Asad Ahmed Encounter: असद अहमद को किया गया ‘सुपुर्द-ए-ख़ाक’, अतीक अहमद ने कहा-“मैं दुनिया का सबसे बदनसीब बाप”

Asad Ahmed Encounter
Asad Ahmed Encounter: गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद के पार्थिव शरीर को दफनाने के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच कब्रिस्तान लाया गया। जिसके बाद     असद को उसके परिवार के सदस्यों के सामने ‘सुपुर्द-ए-ख़ाक’  कर दिया गया। हालांकि, अतीक अहमद ने कोर्ट से इच्छा जाहिर की थी कि वो अपने बेटे असद की मिट्टी में जाना चाहता है लेकिन, उसकी ये इच्छा अधूरी रह गयी। वहीं अतीक अहमद ने कहा कि “मैं दुनिया का सबसे बदनसीब बाप हूं।”

अतीक अहमद: उसकी सूरत देखने को भी तरस रहा हूं…

अतीक अहमद ने कहामैं दुनिया का सबसे बदनसीब बाप हूं और मैं ही अपने बेटे की मौत की वजह बना हूं। अब अपने जवान बेटे के जनाजे को कंधा भी नहीं दे पा रहा हूं। आखिरी बार उसकी सूरत देखने को भी तरस रहा हूं।” 

Asad Ahmed Encounter:ACP आकाश कुलहरि: असद के नाना ने दफनाया

प्रयागराज के ACP आकाश कुलहरि ने अतीक के बेटे असद के सुपुर्द-ए-ख़ाक होने के वक्त कहा कि असद परिवार के 20-25 लोग यहां हैं। गुलाम के शव को अंतिम संस्कार के लिए दूसरी जगह ले जाया गया है। असद के नाना यहां हैं और वह असद को दफनाने की प्रक्रिया को अंजाम दे रहे हैं।”

असद अहमद का नाना हामिद अली: उनके दिल से पूछना चाहिए (क्या यह सही है)

Asad Ahmed Encounter:नाती असद को सुपुर्द-ए-ख़ाक करने के वक्त नाना हामिद अली ने कहा कि “हमने नहलाने, कफन का इंतज़ाम कर लिया है। हम उसको नहलाने के बाद उसको कब्रिस्तान ले जाएंगे जहां उसे सुपुर्द-ए-ख़ाक करेंगे… उनकी मां यहां नहीं है तो वह मजबूरी है। उनके दिल से पूछना चाहिए (क्या यह सही है)। हमने असद को बहुत प्यार से पाला था।”
अतीक अहमद के वकील विजय मिक्षा: शासन प्रशासन ने अंतिम प्रक्रिया कराने में सहयोग किया और किसी को …
अतीक अहमद के वकील विजय मिक्षा असद को सुपुर्द-ए-ख़ाक करने को लेकर बतायी कि “कोर्ट के समय के पहले सुपुर्द-ए-ख़ाक कर दिया गया इसलिए कोर्ट में अर्ज़ी नहीं लग सकी। हमारी मांग थी कि अतीक अहमद को असद के ज़नाजे में शामिल किया जाए। शाइस्ता परवीन यहां मौजूद नहीं थीं। शासन प्रशासन ने अंतिम प्रक्रिया कराने में सहयोग किया और किसी को एतराज़ नहीं है।”
Asad Ahmed Encounter:आपको बता दें कि बीते गुरूवार 13 अप्रैल को माफिया से नेता बने अतीक अहमद के बेटे असद का UP STF की टीम ने एनकाउंटर कर दिया। असद के साथ गुलाम पुत्र मकसूदन का भी एनकाउंटर हुआ। ये दोनों प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में शामिल थे। दोनों अपराधियों पर 5-5 लाख रुपये का इनाम था। असल का एनकाउंटर झांसी में हुआ और STF के एडीजी ने इस एनकाउंटर की पुष्टि की है। उन्होने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि STF की टीमें इनके पीछे पड़ी हुई थीं।
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By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।