Baghpat News: गांव-गांव कमाई की दुकान खोले बैठे झोलाछाप डॉक्टरों ने जाने कितने लोगों को मौत के मुंह में धकेल दिया। लेकिन उच्चाधिकारियों की मिलीभगत के कारण बचे रहते हैं। मोटी रकम भरकर कार्यवाही तक को रुकवा दिया जाता है। ऐसा ही मामला आया है, उत्तर प्रदेश के पश्चिमि जिला बागपत से जहां एक गांव में करीब 12 वर्षों से एक छोलाछाप डॉक्टर कमाई की दुकान खोले बैठा है। जिसकी अज्ञानता के कारण तमाम लोग उसके शिकार हुए हैं। लेकिन आजतक कोई कार्यवाही न हो सकी है।
क्या है पूरा मामला?
मामला यूपी के जिला बागपत के थाना रमाला के गांव किरठल में एक छोलाछाप डॉक्टर करीब 12 वर्षों से गांव में ही दुकान करता है। पीड़ित वीरेंद्र सिंह ने बताया, कि संजीव कुमार पुत्र ऋषिपाल सिंह गांव में ही डॉक्टरी की दुकान करता है। जिससे पीड़ित ने एलर्जी का उपचार कराया था। पीड़ित का आरोप है, कि उन दवाईयों से एलर्जी तो ठीक हुई बावजूद उसके लीवर में खराबी आ गई। जब पीड़ित ने यह शिकायत डॉ. से की तो उसने धमका वापिस कर दिया।
Baghpat News: आगे पीड़ित वीरेंद्र सिंह ने बताया, कि डॉ. ने धमकी के साथ कहा, कि मेरे चिकित्सा विभाग उच्चाधिकारियों से अच्छे संबंध हैं, अपनी फर्जी दुकान चलाने के लिए 5 हजार रुपये प्रति माह देता हूँ। इसीलिए मैं किसी भी उच्चाधिकारी से नहीं डरता हूँ। पीड़ित ने जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्साधिकारी से शिकायत कर झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ सही से जांच-पड़ताल कर कड़ी कार्यवाही की मांग की है। साथ ही पीड़ित ने कहा, कि वह इस डॉक्टर के खिलाफ पहले भी कई बार शिकायत कर चुके हैं। अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है।