Bhagwan Jaganath: रथ यात्रा आज यानी मंगलवार 20 जून से शुरू हो गई है। जगन्नाथ रथ यात्रा विश्व प्रसिद्ध त्योहार है, जिसे पुरी में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। ओडिशा के पुरी में इस दिन बेहद भव्य तरीके से रथ यात्रा निकलती है, इसलिए इसे पुरी रथ यात्रा और रथ महोत्सव के नाम से भी जाना जाता हैं। जगन्नाथ रथ यात्रा में देश-विदेश से आए लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं। भगवान जगन्नाथ के रथ को खींचने के लिए हजारों श्रद्धालु उत्साहित रहते हैं। भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा आज से शुरू हो गई है।
गुजरात के अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की 146वीं रथयात्रा निकाली गई। ओडिशा के बाद अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर में भव्य तरीके से रथ यात्रा निकाली जाती है। रथ रात्रा शुरू होने से पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अहमदाबाद पहुंचे और जगन्नाथ मंदिर में मंगला आरती में भाग लिया। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को जगन्नाथ रथयात्रा की शुभकामनाएं दी हैं। भगवान जगन्नाथ के सोना वेश दर्शन करने के लिए मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। इस बार 72 वर्ष पुराने रथ को जगन्नाथपुरी की तरह लुक दिया गया है।
#WATCH ओडिशा: पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा जारी है। रथयात्रा में भाग लेने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु पुरी पहुंचे हैं। pic.twitter.com/zsR0smJ9Nr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 20, 2023
रथयात्रा में कौन-कौन होगा शामिल?
Bhagwan Jaganath: अहमदाबाद प्रशासन ने इसकी जमकर तैयारियां की हैं। इसके पूर्व सोमवार को रथयात्रा रूट पर रिहर्सल भी किया गया। सुबह 4 बजे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आरती की। इसके बाद महाभोग लगाया । रथयात्रा में 18 गजराज, 101 ट्रक, 30 अखाड़ा, 18 भजन मंडली, 3 बैंडबाजा साथ रहेंगे। इसके अलावा साधु-संतऔर भक्त शामिल होंगे।
रथयात्रा रूट पर 30,000 किलो मूंग, 500 किलो जामुन, 500 किलो आम, 400 किलो ककड़ी और अनार का प्रसाद बांटा जाएगा। रथयात्रा में इस बार तकनीक का भी भरपूर इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें थ्रीडी मैपिंग वर्चुअल रियलिटी एनालिसिस और हवाई सर्विलांस मुख्य रूप से शामिल है। साथ ही 300 से अधिक ड्रोन कैमरा के जरिए सम्पूर्ण रथयात्रा पर नजर रखी जाएगी। ड्रोन गन का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
बता दें कि गुजरात के अहमदाबाद में मनाए जाने वाले ‘रथ यात्रा’ महोत्सव को पुरी जगन्नाथ रथ यात्रा के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी रथ यात्रा माना जाता है। रथ यात्रा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई दी। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा,रथ यात्रा की सभी को बधाई। जैसा कि हम इस पवित्र अवसर को मनाते हैं, भगवान जगन्नाथ की दिव्य यात्रा हमारे जीवन को स्वास्थ्य, खुशी और आध्यात्मिक समृद्धि से भर दे।
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने एक दिवसीय गुजरात दौरे पर पहुंचे हैं। उन्होंने जमालपुर क्षेत्र में ‘रथ यात्रा’ से पहले जगन्नाथ मंदिर की ‘मंगला आरती’ में हिस्सा लिया। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे, जिसमें दो पार्कों का उद्घाटन, एक रेलवे फ्लाईओवर और एक अस्पताल का ‘भूमिपूजन’ शामिल है।
रथ यात्रा का क्या है महत्व?
Bhagwan Jaganath: हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, आषाढ़ के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा अपनी मौसी के घर जाते हैं। रथ यात्रा पुरी के जगन्नाथ मंदिर से तीन दिव्य रथों पर निकाली जाती हैं। सबसे आगे बलभद्र का रथ, उनके पीछे बहन सुभद्रा और सबसे पीछे जगन्नाथ का रथ होता है। इस साल जगन्नाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू होगी और इसका समापन 12 जुलाई को होगा।
#Odisha: #Rath_Yatra of Lord #Jagannath begins in #Puri. A large number of devotees have reached Puri on this occasion.
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क्यों निकाली जाती है रथ यात्रा?
Bhagwan Jaganath: पद्म पुराण के अनुसार, भगवान जगन्नाथ की बहन ने एक बार नगर देखने की इच्छा जताई। तब जगन्नाथ और बलभद्र अपनी लाडली बहन सुभद्रा को रथ पर बैठाकर नगर दिखाने निकल पड़े। इस दौरान वे मौसी के घर गुंडिचा भी गए और यहां सात दिन ठहरे। तभी से जगन्नाथ यात्रा निकालने की परंपरा चली आ रही है। नारद पुराण और ब्रह्म पुराण में भी इसका जिक्र है।
Written By: Poline Barnard
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