Amit Shah Visit Arunachal Pradesh: आज सोमवार 10 अप्रैल को भारत के गृह मंत्री अमित शाह दो दीवसीय दौरे पर आज अरूणचल प्रदेश के किबिथू गांव गए। जो कि भारत-चीन बार्डर सीमा पर स्थित है। शाह किबिथू गांव में ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ की शुरूआत करेंगे। इस कार्यक्रंम के दौरान वो आईटीबीपी के जवानों की हौसला अफजाई करेंगे। दिल्ली से उड़ान भरने के बाद उनका विमान डीब्रूगढ़ में लैंड किया। गृह मंत्री शाह के अरुणाचल दौरे पर आने के बाद से ही चीन तिलमिला गया।
Amit Shah Visit Arunachal Pradesh: वो जमाना चला गया जब भारत की भूमि पर…
वहीं भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने इस मौके पर चीन को नसीहत देते हिए कहा कि “अब कोई भी सीमा पर आंख उठाकर देख नहीं सकता। सूई की नोक बराबर भूमि पर भी कोई अतिक्रमण नहीं कर सकता और वो जमाने चल गए जब भारत की भूमि पर कोई अतिक्रमण कर सकता था।
अमित शाह: टाइम मैगजीन ने भी माना भारतीय सेना का लोहा
Amit Shah Visit Arunachal Pradesh: उन्होंने आगे कहा कि “21 अक्टूबर 1962 में तत्कालिन कुमाऊं रेजीमेंट के 6 अधिकारियों ने यहां पर जिस बहादुरी से लड़ाई लड़ी और जिससे भारत की भूमि की रक्षा हो पाई मैं उन्हें मनपूर्वक श्रद्धाजंलि देना चाहता हूं। वो संख्या में छोटे थे और हथियारों में भी छोटे थे। लेकिन 1963 में टाइम मैगजीन में लिखा था कि जो किबिथू में लड़ाई हुई उसमें भारतीय सेनाओं के पास हथियार तो कम थे लेकिन वीरता समग्र विश्व की सेनाओं से सबसे भरपूर वीरता थी।”
शाह ने पहले की सरकारों पर साधा निशाना
Amit Shah Visit Arunachal Pradesh: शाह ने कहा कि “दिल्ली में बैठे हुए नेताओं के आलस्य और गलत दृष्टिकोण की वजह से ये क्षेत्र विवादित और उग्रवाद से ग्रस्त था। आज विवाद और उग्रवाद खत्म हो रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि “पहले जब मध्य भारत से कोई आता था तो कहता था कि वो भारत के अंतिम गांव से होकर आया, लेकिन अब मैं जाकर अपनी पोती को बताऊंगा कि मैं भारत के पहले गांव से होकर आया हूं। ये कॉन्सेप्चयूअल चेंज हैं।
21 अक्टूबर 1962 में तत्कालिन कुमाऊं रेजीमेंट के 6 अधिकारियों ने यहां पर जिस बहादुरी से लड़ाई लड़ी और जिससे भारत की भूमि की रक्षा हो पाई मैं उन्हें मनपूर्वक श्रद्धाजंलि देना चाहता हूं। वो संख्या में छोटे थे और हथियारों में भी छोटे थे। लेकिन 1963 में टाइम मैगजीन में लिखा था कि जो… https://t.co/f1akDk4f2n pic.twitter.com/4kqzsJsja5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 10, 2023
गौरतलब है कि इससे पहसे चीनी विदेश मंत्री के प्रवक्ता ने कहा कि “ये सीमा के अनुकूल नहीं है। गृह मंत्री की यात्रा ने चीन की क्षेत्रिय संप्रभुता का उलंघन किया है। क्योंकि, जंगनान का इलाका चीन का क्षेत्र है।”
ये भी पढ़ें…