Jattari: सरकारों के नुमाइंदे वादे करते हैं, हाथ हिलाते हैं और निकल जाते हैं। आम जनता ताली पीटती रह जाती है। जनता के नुकसान होने या फिर जनहानि होने पर नेता लोगों को बस इतना फर्क पड़ता है, कि आते हैं 2 मिनट बैठकर 4 फोटो खिंचाकर जनता पर अहसान सा कर निकल जाते हैं। लेकिन व्यवस्थाओं में कोई अंतर नहीं दिखता। बात करें अधिकारियों की तो दफ्तरों में बैठकर प्रस्ताव पास होते हैं और लग्जरी कारों में बैठकर घर पहुंच जाते हैं। जाम की स्थिति भी बनती है, तो पुलिस के 4 सिपाही आकर चंद मिनटों में कार को जाम से बाहर कर देते हैं। लेकिन बात करें जनता की, तो इसका कौन?
सड़क के गड्ढ़े ने कर दिया प्रेमी को प्रेमिका से दूर
उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ के कस्बा जट्टारी में बीते दिन यानी रविवार को कंटेनर से कुचलकर 23 वर्षीय पल्लवी की जान चली गई। अलीगढ़ के खिरनी गेट निवासी पल्लवी पुत्री मुकेश अपने प्रेमी मोहित पुत्र चंद्रपाल के साथ बाइक से गुरूग्राम से अपने घर देवी के जागरण में सम्मलित होने आ रहे थे। जैसे ही वे दोनों जट्टारी पहुंचे को बाजार के अंदर सड़क में हो रहे गहरे गड्ढ़े की वजह से बाइक अनियंत्रित हो गई और युवती कंटेनर के पहिए के नीचे आ गई और युवक सड़क के दूसरी तरफ जा गिरा।
Jattari: राहगीरों ने दोनों घायलों को जट्टारी के ही एक निजी अस्पताल में पहुंचाया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही युवती की मौत हो गई। जैसे ही मौत की खबर प्रेमी को पता चली तो वह फूट-फूटकर रोने लगा। युवक के परिजनों ने बताया, कि पल्लवी गुरूग्राम के किसी बैंक में कार्यरत थी और मोहित इंडिगो कंपनी में नौकरी करता है। दोनों युवक-युवती दोस्त थे और दोनों की शादी तय हो चुकी थी। काश ये सड़क के गड्ढ़े न होते तो जान नहीं जाती और यह जट्टारी की पहली घटना नहीं है, जो गड्ढ़ों की वजह से हुई हो इससे पहले भी कई लोग दुर्घटना के शिकार हुए हैं।
सांसद के किए वादों पर जम गई धूल
बीते 27 दिसंबर 2022 को अलीगढ़ से भाजपा सांसद सतीश गौतम ने जट्टारी को जाम से निजात दिलाने के लिए एक बैठक बुलाई थी। सांसद ने बड़े वाहनों के रूट डायवर्ट कराया था जिसमें कमर्शियल वाहनों का आवागमन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक प्रवेश न करने व टप्पल कट से निकालने के निर्देश दिए थे। साथ ही कस्बा की सड़क को निर्माण कराने के लिए 28 दिसंबर से कार्य शुरू हो जायेगा। जिसके लिए लगभग साढ़े छ: करोड़ रुपये मंजूर हो चुका है।
Jattari: जिस बैठक और वादों की खबर कई प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में प्रमुखता से प्रकाशित हुई थी। सांसद के वादों पर धूल कुछ इस कदर जमी कि जिन वाहनों पर रोक लगी उसी ने युवती को कुचला और जिन गड्ढ़ों के लिए साढ़े छ: करोड़ रुपया मंजूर हुआ न ही वे गड्ढ़े भर पाये।