Anurag Thakur: फास्ट ट्रैक कोर्ट योजना को तीन साल तक रखा जाएगा जारी, रेप और पोस्को केसों की होती है सुनवाई

Anurag Thakur
Anurag Thakur: केंद्रीय कानून मंत्रालय की पहल पर आज बुधवार 29 मार्च को कैबिनेट ने फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट की योजना को जारी रखने का फैसला किया है। इस फैसले की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “मंत्रिमंडल ने आज रेप और POCSO एक्ट से संबंधित केसों की त्वरित सुनवाई के लिए चलाई जा रही फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट की योजना को 3 वर्षों तक जारी रखने की स्वीकृति दी है…”

विशेष फास्ट ट्रैक अदालतों को जारी रखने की मंत्रिमंडल से की थी मांग

Anurag Thakur: इससे पहले आपको बता दें कि केंद्रीय कानून मंत्रालय ने कैबिनेट से मांग की थी कि विशेष फास्ट ट्रैक अदालतों को जारी रखने के साथ ही विस्तार का काम भी जारी रखा जाए। बता दें कि यौन अपराधों के मामलों में जल्दी न्याय दिलाने के लिए विशेष फास्ट ट्रैक अदालतों का गठन किया गया था।

 साल 2018 के बाद फास्ट ट्रैक कोर्ट की योजना की हुई थी शुरूआत

Anurag Thakur: दिल्ली गैंगरेप की घटना के बाद साल 2018 में आपराधिक (संशोधन) कानून लाया गया। इसके तहत केंद्र सरकार ने देशभर में 1023 फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने का एलान किया था। इनमें से 389 अदालतें बच्चों से यौन शोषण के मामलों में त्वरित न्याय दिलाने के लिए बनाने की बात कही गई।

Anurag Thakur: 31 मार्च को खत्म हो गई थी फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट की योजना

Anurag Thakur: देश के 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में यह विशेष अदालतें बनाई जानी थी। जिसके लिए केंद्र सरकार ने फंडिंग की, लेकिन अब तक 754 विशेष अदालतें ही बनाई जा सकी हैं। कई राज्यों ने विशेष फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने की बात कही थी लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाईं। 31 मार्च को केंद्र सरकार की यह योजना समाप्त हो गई लेकिन कानून मंत्रालय के न्याय विभाग ने योजना के लिए आगे भी फंडिंग जारी रखने की अनुमति सरकार से ले ली है।

फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट पर सालाना 65-165 मामले…

Anurag Thakur: अब केंद्र सरकार अगले तीन साल तक इस योजना को जारी रखेगी लेकिन अब 1023 की जगह 790 विशेष फास्ट ट्रैक कोर्ट ही बनाए जाएंगे। इन विशेष अदालतों पर सालाना 65-165 मामले निपटाने की जिम्मेदारी होती है और एक फास्ट ट्रैक के संचालन पर सालाना करीब 75 लाख रुपये का खर्च आता है।

By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।