Loksabha Election 2024: बंगाल में अकेले लड़ाई हताशा के संकेत, ममता का एलान ईडी गठबंधन के लिए मौत की घंटी है भाजपा

Loksabha Election 2024: 24 जनवरी (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा कांग्रेस से अलग होकर राज्य में अकेले सभी लोक सभा सीटों पर चुनाव लड़ने के फैसले को हताशा का संकेत बताते हुए पश्चिम बंगाल भाजपा के सह प्रभारी एवं भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में अकेले लड़ने का ममता बनर्जी का फैसला हताशा का संकेत है।

Loksabha Election 2024: अपनी राजनीतिक जमीन बरकरार रखने में असमर्थ ममता बनर्जी सभी सीटों पर इस उम्मीद से चुनाव लड़ना चाहती है ताकि चुनाव के बाद भी वह प्रासंगिक बनी रहें। मालवीय ने उनकी अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा को विपक्षी इंडिया गठबंधन के लिए एक मौत की घंटी भी बताया है।

Loksabha Election 2024: पिछले कुछ दिनों से बंगाल में सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस और टीएमसी के बीच बातचीत चल रही थी। अंत में बातचीत का कोई समाधान न निकलने के बाद बंगाल में ममता ने ‘एकला चलो रे’ की घोषणा कर दी है।

अमित मालवीय ने सीएम ममता पर साधा निशाना

Loksabha Election 2024: टीएमसी प्रमुख के इस फैसले पर भाजपा नेता अमित मालवीय ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा,”पश्चिम बंगाल में अकेले लड़ने का ममता बनर्जी का फैसला हताशा का संकेत है। वो अपनी राजनीतिक जमीन बरकरार रखने में असमर्थ हैं, टीएमसी सभी सीटों पर इस उम्मीद में अकेले लड़ना चाहती है ताकि पार्टी चुनाव के बाद भी प्रासंगिक बनी रहे।

अमित मालवीय ने आगे कहा,”ममता बनर्जी चाहतीं थीं कि वो विपक्षी गठबंधन का चेहरा बने, लेकिन किसी ने भी उनके नाम का प्रस्ताव नहीं रखा। राष्ट्रीय प्रोफाइल बनाने के लिए उनकी दिल्ली की कई यात्राएं काम नहीं आईं। वह चुनाव के बाद की हिंसा के खून को छिपा नहीं सकीं और तुष्टीकरण की राजनीति की दुर्गंध से खुद को छुटकारा नहीं दिला सकीं।”

जयराम रमेश ने क्या कहा ?

Loksabha Election 2024: पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के सूबे में अकेले चुनाव लड़ने के ऐलान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा है, “कभी कभी स्पीड ब्रेकर आते हैं। कभी-कभी लाल बत्ती आती है लेकिन इसके मायने ये नहीं है कि हम सफर से पीछे हट जाएं। स्पीड ब्रेकर को हम पार करते हैं। कल यही सवाल राहुल गांधी से पूछा गया था। उन्होंने कहा कि हम ममता बनर्जी और टीएमसी के बिना इंडिया गठबंधन की कल्पना नहीं कर सकते।”

कांग्रेस नेता ने आगे कहा- ममता ने कल कहा था कि हम बीजेपी को हराएंगे। हम (कांग्रेस) इसी भावना के साथ बंगाल में प्रवेश कर रहे हैं। बीच का रास्ता जरूर निकाला जाएगा। पश्चिम बंगाल में भी इंडिया गठबंधन चुनाव लड़ेगा और उसमें सभी पार्टियों का सहयोग होगा।

 

दिल्ली में दोस्ती और बंगाल में पहलवानी: शहजाद पूनावाला

Loksabha Election 2024: बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,आईएनडीआईए के सहयोगी दल खुद अपने गठबंधन के महल को हर आए दिन ध्वस्त कर रहे हैं। विपक्षी नेता दिल्ली आकर दोस्ती तो कर लेते हैं लेकिन पश्चिम बंगाल में पहलवानी करते हैं। हर जगह एक नया टकराव देखने को मिलता है।

उन्होंने आगे कहा कि पांच बैठकों के बाद भी उनके पास न कोई झंडा है, न एजेंडा, न नेता, न नीति और न ही नियत। बस भ्रम, भ्रष्टाचार और पारिवारिक पेशे को आगे बढ़ाने वाले लोगों से भरा हुआ है। लोगों ने उन लोगों का समर्थन करने का फैसला किया है जिनके पास एक मिशन है, न कि उनका जो हर दिन भ्रम में रहते हैं।

2019 चुनाव में क्या था सभी पार्टियों का हाल?

Loksabha Election 2024: 2019 लोकसभा चुनाव में सभी पार्टियों ने अकेले मैदान में उतरने का फैसला किया था। सबके अकेले लड़ने का फायदा सीधे तौर पर बीजेपी को हुआ। इसकी वजह से कांग्रेस, टीएमसी और लेफ्ट तीनों पार्टियों को नुकसान उठाना पड़ा।

कांग्रेस की 2 सीटें कम हुई, लेफ्ट की भी 2 सीटें कम हुई थीं। टीएमसी को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, क्योंकि 2014 के मुकाबले उसकी 12 सीटें कम हो गईं। 42 में से कांग्रेस के खाते में सिर्फ 2 सीटें आईं, जबकि बीजेपी को 18 और टीएमसी को 22 सीटों पर जीत मिली।

Written By: Poline Barnard

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।