Winter Session: पीएम मोदी ने विपक्ष को दी नसीहत, कहा- ‘हार का गुस्सा संसद में मत निकालना’

Winter Session: संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है, जो 22 दिसंबर तक चलेगा। लेकिन, शीतकालीन सत्र के शुरू होने से पहले सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि हार का गुस्सा संसद में मत निकालना।

Winter Session: संसद का शीतकालीन सत्र में शिरकत करने पहुंचे पीएम मोदी ने संसद के बाहर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि राजनैतिक सरगर्मी बड़ी तेजी से बढ़ रही है। कल चार राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे आए, जो बहुत उत्साहजनक हैं। नतीजे उन लोगों के लिए उत्साहजनक हैं, जो आम लोगों के कल्याण के लिए, देश के लिए और देश के उज्जवल भविष्य के लिए कमिटेट हैं।

Winter Session: आगे पीएम मोदी ने कहा कि देश ने नकारात्मकता को नकार दिया है, लोगों की आकांक्षाओं को मजबूत करने के लिए लोकतंत्र का मंदिर महत्वपूर्ण मंच है। मैं सभी सदस्यों से अनुरोध करता हूं कि वे तैयारी के साथ आएं और संसद में पेश विधेयकों पर गहन चर्चा करें। उन्होंने कहा कि विपक्ष को विधानसभा चुनावों में अपनी हार को लेकर गुस्सा निकालने के बजाए नकारात्मकता पीछे छोड़ना चाहिए और संसद के इस सत्र में सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ना चाहिए।

पीएम मोदी क्या बोले?

Winter Session: प्रधानसंत्री मोदी ने कहा, “अगर मैं वर्तमान चुनाव नतीजों के आधार पर कहूं, तो ये विपक्ष में बैठे हुए साथियों के लिए स्वर्णिम अवसर है। इस सत्र में पराजय का गुस्सा निकालने की योजना बनाने के बजाय, इस पराजय से सीखकर, पिछले 09 साल में चलाई गई नकारात्मकता की प्रवृत्ति को छोड़कर इस सत्र में अगर सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ेंगे तो देश उनकी तरफ देखने का दृष्टिकोण बदलेगा।”

उन्होंने सांसदों का आह्वान किया कि वे सकारात्मक विचार ले कर आयें। हर किसी का भविष्य उज्जवल है। बाहर की पराजय का गुस्सा निकालने का मंच लोकतंत्र के मंदिर को ना बनायें। थोड़ा सा रुख बदलें और देशहित की बातों में साथ दें तो देश में फैल रही नफरत, मोहब्बत में बदल जाये। इसमें विपक्ष का भी भला है।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष का भी महत्वपूर्ण स्थान है। विपक्ष की छवि नफरत और नकारात्मकता की बने, यह अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 में विकसित भारत बने, यह जनता की आकांक्षा है और इसके लिए जनता इंतजार नहीं कर सकती। वे इस भावना आदर करते हुए सदन को मजबूती से आगे बढ़ाएं।

पीएम मोदी ने कहा, ठंड धीरी गति से आ रही है. लेकिन राजनीतिक गर्मी बहुत तेजी से बढ़ रही है। ये नतीजे उनके लिए उत्साहवर्धक हैं, जो सामान्य मानवीय, देश के उज्जवल भविष्य के लिए समर्पित हैं।

विशेषकर सभी समाजों की, सभी समूह की, सभी शहर और गांव की महिलाएं, युवा और किसान और देश के गरीब चार महत्वपूर्ण जातियां हैं, जिनका सशक्तिकरण सुनिश्चित करने वाली योजनाएं, इन विषयों को लेकर जो चलते हैं उन्हें भरपूर समर्थन मिलता है। जब अच्छी सरकार चलती है, जनहित के लिए समर्पण होता है। तो एंटी इंकंबेंसी शब्द प्रभाव नहीं डालता है।

Written By: Vineet Attri 

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।