर्फ पांच राज्यों में ही डरा-धमकाकर, जबरन या लालच देकर धर्म परिवर्तन कराना कानूनन अपराध है। अब सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि जबरन धर्म परिवर्तन बेहद गंभीर समस्या है और इससे देश की सुरक्षा भी प्रभावित हो सकती है।

सुप्रीम कोर्ट ने जबरन धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए दाखिल याचिका पर सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की थी । याचिका में मांग की है कि प्रलोभन देकर, दबाव बनाकर या फिर धमकी देकर धर्म परिवर्तन कराए जाने को संविधान के खिलाफ बताते हुए सख्त कदम उठाए जाएं।

Uttar Pradesh: लॉ कमीशन को कहा जाए कि धर्म परिवर्तन को कंट्रोल करने के लिए रिपोर्ट पेश करे ताकि जबरन और धमकी और बहला फुसलाकर धर्म परिवर्तन मामले में कानून लाया जाए।

भारत के कई हिस्सों में गरीबों के बीच ईसाई मिशनरी अपनी पैठ बनाने के लिए न सिर्फ कई किस्म के लालच देती हैं। बल्कि, हिन्दू धर्म के प्रति घृणा भी सिखाते हैं।

Uttar Pradesh: आपको बता दें कि क्रिसमस 2023 (25 दिसंबर) के मौके पर दमोह के ‘येशु भवन’ में 500 लोगों के ईसाई धर्मांतरण का कार्यक्रम था, लेकिन जागरूक लोगों द्वारा विरोध किए जाने के कारण मिशनरियों की पोल खुल गई और कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा। पुलिस द्वारा गठित SIT की जाँच में भी सामने आया है कि ‘येशु भवन’ धर्मांतरण का केंद्र बना हुआ था।

Uttar Pradesh: आप देखिये की कैसे आज भारतीय सभ्यता संस्कृति बदलती जा रही है?  जंहा आज क्रिसमस के त्यौहार पर नकली पेड़ को लोग सजाते है उसके साथ त्यौहार मानते है लेकिन किसी का ध्यान हमारे भारतीय परंपरा की और नहीं जाता यहाँ भी एक तुलसी का पौधा है जिसकी पूजा होती है और हिन्दू संस्कृति में तुलसी पूजा का बड़ा महत्व है लेकिन आज संस्कृति और सनातन का मज़ाक बना कर रख दिया है।

प्लास्टिक के पेड़ के नीचे मोमबत्ती जलाना, ये कैसी आधुनिकता है। सांता क्लॉज आएंगे उपहार देने, ये कैसी मानसिकता है।क्रिसमस मनाने से आज तक बस, युवावर्ग का ह्रास हुआ।नशे की तरफ आकर्षित हुए, नैतिकता का सर्वनाश हुआ।

Uttar Pradesh: इस त्यौहार की आढ़ में परदे के पीछे से जो लोगो का बड़े पैमाने पर धर्मांतरण खेल चल रहा है उसे भी समझने की जरुरत है।
हमें खुद भी जागरूक होना होगा। इस प्रकार के एजेंटों को समझना होगा और जन-जन तक इन एजेंटों की सच्चाई पहुंचाकर लोगों को जागरुक करना होगा तभी हम अपनी, अपने समाज की, धर्म और राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकेंगे।

ये भी पढ़ें…

Al-Quida Released Video: अमेरिका के जवाहिरी को मारे जाने के दावे को झूठा बताने की कोशिश, अल-कायदा ने उसकी आवाज का वीडियो किया जारी
‘Bharat Jodo yatra’ Enter in Delhi: राहुल गाँधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दिल्ली आगमन पर मनाया गया जश्न, वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने यात्रा को लेकर साधा निशाना
By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।